चंबा: उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मणिमहेश में ताजा बर्फ के फाहें गिरे है. भारी बारिश के कारण डल झील का जलस्तर भी बढ़ गया है. साथ ही झील के आसपास का पूजा स्थल भी जलमग्न हो गया है. मौसम के खराब रुख को देखते हुए उपमंडलीय प्रशासन ने यात्रियों से हितायत बरतने की अपील की है और मौसम के सामान्य होने तक यात्र पर न जाने का आग्रह किया है.
एडीएम भरमौर पीपी सिंह ने कहा कि लोगों से सोशल मीडिया के माध्यम से भी यात्रा को मौसम के रुख को देखते हुए वह जगह-जगह मार्गों पर हो रहे भूस्खलन के चलते स्थगित करने की अपील की गई है. उन्होंने कहा कि हालांकि चंबा से भरमौर तक हल्के वाहनों के माध्यम से आवाजाही बनी हुई है, लेकिन हड़सर से डल झील तक भारी वर्षा के कारण 13 किलोमीटर का पैदल मार्ग कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुआ है.
पीपी सिंह ने कहा कि दुनाली नाले में जलस्तर बढ़ने के कारण पुल से पार जाना फिलहाल रोक दिया गया है. नाले के एक और कई अस्थाई दुकानें भी बह गई हैं और जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है, जिसे सामान्य होने तक पार नहीं किया जा सकता.
पीपी सिंह ने कहा कि नदी नालों के जलस्तर को व हड़सर से डल झील तक के मार्ग के हालात सामान्य होने तथा भूस्खलन के रुकने तक यात्रा पर रोक बनी रहेगी. उन्होंने यात्रियों से आग्रह किया कि ऐसे हालात में जान जोखिम में डालकर यात्रा ना करें. उन्होंने कहा कि डल झील का भी जलस्तर बढ़ चुका है. लोग जलस्तर सामान्य होने तक एहतियात बरतें.
बता दें कि जनजातीय क्षेत्र भरमौर में सोमवार दोपहर तक बारिश का दौर जारी रहा. वहीं दोपहर बाद यहां मौसम ने राहत दी है.