चंबाः जिले के जनजातीय क्षेत्र पांगी के लोगों का दर्द एक बार फिर से सामने आया है. इस बार उनका दर्द केंद्रीय मंत्री के समक्ष छलका है. सुरंग निर्माण को लेकर पांगी वासियों ने एक बार फिर आवाज बुलंद की है और केंद्रीय मंत्री के समक्ष मामला रखा है.
सर्दियों में पांगी घाटी में हर साल पांच से दस फुट के बीच बर्फबारी दर्ज की जाती है. जिसके कारण पांगी घाटी की करीब 30,000 की आबादी वर्ष में छह माह के लिए शेष विश्व से पूर्ण रूप से कट जाती है. ऐसे में लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
समय पर उपचार न मिलने के कारण अब तक हजारों लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है. आजादी के बाद से ही घाटी के लोग पांगी के लिए सुरंग निर्माण की मांग कर रहे हैं, लेकिन मांग को अमलीजामा न पहनाए जाने पर अब घाटी के लोग अब स्वयं को ठगा महसूस कर रहे हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि इस सुरंग के निर्माण से न केवल पांगी की जनता को वर्ष के 12 महीने मूलभूत सुविधाएं मिलेंगी, अपितु घाटी में पर्यटन को भी पंख लगेंगे. सुरक्षा की दृष्टि से भी यह सुरंग काफी लाभदायक सिद्ध होगी.
इसके अतिरिक्त उन्होंने पांगी घाटी के संसारी नाला- तांदी- लाहौल स्पिती मार्ग के निर्माणकार्य को तीव्र गति से पूरा करने को लेकर सीमा सुरक्षा संगठन को आदेश जारी करने का आग्रह भी किया. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने जल्द से जल्द उनकी समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन भी दिया.