चंबा: गुड फ्राइडे के उपलक्ष पर शहर स्थित चर्च में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. इस दौरान इसाई समुदाय के लोगों ने चर्च पहुंचकर विशेष प्रार्थना सभा में भाग लिया. लोगों ने कोरोना महामारी से जल्द निजात पाने की प्रार्थना की. चर्च के पादरी ने कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने लोगों की मुसीबतों को बढ़ा दिया है. लोगों को कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करना चाहिए, ताकि संक्रमण से लड़ाई को जीता जा सके.
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क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे
गुड फ्राइडे ईसाई समुदाय का प्रमुख त्योहार है. इसे ईस्टर संडे से पहले 20 मार्च और 23 अप्रैल के बीच शुक्रवार को ही मनाया जाता है. ईसाई समुदाय के लोग ईसा मसीह को मानते हैं और इस दिन उन्हें सूली पर चढ़ाया गया था. ईसा मसीह सूली चढ़ाने के 2 बाद ही रविवार को फिर जिंदा हो उठे थे, जिसकी खुशी में ईस्टर संडे मनाया जाता है.
गुड फ्राइडे से जुड़ा रोचक तथ्य
आज भी इजरायल की राजधानी जेरूसलम में वह जगह मौजूद है, जहां ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था. यह जगह गोलगोथा के नाम से पूरे विश्व में मशहूर है. जिस जगह गोलगोथा मौजूद हैं, वह हिल ऑफ द केलवेरी के नाम से जाना जाता है. इसी जगह पर चर्च ऑफ फ्लेजिलेशन स्थित है, जहां सार्वजनिक रूप से ईसाई धर्म के प्रभु ईसा मसीह की निंदा की गई थी. मान्यताओं के अनुसार, चर्च ऑफ फ्लेजिलेशन के मार्ग को दर्द या पीड़ा का मार्ग कहा जाता है. इस स्थान पर नौ और ऐतिहासिक स्थल स्थित है.
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