हमीरपुर: मेलों एवं लोक उत्सवों का पुरातन संस्कृति को जीवंत रखने में अहम योगदान रहा है, यह संस्कृति के संवाहक भी हैं. मेलों के आयोजन के माध्यम से युवा पीढ़ी को अपने संस्कृति एवं परंपराओं के बारे में जानकारी हासिल होती है. यह बात पूर्व विधायक बलदेव शर्मा ने रैली पंचायत के नलवाड-भटेड़ गांव में सायर मेले का शुभारंभ करने के उपरांत लोगों को संबोधित करते हुए कही.
पूर्व विधायक बलदेव शर्मा ने कहा कि हिमाचल की लोक संस्कृति काफी समृद्व रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में आपसी भाईचारा एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण कायम रहा है. उन्होंने कहा कि उत्सव एवं त्यौहार हमारे जीवन का अंग हैं और अब जबकि समय के तेज प्रवाह में हम अपनी विरासत में मिली संस्कृति से विमुख होते जा रहे हैं. उत्सव ही इस संस्कृति को जीवित रखने के लिए अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि पुरातन परंपराओं का निर्वहन करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों की स्वच्छता की ओर भी विशेष बल देने की आवश्यकता है व इसी को ध्यान में रखते हुए सभी लोग अपने आस-पास के क्षेत्रों को सुंदर और स्वच्छ बनाए रखें, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों का सौंदर्य बरकरार रहे.