भोरंज/हमीरपुर: उपमंडल भोरंज में शाहिद अंकुश ठाकुर की याद में उनके परिवार ने कड़ोहता अस्पताल में बैठने के लिए रेन शेल्टर व अस्पताल में बिजली जाने पर इन्वर्टर लगवाया है. बता दें कि हाल ही में भारत-चीन के बीच हुई हिंसक खूनी झड़प में हमीरपुर जिला के कड़ोहता गांव का वीर सैनिक अंकुश ठाकुर शहीद हो गया था.
शहीद अंकुश ठाकुर 3 पंजाब रेजिमेंट में तैनात था. शहीद का राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया था. अंकुश ठाकुर 2018 में सेना में भर्ती हुआ था. अंकुश अपने गांव में सबका दुलारा था. शहीद अंकुश को सेना में भर्ती होने का बहुत शौक था.
अंकुश ने मेडिकल की पढ़ाई छोड़ देश सेवा को प्राथमिकता दी और चीन सीमा पर शहीद हो गया. अंकुश ठाकुर के पिता अनिल कुमार और दादा सीता राम भी भारतीय सेना में सेवाएं दे चुके हैं. अंकुश के शहीद होने पर परिजनों को दुख के साथ-साथ उसकी शहादत पर फक्र भी है.
ग्राम पंचायत कड़ोहता के उप प्रधान वीरेंद्र डोगरा ने जानकारी देते हुए बताया कि शहीद अंकुश ठाकुर के पिता अनिल ठाकुर ने अपने बेटे की याद में पीएचसी कड़ोहता में लगभग एक लाख रुपये से रेन शेल्टर बनवाया है, जिसमें 25 हजार रुपये की कुर्सियों का सेट भी लगवाया गया हैं. बीमार व्यक्ति या मरीजों के साथ आए परिजन बारिश व धूप के दौरान शेल्टर के नीचे बैठ कर आराम कर सकते हैं.
इसके साथ ही उन्होंने अस्पताल के अंदर लगभग 50 हजार रुपये का इंवर्टर भी लगवाया, जिससे अस्पताल में बिजली जाने पर रखी दवाइयां खराब न होंगी. उन्होंने बताया कि इससे लोगों को सुविधा मिलेगी.
शहीद के सम्मान में कड़ोहता अस्पताल व वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला को भी सरकार ने शहीद अंकुश ठाकुर के नाम से करने की घोषणा की थी. गांव वासियों ने शहीद अंकुश के पिता का अस्पताल में ये सुविधाएं उपलब्ध करवाने पर धन्यवाद किया है.
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