चंबा: राजस्व, कृषि व जनजातीय विकास विभाग के प्रधान सचिव ओंकार शर्मा ने अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान भरमौर उपमंडल के विकास कार्यों का जायजा लिया. इस दौरान अधिकारियों को विकास कामों को तेज गति देने और प्रदेश व केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों तक ज्यादा से ज्यादा पहुंचाने की बात कही.
भरमौर में विकास कार्यों को लेकर की गई समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए ओंकार शर्मा ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते जिला के अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा इस क्षेत्र में संक्रमण का प्रभाव ना होना जिला व स्थानीय प्रशासन के प्रभावी कदमों का ही नतीजा है, जोकि सराहनीय है. बैठक में प्रधान सचिव ने लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग के द्वारा करवाए जा रहे मुख्य कामों का भी ब्योरा तलब किया और संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इन कामों को जल्दी से किया जाए.
कृषि, बागवानी व पशुपालन से जुड़े हुए किसानों और बागबानों को सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती से जोड़ने के लिए बल देते हुए कहा कि ये क्षेत्र रसायनिक खादों और कीटनाशकों के इस्तेमाल से अधिकांश रूप से अछूता रहा है. लिहाजा कृषि व बागवानी विभाग इस क्षेत्र के लिए व्यवहारिक व बुनियादी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कार्य योजना तैयार कर जागरूक करें और लोगों को अधिक से अधिक सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती से लाभान्वित करें, ताकि यहां की पैदावार को अलग से पहचान मिल सके. साथ ही लोगों की आर्थिकी और अधिक सुदृढ़ बन सके.
ओंकार शर्मा ने कहा कि निर्माणाधीन एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय का भवन बनने तक बच्चों को आ रही समस्या को ध्यान में रखते हुए उन्हें किसी दूसरे भवन में स्थानांतरित किया जाए. उन्होंने अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर पीपी सिंह को निर्देश दिए कि इसके लिए भरमौर में वैकल्पिक भवन की व्यवस्था देखी जाए.
बैठक के दौरान ओंकार शर्मा ने भरमौर उपमंडल में निर्माणाधीन शैक्षणिक भवनों के कार्यों की स्टेटस रिपोर्ट भी तलब की. इस दौरान उन्होंने एसडीएम भरमौर मनीष सोनी को हड़सर लैंडस्लाइड के प्रभावित परिवारों को जल्द उचित मुआवजा देने के भी निर्देश दिए . साथ ही ग्राम पंचायत कुगती में चुरी प्रजाति की गाय के गर्भाधान के लिए पशुपालन विभाग को याक उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए.
प्रशासन को निर्देश देते हुए ओंकार शर्मा ने कहा कि भरमौर चौरासी मंदिर परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग की कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित बनाई जाए. इस दौरान उन्होंने श्री मणिमहेश यात्रा के प्रबंधन के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि कोरोना वायरस के चलते अगस्त महीने में यात्रा का स्वरूप प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार ही तय किया जाएगा.