भोरंज/हमीरपुर: बाहरी राज्यों से लौटे लोगों की भोरंज में एंट्री के बाद उपमंडल प्रशासन भी सतर्क हो गया है. जिला में रेड जोन से वापिस आ रहे लोगों की एंट्री के बाद कोरोना संक्रमितों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में ग्रीन व ऑरेंज जोन से आने वालों को होम क्वांरटाइन किया जा रहा है, जबकि रेड जोन से आने वाले लोगों को संस्थागत क्वांरटाइन किया जा रहा है.
संस्थागत क्वारंटाइन लोगों पर स्वास्थ्य विभाग लगातार नजर बनाए हुए हैं और इन लोगों के सैंपल जांच के लिये भेजे जा रहे हैं. भोरंज में भी 142 लोगों को संस्थागत क्वांरटाइन किया गया है. भोरंज एसडीएम डॉ. अमित शर्मा ने बताया कि ग्रीन जोन व ऑरेंज जोन, बद्दी बरोटीवाला व नालागढ़ से आने वाले लोगों को होम क्वांरटाइन किया जा रहा है और रेड जोन से आने वाले लोगों को संस्थागत क्वांरटाइन किया जा रहा है.
एसडीएम ने बताया कि सभी पंचायतों में संस्थागत क्वांरटाइन सेंटर बनाये गए हैं. क्वारंटाइन केंद्रों में स्कूल में कमेटी बनाई गई है. इन केंद्रों में 46 लोग क्वांरटाइन किये गए हैं. इसके अतिरिक्त बड़े स्तर पर भी संस्थागत क्वांरटाइन सेंटर बनाये गए हैं. ये क्वारंटाइन सेंटर जाहू एचपीएमसी, जेएनवी डूंगरी, राजकीय महाविद्यालय कंज्याण में बनाए गए हैं.
डॉ. अमित शर्मा ने बताया कि मौजूदा समय में जाहू में 17 लोग क्वांरटाइन किये गए हैं और जेएनवी डूंगरी में 78 लोगों को क्वांरटाइन किया गया है, जिनमें मुंबई से सोमवार को 57 लोग व मंगलवार सुबह पूणे से 21 लोग आये हैं. इसके अलावा एक व्यक्ति को अपने खर्चे पर होटल रिवर व्यू में क्वांरटाइन किया गया है. इस समय भोरंज में 142 लोगों को क्वांरटाइन किया गया है. भोरंज प्रशासन करोना महामारी से निपटने के लिये तैयार है.
बता दें कि सोमवार को कोविड-19 संक्रमित पांच नए मामले सामने आने के बाद नादौन उपमंडल की तीन पंचायतों के चार वार्ड और हमीरपुर उपमंडल की दो पंचायतों के आठ वार्ड कंटेनमेंट जोन घोषित किए गए हैं. आदेशों के तहत इन क्षेत्रों में कोई भी व्यक्ति व वाहन बाहर से भीतर या भीतर से बाहर नहीं आ-जा सकेगा. सरकारी सेवाओं में लगे व्यक्तियों एवं वाहनों को इससे छूट रहेगी. जिला में बाहरी राज्यों से आ रहे लोगों की एंट्री के बाद कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ने पर प्रशासन अलर्ट पर है.