हमीरपुर: जहां पर जरूरत होगी ब्यास नदी के किनारे खनन को अनुमति भी दी जाएगी. फिलहाल 15 सितंबर तक खनन पर पाबंदी रहेगी. अधिकारियों के साथ चर्चा करके इस पर फैसला लिया जाएगा. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हमीरपुर जिले के बड़सर विधानसभा क्षेत्र के दौरे के दौरान यह बयान दिया है.
मीडिया कर्मियों से रूबरू होते हो उन्होंने कहा कि दौरे के दौरान अधिकतर क्षेत्रों में यह पाया गया है कि लोगों की जमीन और घर खत्म हो गए हैं. ऐसे परिवारों को घर बनाने के लिए जमीन और पैसा सरकार की तरफ से स्वीकृत किया जाएगा. हर प्रभावित परिवार को राहत देने का प्रदेश सरकार की तरफ से प्रयास किया जा रहा है. वह प्रदेश भर में आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कर्मचारी चयन आयोग का एक बड़ा भवन हमीरपुर में बना है. ऐसे में कहीं और आयोग स्थापित करने का मतलब ही नहीं बनता है. अधिकारियों से इस विषय पर चर्चा चल रही है और जल्द ही फैसला लिया जाएगा. कमांडो की स्पेशल फोर्स गठित कर घातक चिट्टे जैसे नशों की तस्करी पर लगाम लगाई जाएगी. यह टास्क फोर्स साइबर क्राइम और अन्य मामलों से निपटने के लिए भी ट्रेंड होगी.
गौरतलब है की मुख्यमंत्री बड़सर विधानसभा क्षेत्र के गांव जब्बल खैरियां पहुंचे. यहां आपदा प्रभावित परिवारों के लिए चलाए जा रहे राहत एवं पुनर्वास कार्यों का निरीक्षण किया. इसके बाद वह गांव गुरु दा बन, समताणा खुर्द और लाहड़ी सालन में भी राहत एवं पुनर्वास कार्यों का जायजा लिया और उसके बाद कुछ देर के लिए भोटा के विश्राम गृह में रुक कर जन समस्याएं भी सुनीं. मुख्यमंत्री 6 सितंबर को सुजानपुर और कांगड़ा जिले में भी आपदा प्रभावित क्षेत्र का द्वारा करेंगे.