हमीरपुर: हिमाचल विधानसभा चुनाव 12 नवंबर को होने हैं. मतदान को लेकर प्रदेश में चुनावी गतिविधियां चरम पर पहुंच चुकी है. वहीं, चुनाव से पहले प्रदेश में कांग्रेस पार्टी में बागी नेता नहीं मान रहे हैं. वहीं, शुक्रवार को जिला कांग्रेस कमेटी हमीरपुर के अध्यक्ष राजेंद्र जार ने हमीरपुर में मीडिया कर्मियों से रूबरू होते कहा कि पार्टी का साथ दूंगा प्रत्याशी फिर चाहे कोई भी हो. दामाद आशीष शर्मा ने पहले भी मेरा साथ नहीं मांगा था और वह पार्टी हाईकमान के पसंद थे. इस दौरान उन्होंने हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र से ही ताल्लुक रखने वाले पूर्व मंत्री पर परोक्ष रूप से जुबानी हमला बोला है. नाम लिए बिना राजेंद्र जार ने कहा कि सब जानते हैं कि कांग्रेस के लिए कौन कितना वफादार रहा है और कितने कितने दल बदले हैं. (Rajendra Jar on congress candidate)
दरअसल पिछले दिनों हमीरपुर सीट से टिकट के दावेदारों ने पूर्व मंत्री रणजीत सिंह वर्मा की मौजूदगी में प्रेस वार्ता कर आशीष शर्मा को कांग्रेस का टिकट दिए जाने का विरोध जताया था. इस प्रेस वार्ता में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र जार पर भी निशाना साधा गया था. टिकट के दावेदारों के बयानों पर अब हमीरपुर कांग्रेस अध्यक्ष राजेंद्र जार ने पलटवार किया है. (Rebels Congress Leaders in Hamirpur) (Rajendra Jar on Ashish Sharma)
उन्होंने कहा कि कांग्रेस में वह लगभग 50 साल से हैं और उन्होंने कभी भी दलबदल नहीं की है न ही पार्टी से कभी धोखा किया है. हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र में दलबदल का रिकॉर्ड बनाने वाले नेता को हर कोई जानते हैं. इस नेता की दल बदल के कारण हमीरपुर की जनता ने उनको आईना भी दिखाया है. उनके दामाद आशीष शर्मा बेशक चुनावी मैदान में हैं, लेकिन कभी भी वहां उनके साथ नहीं चले हैं और न ही आशीष शर्मा ने उनका कभी साथ मांगा है.
उन्होंने कहा कि जो लोग चुनावी दृष्टि से कुछ दिन पहले ही कांग्रेस में आए हैं, वह उन पर उंगली न उठाएं तो बेहतर है. ऐसे लोगों की अभी इतनी उम्र नहीं है जितना उनका कांग्रेसी में कार्य करते हुए अनुभव हो गया है. हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र के सियासी घमासान के चलते प्रदेश भर में इस सीट पर सियासी जानकारों की नजरें बनी हुई हैं. हमीरपुर कांग्रेस अध्यक्ष राजेंद्र जार की भूमिका को लेकर भी चर्चाएं चल रही थी. ऐसे में राजेंद्र जार ने अपनी भूमिक स्पष्ट की है. (Political equation in Hamirpur)
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