हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में बीते कुछ समय से ऑनलाइन फ्रॉड और क्रिप्टो करेंसी के नाम पर फ्रॉड के बहुत से मामले सामने आ रहे हैं. ताजा मामले में जिला हमीरपुर में भी क्रिप्टो करेंसी स्कैम सामने आया है. सुजानपुर और बड़सर थाना में क्रिप्टो करेंसी स्कैम को लेकर केस दर्ज किया गया है. जानकारी के मुताबिक मामले में 20 करोड़ से ज्यादा के स्कैम की आशंका जताई जा रही है.
20 करोड़ को पार करेगा आंकड़ा!: मिली जानकारी के अनुसार हमीरपुर पुलिस की प्रारंभिक जांच में सुजानपुर थाना में 14 करोड़, जबकि बड़सर थाना में 35 लाख की ठगी सामने आई है. हालांकि यह संभावना जताई जा रही है कि बुधवार दोपहर तक यह आंकड़ा 20 करोड़ से पार हो सकता है. इस सिलसिले में हमीरपुर पुलिस को जिलेभर के विभिन्न थानों में कईं शिकायतें मिली हैं. ऐसे में इन शिकायतों से एक या दो दिन में ही क्रिप्टो करेंसी स्कैम का आंकड़ा 20 करोड़ से पार हो सकता है.
हमीरपुर के सभी थानों में दर्ज मामले: हमीरपुर जिले के सभी थानों में दर्जनों लोगों ने किप्टो करेंसी स्कैम के नाम पर शिकायत दर्ज करवाई है. ऐसे में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर स्कैम के आंकड़े में बड़ा इजाफा होने की आशंका है. बड़सर और सुजानपुर में हमीरपुर जिले के ही कई लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई है. बताया जा रहा है कि मास्टरमाइंड हमीरपुर और मंडी जिले से जुड़े हुए हैं. हमीरपुर जिले में सबसे ज्यादा पैसा इन फ्रॉड कंपनियों में इन्वेस्ट करने की बात भी सामने आई है.
इन कंपनियों के जरिए किया गया फ्रॉड: एसपी हमीरपुर डॉक्टर आकृति शर्मा के अनुसार क्रिप्टो करेंसी से जुड़ी कंपनियों कोरबा, वोस्क्रो, डीजीटी, हाइपनेक्स्ट के खिलाफ जिला पुलिस हमीरपुर को पिछले कुछ दिनों से शिकायतें मिल रही थी. इन कंपनियों के खिलाफ अब विभिन्न थानों में केस दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. सुजानपुर और बड़सर में विभिन्न शिकायतें फिर दर्ज हुई है. जबकि जिले के अन्य थानों में भी जल्द ही एफआईआर दर्ज होगी. बताया जा रहा है कि क्रिप्टो करेंसी में कॉइन की वैल्यू के खेल में उलझा कर हजारों लोगों को ठगा गया है.
एसपी हमीरपुर डॉक्टर आकृति शर्मा का कहना है कि क्रिप्टो करेंसी से जुड़ी विभिन्न कंपनियों के खिलाफ पिछले कुछ दिनों से शिकायत सामने आ रही थी. उन्होंने कहा कि सुजानपुर थाना में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर 14 करोड़ की ठगी, जबकि बड़सर थाना में 35 लाख की ठगी पर केस दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि यह अमाउंट अब करोड़ों में जा सकता है और जिसके चलते मामले में केस दर्ज करने की प्रक्रिया फिर शुरू की गई है. उन्होंने कहा कि फ्रॉड का यह आंकड़ा करोड़ों रुपए में आंका जा रहा है.