हमीरपुर: जिला हमीरपुर के तहत नादौन विधानसभा क्षेत्र की रैल पंचायत में बीपीएल से नाम काटने पर बवाल हो गया है. इस पंचायत में 56 परिवारों में से 43 परिवारों को बीपीएल सूची से बाहर कर दिया गया है. पंचायत प्रधान और उप-प्रधान ने वर्तमान पंचायत सचिव पर मनमर्जी से लोगों के नाम बीपीएल से काटने का आरोप लगाया है. शनिवार को पंचायत में ग्राम सभा बुलाई गई थी तो इस दौरान भी सैकड़ों लोग ग्राम सभा में हिस्सा लेने के लिए पंचायत परिसर में पहुंच गए, लेकिन सचिव अपने कार्यालय से बाहर नहीं निकली. जिस पर लोगों ने विरोध में नारेबाजी भी की है.
बता दें कि पिछले दिन स्थानीय लोगों ने पंचायत प्रधान और उपप्रधान की अगुवाई में डीसी हमीरपुर को भी पंचायत सचिव के खिलाफ शिकायत सौंपी है. शिकायत में पंचायत प्रधान और उपप्रधान ने कहा था कि 9 जुलाई को उनके ग्राम पंचायत में ग्राम सभा का आयोजन किया गया था. इस ग्राम सभा के दौरान किसी भी व्यक्ति का बीपीएल से नाम नहीं काटा गया था.
उपप्रधान बोधराज का कहना है कि ग्राम सभा के दिन सचिव ने कार्रवाई को नहीं लिखा और बाद में लिखने की बात कहकर वह घर चली गई. बाद में 22 जुलाई को डीसी हमीरपुर के दौरे का डर दिखाकर उसने कोरम और ग्राम सभा की कार्रवाई पर हस्ताक्षर ले लिए. पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि इस बारे में खंड विकास अधिकारी को भी सूचित किया गया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
शुक्रवार को प्रतिनिधियों ने डीसी हमीरपुर को शिकायत सौंपी और शनिवार को ग्राम सभा बुलाई गई, लेकिन पंचायत सचिव अपने कार्यालय से बाहर नहीं निकली. जिस कारण ग्राम सभा में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे लोग आक्रोशित हो गए. जब इस बारे में पंचायत उप प्रधान बोधराज से बात की गई तो उन्होंने ने बताया पंचायत सचिव अपने कार्यालय में ही बैठी रही, जबकि सैकड़ों लोग ग्राम सभा में हिस्सा लेने के लिए पंचायत के प्रांगण में बैठे रहे.
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