हमीरपुरः 6 मार्च को वर्ष 2021-22 का बजट पेश होने जा रहा है. ये सीएम जयराम ठाकुर का चौथा और कोरोना संकट के बीच पहला बजट होगा. जयराम सरकार के पेश होने वाले इस बजट से प्रदेश की जनता के साथ विद्यार्थियों, अभिभावकों व निजी स्कूल प्रबंधकों को राहत की उम्मीदें जताई हैं.
वहीं, एजुकेशन हब कहे जाने वाले हमीरपुर जिला को प्रदेश सरकार के बजट से काफी उम्मीदें हैं. कोरोना संकटकाल में हर वर्ग प्रभावित हुआ है. ऐसे में शिक्षा का क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं रहा है. ईटीवी भारत ने प्रदेश सरकार के बजट से 1 दिन पहले हमीरपुर जिला में विद्यार्थियों अभिभावकों और निजी स्कूल प्रबंधकों के साथ बातचीत की और प्रदेश सरकार से बजट की उनकी उम्मीदें भी जानी.
क्या कहना है विद्यार्थियों का
विद्यार्थी अनिल ठाकुर का कहना है कि प्रदेश सरकार के इस बजट पर शिक्षा से जुड़े हर व्यक्ति की नजर टिकी है. उम्मीद है कि इस बजट में प्रदेश सरकार शिक्षा से जुड़े वर्ग का विशेष ध्यान रखेगी. विद्यार्थी हनी का कहना है कि अत्यधिक के कारण इन दिनों विद्यार्थी और अभिभावक परेशान हैं उम्मीद है कि बजट में प्रदेश सरकार राहत प्रदान करेंगे.
क्या कहना है अभिभावक
अभिभावक विपिन कुमार का कहना है कि महंगाई की मार से जनता जूझ रही है. ऐसे में पेट्रोल के दाम भी बढ़ गए हैं सरकार को बजट में आम आदमी को राहत देनी चाहिए ताकि कम से कम शिक्षा के क्षेत्र में दो कुछ राहत बच्चों की पढ़ाई में मिल सके.
क्या कहते हैं निजी स्कूल प्रबंधक
निजी स्कूल प्रबंधक का शगुनदत्त शर्मा का कहना है कि शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश सरकार बजट में विशेष पैकेज का प्रावधान करें जिससे कि निजी स्कूल प्रबंधकों के साथ ही विद्यार्थियों और अभिभावकों को भी राहत मिल सके स्कूलों को बसों के टैक्स से राहत प्रदान की जाए। यदि ऐसा होता है तो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर अभिभावकों और विद्यार्थियों को भी इसका लाभ जरूर मिलेगा.
अभिभावकों को उम्मीद है कि प्रदेश सरकार के बजट में कोरोना संकटकाल में भारी-भरकम फिर से उन्हें राहत मिलेगी. हमीरपुर जिला के अभिभावकों की मांग है कि सरकार बजट में विशेष प्रावधान करे ताकि महंगाई के दौर में उन्हें कुछ राहत मिल सके.
स्कूल बसों के टैक्स में राहत मिलने की उम्मीद
एजुकेशन हब कहे जाने वाले हमीरपुर जिला के निजी स्कूल प्रबंधकों को उम्मीद है कि उन्हें स्कूल बसों के टैक्स में राहत मिलेगी इस वर्ग का तर्क है कि स्पेशल पैकेज अगर शिक्षा के क्षेत्र में सरकार रखती है तो यह स्कूल प्रबंधकों के साथ ही अभिभावकों और विद्यार्थियों के लिए भी बड़ी राहत होगा.
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