हमीरपुर: सियासी जमीन पकड़ने के लिए पिलाने वाले बाद में सिस्टम को ही लूटते हैं. बांटने और शराब पिलाने वालों का चेहरा बेनकाब करना बेहद जरूरी है. हमीरपुर में मंगलवार को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बड़सर में आयोजित (hamirpur public meeting )जनसभा यह (anurag thakur on alcohol) बात कही. उन्होंने चुनावी मौसम में प्रदेशभर में कथित तौर पर सक्रिय समाजसेवियों से सतर्क रहने की अभिभावकों और समाज से अपील भी की.
नशे पर जताई चिंता: बढ़ते नशे के प्रचलन पर चिंता (Anurag Thakur on drugs) जाहिर करते हुए अनुराग ठाकुर ने (Anurag Thakur visits Hamirpur) कहा कि परिवार के लोगों सहित समाज और सरकार का भी दायित्व रहता है कि इससे लोगों को दूर रखा जाए. सरकार इस दिशा में कई कदम उठाकर काम कर रही है.
समाजसेवियों की हमीरपुर में भरमार: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने उन कथित समाजसेवियों पर निशाना साधा जो चुनावी मौसम में सक्रिय हैं. हमीरपुर जिले में ऐसे समाजसेवियों की भरमार है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सत्ता में आने के बाद बांटने वाले सिस्टम और देश को ही लूटते है. बढ़ते हुए नशे के प्रचलन पर रोक लगाने के लिए सरकार के साथ समाज को योगदान करना चाहिए. उन्होंने मीडिया से आग्रह किया कि बांटने और शराब पिलाने वाले लोगों का चेहरा समाज के सामने बेनकाब करें. युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखा जा सके यह बेहद जरूरी है.
समाज सेवा मॉडल ऑफ पॉलिटिक्स: विधानसभा चुनाव 2022 करीब है. ऐसे में प्रदेश में कथित समाजसेवियों का कुनबा बढ़ने लगा है. समाज सेवा मॉडल ऑफ पॉलिटिक्स की पुरानी रीत रही है. सरकार में बैठे लोग भी समाजसेवा के अन्य कई माध्यमों को चुन रहे हैं, लेकिन ये रीत को कोई नईं नहीं है. 2017 के विधानसभा चुनावों में समाज सेवा मॉडल ऑफ पॉलिटिक्स के जरिए कई नेताओं ने बड़े बदलाव किए.
दिग्गज नेताओं को हराया: मंडी, हमीरपुर और कांगड़ा में समाजसेवियों ने दिग्गज नेताओं को हरा कर जीत हासिल की. 5 साल बाद अब यह माॅडल अधिक प्रचलन में है. ऐसे में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के बयान के बाद फिर इस मसले पर सियासी बहस छिड़ गई है.