सुजानपुर: मंगलवार को हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल की हुई अहम बैठक में कोविड-19 की प्रदेश में बढ़ती रफ्तार को देखते हुए महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं. प्रदेश में कोरोना मरीजों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए यह सभी फैसले व्यवहारिक एवं अति आवश्यक हैं. प्रदेश सरकार का विधानसभा शीतकालीन सत्र न करने का निर्णय उचित एवं सामयिक है.
बुधवार को हमीरपुर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने यह बात कही है. उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश में कोविड-19 की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए नागरिकों की जान बचाना सरकार के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है एवं हर पक्ष और हर राजनीतिक दल के लोगों को इसमें अपना सहयोग देना चाहिए.
हर नागरिक का कर्तव्य है कि कोरोना संक्रमण अधिक ना फैले
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण से जुड़े जो आंकड़े आजकल सामने आ रहे हैं, वह चिंताजनक हैं. प्रदेश के हर नागरिक का कर्तव्य है कि कोरोना संक्रमण अधिक ना फैले, उसे बढ़ने से रोका जाए. लेकिन प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं.
कोरोना संक्रमितों की मृत्यु दर भी बढ़ रही है
ऐसी परिस्थितियों में प्रदेश सरकार व प्रदेश की जनता का यही कर्तव्य बनता है कि प्रदेश के नागरिकों की जान बचाई जाए. इसके लिए आवश्यक कदम उठाये जाने चाहिए व सावधानियां बरती जानी चाहिए. प्रो. धूमल ने कहा कि हम सबको भी अपने स्तर पर स्वयं भी सुरक्षित रहना चाहिए और अपने परिवार, अड़ोस पड़ोस, सहयोगियों तथा समाज को जागरूक करते रहना चाहिए, ताकि यह बीमारी ज्यादा न फैले और देवभूमि हिमाचल कोरोना मुक्त हो.