हमीरपुर: हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग के जेओए पेपर लीक मामले में 6 आरोपियों को हमीरपुर की अदालत ने शनिवार को 4 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा (Accused in HPSSC JOA paper leak case) है. मामले में दोपहर 4 बजे के करीब चार पुरुष आरोपियों को अदालत में पेश किया गया. इसके बाद महिला आरोपियों को 5 बजे अदालत में लाया गया. सभी आरोपियों को अदालत ने 4 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है. कड़ी सुरक्षा में इन आरोपियों को अदालत में पेश किया गया. वहीं, महिला कर्मी उमा आजाद के घर से विजिलेंस ने दूसरे दिन 7.90 लाख रुपये और बरामद किए हैं. (JOA paper leak case in Himachal.)
गौरतलब है कि 23 दिसंबर को परीक्षा से 2 दिन पूर्व ही जूनियर ऑफिस अस्सिटेंट पोस्ट कोड 965 का पेपर लीक हो गया था. इस मामले में कर्मचारी चयन आयोग कार्यालय की गोपनीय ब्रांच में तैनात वरिष्ठ सहायक उमा आजाद को मुख्य आरोपी बनाया गया था. मामले में उमा आजाद के बेटे निखिल आजाद, निखिल के दोस्त नीरज दलाल, संजय और पेपर खरीदने वाले एक युवक और युवती को आरोपी बनाया गया है.(JOA paper leak case).
सभी को आज अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 4 दिन का पुलिस रिमांड मिला है. विजिलेंस थाना हमीरपुर की टीम इन सभी आरोपियों से बुधवार तक पूछताछ करेगी. डीएसपी विजिलेंस थाना हमीरपुर रेनू शर्मा का कहना है कि आरोपियों को अदालत में पेश किया गया है और उन्हें 4 दिन का पुलिस रिमांड मिला है. मामले में गहनता से छानबीन की जा रही है.
पुलिस ने निकाली आरोपियों की बैंक डिटेल्स: बताया जा रहा है कि इस मामले में अब मुख्य आरोपी उमा आजाद की संपत्तियों की जांच की जाएगी. फिलहाल आरोपी के बैंक खातों की डिटेल विजिलेंस की टीम ने आरोपियों से ले ली है. बैंक खाते फ्रीज करने की संभावनाओं को भी नहीं नकारा जा सकता है. हालांकि अभी तक सिर्फ डिटेल्स ली गई हैं. जल्द ही संपत्तियों की जांच के लिए टीम आगामी कार्रवाई करेगी. माना यह भी जा रहा है कि पूछताछ के बाद ही महिला के पुश्तैनी घर और अन्य आरोपियों के ठिकानों पर भी दबिश दी जा सकती है.
महिला का वर्क रुम किया गया सील, कॉल डिटेल के साथ मोबाइल भी जब्त: हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की गोपनीय ब्रांच में तैनात आरोपी महिला कर्मचारी कुमार आजाद वर्क रुम भी सील कर दिया गया है. जिस कमरे में बैठकर महिला काम करती थी, उस कमरे को सील कर दिया गया है. अब टीम की जांच आरोपियों के मोबाइल और कॉल डिटेल तक पहुंच गई है. आरोपियों की कॉल डिटेल भी निकाली गई हैं. जिनको खंगाल कर ये पता लगाया जाएगा की लीक किए गए पेपर को कितना और कहां-कहां तक बेचा गया था.
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