चंबा: छोटी उम्र में बड़ी उपलब्धियां नाम करने वाले चुराह के सनी सूर्यवंशी को वर्ष 2021 के इंडियन आइकॉन अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा. 25 जनवरी 2001 को जन्में सनी सूर्यवंशी जिला चंबा के अति दुर्गम क्षेत्र चुराह तहसील की चरड़ा पंचायत से सम्बंध रखते हैं. सनी वर्तमान समय में महाविद्यालय चंबा से बीए अंतिम वर्ष के छात्र हैं. सनी सूर्यवंशी छोटी उम्र से ही समाज के प्रति कुछ अलग करने का जज्बा रखते हैं.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सम्मान समारोह
सनी सूर्यवशी एक प्राशसनिक अधिकारी बनकर समाज के बेसहारा, लाचार लोगों की मदद करना चाहते हैं. एनएचआरओ (National Human Rights Organization) ने सनी को इस अवार्ड के लिए चुना है. यह अवार्ड हर वर्ष देश के 151 व्यक्तियों को दिया जाता है. जोकि समाजसेवा, कला सहित्य, विज्ञान के क्षेत्र में दिया जाता है. यह सम्मान समारोह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 11 जुलाई 2021 को एक होटल में आयोजित होगा. जिसमें बतौर मुख्यातिथि दिल्ली के कैबिनेट मंत्री सत्येन्द्र जैन होंगे.
जरूरतमंद बच्चों को उपलब्ध करवा रहे नि:शुल्क शिक्षा
इसके साथ ही देश के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल रहेंगे. सनी सूर्यवंशी ने अपने कॉलेज के दूसरे वर्ष में अपने कुछ सहपाठियों के साथ मिलकर एक संस्था बनाई जिसमें यह सुनिश्चित किया कि वह झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों को शिक्षा उपलब्ध करवाएंगे. इसी कड़ी को जारी रखते हुए अभी यह जिला चम्बा में 68 जरूरतमंद बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा (Free Education) उपलब्ध करवा रहे हैं.
12वीं कक्षा में किया था टॉप
सनी सूर्यवंशी वर्ष 2019 में छात्र संगठन के प्रदेश सचिव (State Secretary of Student Organization) भी रह चुके हैं. वह 12वीं कक्षा के टॉपर भी रहे हैं. 12वीं में उनके उत्कृष्ट परिणाम के आधार पर उन्हें एसजेवीएन कंपनी द्वारा प्रतिमाह 2 हजार छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है. सनी सूर्यवंशी अभी तक 8 बार रक्तदान भी कर चुके हैं. सनी जिस संस्था के माध्यम से लोगों की मदद करते हैं उसके संस्थापक सदस्य भी सनी सूर्यवंशी हैं.
भारत में शिक्षा के अधिकार से वंचित बच्चे
सनी सूर्यवंशी का कहना है कि मेरे मन में समाज के लिए कुछ ऐसा करने की इच्छा है जिससे समाज में हर बच्चे को शिक्षा मिल सके. वर्ष 2011 की रिपोर्ट के अनुसार भारत में 8 करोड़ से अधिक बच्चे शिक्षा के अधिकार से वंचित है. हालांकि भारत में संविधान (Constitution) शिक्षा का अधिकार (Right to Education) तो देता है, लेकिन वह जमीनी स्तर पर लागू करने के लिए काफी समय लग जाएगा.
सनी ने कहा मैं अभी इस काबिल तो नही हूं कि मुझे इतने बड़े अवॉर्ड से सम्मानित किया जाना चाहिए. लेकिन इस सम्मान को ठुकराया नहीं जा सकता है. इसका सारा श्रेय में अपने माता पिता, अपने शिक्षकों और अपनी संस्था के सभी सदस्यों व सभी शुभ चिंतकों को देना चाहूंगा. जिनकी वजह से आज मुझे इस अवार्ड( Award) से सम्मानित किया जा रहा है.
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