डलहौजी: हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनेगी या कमल खिलेगा यह तो 8 दिसंबर को ही पता चल पाएगा, लेकिन दोनों दल अपनी-अपनी सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं. हिमाचल में 68 विधानसभा सीटों में से एक ऐसी सीटें है जिसपर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं कि आखिर इस बार वहीं से किस प्रत्याशी की जीत होगी. इन्हीं सीटों में से एक है डलहौजी विधानसभा सीट. हिमाचल की 68 विधानसभा में से डलहौजी चौथी विधान सीट है जो कि चंबा जिला के अतंर्गत आती है. वर्तमान में इस सीट कांग्रेस का कब्जा. यहां से कांग्रेस की आशा कुमारी विधायक हैं. वहीं, भाजपा से डीएस ठाकुर चुनावी मैदान में है. जनता हाथ का साथ देती है, या कमल खिलाती है ये तो मतगणना के दिन ही स्पष्ट हो पाएगा. (Dalhousie Assembly Seat) (asha kumari vs ds thakur in dalhousie)
डलहौजी विधानसभा क्षेत्र में मतदान प्रतिशत: इस साल चंबा जिले में 73.90 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है. वहीं, डलहौजी विधानसभा सीट पर इस साल 75.97 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है. बता दें कि साल 2017 में डलहौजी विधानसभा सीट पर 73.25 फीसदी मतदर्न दर्ज किया गया था. (Voting percentage in Dalhousie Assembly Seat)
कौन हैं आशा कुमारी: आशा कुमारी हिमाचल की राजनीति का एक बड़ा चेहरा है. आशा कुमारी वर्तमान में विधायक हैं. आशा कुमारी ने भोपाल यूनिवर्सिटी से 1978 में आर्ट्स में बीए की है. आशा कुमारी के पास चल संपत्ति 1 करोड़ 23 लाख 81 हजार है और अचल संपत्ति 4 करोड़ 16 लाख 50 हजार है. आशा कुमारी के खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज है.
बात अगर इन दोनों नेताओं के राजनीतिक अनुभव की करें तो कांग्रेस प्रत्याशी आशा कुमारी कांग्रेस का मजबूत चेहरा है. आशा कुमारी अब तक 8 विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं और 6 बार विधायक रह चुकी हैं. राजनीति की अच्छी परख और पकड़ रखने वाली आशा कुमारी 40 साल से राजनीति में हैं. (Congress candidate from Dalhousie assembly seat)
कौन हैं डीएस ठाकुर: धविंदर सिंह ठाकुर लंबे समय से राजनीति में सक्रिय हैं, डीएस ठाकुर 2017 में भी आशा कुमारी के खिलाफ चुनावी मैदान में खड़े थे. भाजपा प्रत्याशी धविंदर सिंह ने 1985 में एचपी बोर्ड से मैट्रिक पास की है. भाजपा प्रत्याशी धविंदर सिंह के पास चल संपत्ति 13 करोड़ 68 लाख 26 हजार है और अचल संपत्ति 98 लाख 50 हजार है. धविंदर सिंह पर एक भी मामला दर्ज नहीं है. वहीं, धविंदर सिंह भी राजनीति में सक्रिय रहे हैं और पिछले चुनावों में उन्होंने आशा कुमारी को कड़ी टक्कर दी थी. (BJP candidate from Dalhousie assembly seat)
डलहौजी विधानसभा सीट से उम्मीदवार: डलहौजी विधानसभा सीट पर कुल 5 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. इनमें से कांग्रेस से आशा कुमारी, भाजपा से धविंद्र सिंह, आम आदमी पार्टी से मनीष सरीन, आरडीपी से अशोक कुमार बकारिया और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में रिंकू चुनावी मैदान में हैं. हर बार की तरह इस बार भी यहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच मुख्य मुकाबला है. (chamba district profile ) (Dalhousie Assembly Constituency) (Dalhousie Congress MLA Asha Kumari) (Himachal Pradesh elections Exit Polls)
डलहौजी विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा: डलहौजी विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा कायम है. पिछले दोनों विधानसभा चुनावों में यहां से कांग्रेस की वरिष्ठ नेता आशा कुमारी ने जीत दर्ज की है. इस बार भी मुकाबला 2017 की तरह आशा कुमारी और धविंदर सिंह ठाकुर के बीच होने जा रहा है. पिछले चुनावों में दोनों के बीच टक्कर का मुकाबला हुआ था और धविंदर सिंह बहुत ही कम वोटों से चुनाव हारे थे. (Dalhousie Assembly Constituency) (himachal voting percentage 2022)
डलहौजी विधानसभा सीट पर आशा कुमारी बनाम डीएस ठाकुर: बात अगर इन दोनों नेताओं के राजनीतिक अनुभव की करें तो कांग्रेस प्रत्याशी आशा कुमारी कांग्रेस का मजबूत चेहरा है. आशा कुमारी अब तक 8 विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं और 6 बार विधायक रह चुकी हैं. राजनीति की अच्छी परख और पकड़ रखने वाली आशा कुमारी 40 साल से राजनीति में हैं. वहीं, धविंदर सिंह भी राजनीति में सक्रिय रहे हैं और पिछले चुनावों में उन्होंने आशा कुमारी को कड़ी टक्कर दी थी. आशा कुमारी पर एक आपराधिक मामला दर्ज है वहीं, धविंदर सिंह पर एक भी मामला दर्ज नहीं है. (Himachal Pradesh elections Exit Polls)
इस साल आशा कुमारी अपना नौवां चुनाव लड़ रही हैं. कांग्रेस को पूरी उम्मीद है कि आशा कुमारी इस बार भी जीत दर्ज करेंगी. वहीं, भाजपा ने भी इस सीट पर कब्जा करने के लिए इस बार बहुत कोशिश की. भाजपा पिछली बार वोट में रहे अंतर को पाटने के साथ ही जीत दर्ज करने की कोशिश करेगी. इस सीट को जीतना भाजपा के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. आशा कुमारी एक स्ट्रॉन्ग कैंडिडेट हैं और राजनीति में उन्हें लंबा अनुभव है ऐसे में भाजपा के लिए ये सीट जीतना मुश्किल हो सकता है, वहीं, पिछले चुनावों में कांग्रेस को मात्र करीब साढ़े 500 वोटों से ही जीत मिली थी. जीत का अंतर ज्यादा नहीं था. ऐसे में इस बार भाजपा आगे न बढ़ जाए ये चिंता कांग्रेस को भी है. (himachal election 2022 voting )
डलहौजी विधानसभा क्षेत्र में इस बार के चुनावी मुद्दे: डलहौजी विधानसभा क्षेत्र में इस साल सड़क, स्वास्थ्य आदि क्षेत्र के साथ कई मुद्दे रहे. विधानसभा क्षेत्र के कई इलाकों में सड़कों का अभाव रहा है. महंगाई और बेरोजगारी का मुद्दा हावी रहा. स्वास्थ्य संस्थानों में स्टाफ की कमी का भी मुद्दा अहम रहा. (Dalhousie Assembly Constituency Issues)
डलहौजी विधानसभा सीट को जीतना भाजपा के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. आशा कुमारी एक स्ट्रांग कैंडिडेट है और राजनीति में उन्हें लंबा अनुभव है ऐसे में भाजपा के लिए ये सीट जीतना मुश्किल हो सकता है, वहीं, पिछले चुनावों में कांग्रेस को मात्र करीब साढ़े 500 वोटों से ही जीत मिली थी. जीत का मार्जन ज्यादा नहीं था. ऐसे में इस बार भाजपा आगे न बढ़ जाए ये चिंता कांग्रेस को भी है. (Himachal Pradesh elections result 2022)
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