हमीरपुर: प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना में केंद्र सरकार ने बड़े बदलाव किए हैं. अब एक बच्चे नहीं बल्कि 2 बच्चों के जन्म पर इस योजनाओं का लाभ मिलेगा. हालांकि यह लाभ दुसरी दफा बेटी के जन्म पर ही मिलेगा. यदि पहली प्रेगनेंसी में बेटा अथवा बेटी कुछ भी पैदा होता है तो योजना का लाभ मिलेगा. लेकिन, दूसरी प्रेगनेंसी में सिर्फ बेटी के जन्म पर ही इस योजना के तहत धनराशि दी जाएगी. बेटा और बाद मे बेटी पैदा होती है तो 6000 रुपये की धनराशि दी जाएगी,
पूर्व में इस योजना के तहत एक बच्चे के जन्म पर ही इस धनराशि का लाभ दिया जाता था. अब योजना में बदलाव होने पर यदि बेटी का जन्म होता है तो भी केंद्र सरकार की इस योजना का लाभ महिलाओं को प्राप्त होगा. इस योजना के तहत अभी दो किस्तों में महिलाओं को धन राशि वितरित की जाती है. इस योजना के अंतर्गत महिला के गर्भ धारण करने और विभाग के पास पंजीकरण करवाने के 6 महीने के भीतर 3000 रुपये की राशि, जबकि बच्चे के टीकाकरण का चक्कर पूरा होने यानी साढ़े 3 महीने की आयु तक 2000 रुपए की राशि सीधे लाभार्थी महिला के खाते में डाली जाती है.
14 जुलाई 2022 के बाद जिसकी LMP उसे मिलेगा लाभ: योजना में दूसरी प्रेगनेंसी में बेटी के जन्म पर दिए जाने वाली धनराशि का लाभ उन महिलाओं को मिलेगा जिनकी एलएमपी 14 जुलाई 2022 के बाद होगी. यानी जिन गर्भवती महिलाओं का लास्ट मैनर्स पीरियड 14 जुलाई 2022 होगा, उन्हें इस योजना का लाभ मिलेगा. इस योजना के अंतर्गत लाभार्थी महिला को एकमुश्त यह धनराशि दी जाएगी. जब बेटी साढ़े 3 महीने की हो जाएगी.
अब तक 4000 महिलाओं को मिला लाभ: हमीरपुर जिले की बात करें तो 2017 से अब तक कुल 4000 महिलाओं को इस योजना का लाभ मिल चुका है. 60 महिलाएं ऐसी हैं जिन्हें योजना में बदलाव होने के बाद दो बच्चों पर यह लाभ प्राप्त हुआ है. 2017 से अब तक इस योजना के तहत 2 करोड़ की राशि, जबकि पिछले साल 24 लाख की राशि वितरित की गई है.
सीडीपीओ हमीरपुर बलवीर सिंह बिरला ने बताया कि हमीरपुर जिले में इस योजना के अंतर्गत अभी तक दो करोड़ रुपए की धनराशि महिलाओं को दी जा चुकी है. उन्होंने कहा कि पिछले साल यानी 2022 में 24 लाख रुपए की धनराशि इस योजना के तहत वितरित की गई है. उन्होंने कहा कि अब इस योजना के अंतर्गत दूसरी बेटी के जन्म पर भी गर्भवती महिलाओं को धनराशि आवंटित करने के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और महिलाओं को इस विषय पर जागरूक भी किया जा रहा है.