हमीरपुर: फल और सब्जी विक्रेताओं को भी वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण आर्थिक मंदी झेलनी पड़ रही है. हालात ऐसे हैं कि लॉकडाउन खुल चुका है, लेकिन बाजार में चहल-पहल कम ही देखने को मिल रही है. एक तरफ जहां बस चालकों और परिचालकों को सवारियां नहीं मिल रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ बस स्टैंड हमीरपुर में भी रौनक नहीं है.
जिन बस स्टैंड की कुर्सियों और बेंच पर अक्सर लोग बैठे रहते थे. इन दिनों वह खाली पड़ी हुई है. बुधवार को कम ही लोग बस स्टैंड में देखने को मिले. लोग घरों से बाहर निकलने में गुरेज कर रहे हैं. अति आवश्यक होने पर ही लोग बाहर निकल रहे हैं. फल सब्जी, विक्रेताओं, जूते के व्यापारियों, जूस विक्रेताओं का कहना था कि बाजार में ग्राहक दुकानों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं.
गर्मियों के दिनों में ठंडे पेय पदार्थों की मांग ज्यादा रहती है, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण इन दुकानों में कोई भी ग्राहक नहीं पहुंच रहा है. दुकानदारों का कहना है कि दिन में बहुत कम ग्राहक ही आजकल दुकान में पहुंच रहे हैं.
हमीरपुर जिला मुख्यालय के मुख्य बाजार में जूते के व्यापारियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लॉक डाउन खुल चुका है, लेकिन बाजार में ग्राहक नहीं पहुंच रहे हैं. सब्जी मंडी हमीरपुर में फल सब्जी विक्रेता दिलीप का कहना है कि पहले की बजाय अब धंधा बहुत मंदा हो चुका है. कम ही बिक्री हो रही है जिस वजह से गुजारा करना मुश्किल हो गया है.
बस स्टैंड हमीरपुर में दुकान चलाने वाले अश्वनी कुमार का कहना है कि लॉकडाउन तो खुल गया है, लेकिन हालात ऐसे हैं कि बस स्टैंड में लोग कम ही आ रहे हैं. दुकान में पानी की बोतल के अलावा कुछ और नहीं बिक रहा है. बसें चल रही हैं, लेकिन उनमें भी सवारियां नहीं है. जिस वजह से ग्राहक दुकान तक नहीं पहुंच रहे हैं.