हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर के दड़ूही स्थित परिसर में जल्द अनुसंधान केंद्र स्थापित होगा. अनुसंधान केंद्र से तकनीकी विश्वविद्यालय में शोध कार्यों को बढ़ावा दिया जाएगा. हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय की बैठक में अनुसंधान केंद्र को स्थापित करने की मंजूरी दी है.
शैक्षणिक परिषद की 26 वीं बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रो. एसपी बंसल ने की. इसके अलावा बैठक में नए पाठ्यक्रम के तहत स्नातक और स्नातकोतर की डिग्री पूरी कर चुके विद्यार्थियों को श्रेणी सुधारने का विशेष मौका देने का फैसला लिया है. साथ ही शैक्षणिक परिषद की बैठक में एमटेक की डिग्री पूरा न करने वाले विद्यार्थियों को भी एक बार विशेष अवसर देने की निर्णय लिया है, जिससे वो अपनी डिग्री को पूरा कर सकते हैं.
हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय ने आईटी से संबंधित कार्यों के नए विभाग को खोलने का फैसला लिया. तकनीकी विश्वविद्यालय में संचालित आईटी से संबंधित सभी कार्य अब यूआईसीटी (विश्वविद्यालय सूचना और संचार प्रौद्योगिकी) के तहत किए जाएंगे. गेस्ट फैकल्टी के तहत प्राध्यापकों को रखने, दिसंबर 2019 डिग्री पूरी करने वाले विद्यार्थियों को डिग्री देने की अनुमति दी गई. ईआरपी के 32 में से 30 मॉड्यूल को मंजूरी दी गई. विस्थापित कश्मीरी पंडितों के साथ अब कश्मीर घाटी में रह रहे हिंदुओं को भी यूजी व पीजी कोर्सों में कोटे का प्रावधान को लागू करने का निर्णय लिया गया. शैक्षणिक परिषद ने यह निर्णय अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के परिपत्र में दिए गए निर्देशों के अनुसार लिया है.
तकनीकी विश्वविद्यालय ने संबंधित महाविद्यालयों में चल रही बीबीए के तीसरे से छठे सत्र तक के नए पाठ्यक्रम को मंजूरी दी तथा बीबीए के पहले सत्र के कोर्स में बदलाव किया गया. इससे पहले शैक्षणिक परिषद के सदस्य सचिव एवं कुलसचिव अनुपम कुमार ने सभी सदस्यों को स्वागत किया. कुलपति के संबोधन के बाद अधिष्ठाता शैक्षणिक प्रो कुलभूषण चंदेल ने बैठक का सुचारू रूप से संचालन किया.
अब नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत होंगे दाखिले
कुलपति प्रोफेसर एसपी बंसल ने कहा कि राज्यपाल के निर्देशों के अनुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वयन के लिए गठित तकनीकी विश्वविद्यालय की समिति को भी शैक्षणिक परिषद ने विधिवत स्वीकृति दी है, जो अब राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप पाठ्यक्रम में संशोधन करने पर काम करेगी. कुलपति ने बताया कि आगामी शैक्षणिक सत्र 2021-22 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मुताबिक ही तकनीकी विश्वविद्यालय और संबंधित महाविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी.