हमीरपुर: 32 वर्षों से भाजपा का गढ़ रही भोरंज विधानसभा सीट पर 60 वोट के अंतर से इस बार कांग्रेस ने जीत हासिल की है. 8 दिसंबर को चुनावी नतीजों के घोषणा के वक्त ये सीट कांटे की टक्कर को लेकर चर्चा में आई. यहां पर महज 60 वोट के अंतर से कांग्रेस के प्रत्याशी सुरेश कुमार ने जीत हासिल की. ईटीवी भारत ने हिमाचल विधानसभा चुनावों में बेहद कम वोट से इस सीट पर जीत हासिल करने वाले प्रत्याशी सुरेश कुमार से विशेष बातचीत की है और जाना की नतीजे घोषित होने के अंतिम क्षणों में काउंटिंग सेंटर के अंदर कैसा माहौल रहा. (Bhoranj MLA Suresh Kumar) (Bhoranj Assembly Seat)
अपनी जीत को लेकर आश्वस्त थे सुरेश कुमार- सुरेश कुमार ने कहा कि जीत को लेकर वह आश्वस्त थे, लेकिन कांटे की टक्कर यहां पर हुई है. उन्होंने कहा कि जीत एक वोट की भी होती है. उसके बाद लीड मानी जाती है. उन्होंने कहा कि ऐसे वह अपनी जीत को लेकर आश्वस्त थे, लेकिन उतार-चढ़ाव चलता रहा. उन्होंने कहा कि काउंटिंग बेहतर तरीके से यहां करवाई गई है. उन्होंने कहा कि लंबे अरसे से लोग यह प्रयास कर रहे थे कि यहां पर बदलाव हो और इस बार लोग इस में सफल हुए हैं. उन्होंने कहा कि चाहे जीत एक वोट से हो या फिर 10,000 से जीत जीत ही होती है.
हमीरपुर से सीएम बनने पर जिले के लिए गौरव का क्षण- उन्होंने कहा कि हमीरपुर जिले के लिए यह गौरव का क्षण है कि मुख्यमंत्री हमीरपुर जिले से चुने गए हैं और निश्चित तौर पर अब हमीरपुर जिला ज्यादा तरक्की करेगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चुनावों के दौरान भोरंज विधानसभा क्षेत्र में आकर एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया था. उन्होंने कहा कि इस जीत में सुखविंदर सिंह सुक्खू का बड़ा हाथ रहा है और उनके निर्देशों पर ही वह अब फील्ड में उतर कर लगातार क्षेत्र के लोगों के लिए कार्य करने के लिए जुट गए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारियों के साथ बैठक की गई है और आगामी दिनों में बेहतर ढंग से कार्य करने के लिए प्रयास किए जाएंगे. (Congress got victory in Bhoranj after 32 years) (Bhoranj MLA Suresh Kumar won by 60 votes)
ये भी पढ़ें: एक्शन में MLA सुरेश कुमार, अधिकारियों से बैठक कर बोले: तबादला अड्डा नहीं बनेगा भोरंज