हमीरपुरः विकास के लिए सबसे जरूरी सड़क को माना जाता है. कहते हैं कि सड़क अपने साथ विकास लेकर आती है. हिमाचल प्रदेश में तो सड़कों का महत्व और भी ज्यादा है. सड़कों को पहाड़ की लाइफ लाइन माना जाता है, लेकिन प्रदेश में सड़कों का हालत कुछ ठीक नजर नहीं आती. लोक निर्माण विभाग ने शहर की मुख्य सड़कों को तो दुरुस्त रखा है, लेकिन हमीरपुर नगर परिषद के वार्ड को शहर से जोड़ने वाली सड़क के हालात बेहद खस्ता हैं.
रास्तों पर बड़े-बड़े गढ्ढे
जब भी चुनाव आते हैं, तो सबसे पहले सड़कों को दुरुस्त करना की बात ही सबसे पहले की जाती है, लेकिन बावजूद इसके सड़कों की स्थिति दयनीय है. हमीरपुर नगर परिषद के वार्ड नंबर 3 में सड़कें खस्ताहाल हैं और रास्तों पर भी बड़े-बड़े गड्ढे पड़े नजर आते हैं. हमीरपुर मुख्यालय से प्रताप नगर जाने वाली इस सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे पड़े हैं. यहां वाहन चालकों समेत राहगीर भी बेहद परेशान हैं.
सड़कों के हाल भी खस्ता
सड़कों के खस्ताहाल के अलावा स्थानीय लोग टूटी-फूटी नालियों से भी परेशान हैं. नालियों की सही व्यवस्था न होने से गंदा पानी सड़कों पर आ जाता है. इससे न केवल गंदगी फैलती है, बल्कि रास्तों पर लगी टाइल भी टूट रही हैं. लोगों की मांग है कि इसे जल्द दुरुस्त करने की मांग कर रहा हैं.
टूटी-फूटी नालियों को जल्द दुरुस्त करने का दावा
एक ओर तो हम डिजिटल इंडिया का दम भरते हैं. वहीं, दूसरी ओर लोगों को सड़क जैसी मूलभूत सुविधा से भी वंचित रहना पड़ रहा है. सवाल यह भी है कि लोगों के बार-बार मांग करने के बावजूद भी सड़क अब तक दुरुस्त क्यों नहीं हो सकी है. लोक निर्माण विभाग ने शहरी इलाकों की सड़कें तो चकाचक कर दी, लेकिन नगर परिषद के वार्ड की सड़कों की हालत सरकार-प्रशासन पर सीधे सवाल खड़े करती है. हाल ही में हमीरपुर नगर परिषद के अध्यक्ष बने मनोज मिन्हास सड़कों और टूटी-फूटी नालियों को जल्द दुरुस्त करने का दावा कर रहे हैं.
भोटा नगर पंचायत में हालात खराब
भोटा नगर पंचायत में सूरत-ए-हाल कुछ ऐसा ही है. यहां सीवर की पाइप के लिए सड़क को खोदा गया, लेकिन सड़क खोदकर उसे दुरुस्त करना शायद भूल गया है. इसी सड़क से मरीज भोटा अस्पताल जाते हैं और बुजुर्गों समेत गर्भवती महिलाओं के लिए तो दिक्कत और भी ज्यादा बढ़ जाती है, लेकिन सरकार-प्रशासन को जैसे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. यहां भी जन प्रतिनिधि सड़क को जल्द दुरुस्त करने का दावा कर रहे हैं.
समय ही तय करेगा दावों की सच्चाई
जनता के इन सेवकों के दावों में कितना दम है, यह तो आने वाला समय ही बताएगा. लेकिन फिलहाल लोग खस्ताहाल सड़कों और नालियों की बदतर हालत से बेहद परेशान हैं. जनता जन सेवकों की ओर निगाह लगाए हुए है. हालांकि काम कब शुरू होगा, कब पूरा होगा. इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता, क्योंकि इस बारे में तो खुद यह जन प्रतिनिधि भी नहीं जानते हैं.
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