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चंबा के इस इन गावों में अब नहीं होगी पानी की परेशानी, वन विभाग ने शुरू की ये पहल - वन विभाग

चंबा के कंदला बीट में वन विभाग के दो कर्मचारियों ने चेकडैम का निर्माण कर प्राकृतिक रूप से पानी को बचाने की पहल शुरू की है, चेकडैम में पांच लाख से अधिक लिटर पानी इकट्ठा होता है. गावों में पानी की समस्या दूर होने से कंदलावासियों को राहत.

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Published : Aug 7, 2019, 7:39 AM IST

चंबा: चुराह विधानसभा क्षेत्र के मसरूंड रेंज के अंतर्गत आने वाली बीट कदला में फॉरेस्ट गार्ड और ब्लॉक अधिकारियों के प्रयास देखने को मिल रहे हैं. मसरूंड रेंज के अंतर्गत आने वाले कंदला बीट में इन दिनों वन विभाग के दो कर्मचारियों ने चेकडैम का निर्माण कर प्राकृतिक रूप से पानी को बचाने की पहल शुरू की है. चेकडैम में करीब पांच लाख से अधिक पानी स्टोर करने की क्षमता है. जिससे कई गांव के लोगों को लाभ हो रहा है.

चेकडैम के पानी का इस्तेमाल लोग अपने और मवेशियों के लिए कर रहे हैं. बता दें कि कंदला बीट के कई गांव में पानी की किल्लत रहती है. इसके चलते वन विभाग द्वारा तैयार किये गए चेकडैम से पानी स्टोर किया जा रहा है जिसकी लम्बाई बारह मीटर और चोड़ाई 30 मीटर है. वन विभाग की यह पहल काबिले तारीफ है. इस तरह के चेकडैम वन विभाग और क्षेत्रों में भी बनाने की तैयारी में है.

वीडियो

चेकडैम से कांदल गांव सहित चार अन्य गांव को भी लाभ पहुंचा है. वहीं, दूसरी ओर स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां पानी इकट्ठा किया गया है जो बहुत ही उचित कदम है. हमें खुशी है कि इस पानी का हम सही इस्तेमाल कर रहे हैं. वहीं, इस चेकडैम को बनाने वाले फॉरेस्ट गार्ड केवल किशन का कहना है कि हमने काफी मेहनत से इन चेकडैम को बनाया है ताकि पास के गांवों को पानी की सुविधा मिल सके. चेकडैम में पांच लाख से अधिक लिटर पानी इकट्ठा होता है. हम इस तरह के और भी चेकडैम बनाएंगे ताकि लोगों को सुविधा मिल सके.

ब्लॉक अधिकारी जगजीत चावला का कहना है कि चेकडैम से काफी लोग लाभ ले रहे हैं. कई गावों में पानी की समस्या थी लेकिन अब लोग इस चेकडैम से पानी की भरपाई कर सकते हैं. इस तरह और चेकडैम बनाने के लिए सोच रहे हैं.

चंबा: चुराह विधानसभा क्षेत्र के मसरूंड रेंज के अंतर्गत आने वाली बीट कदला में फॉरेस्ट गार्ड और ब्लॉक अधिकारियों के प्रयास देखने को मिल रहे हैं. मसरूंड रेंज के अंतर्गत आने वाले कंदला बीट में इन दिनों वन विभाग के दो कर्मचारियों ने चेकडैम का निर्माण कर प्राकृतिक रूप से पानी को बचाने की पहल शुरू की है. चेकडैम में करीब पांच लाख से अधिक पानी स्टोर करने की क्षमता है. जिससे कई गांव के लोगों को लाभ हो रहा है.

चेकडैम के पानी का इस्तेमाल लोग अपने और मवेशियों के लिए कर रहे हैं. बता दें कि कंदला बीट के कई गांव में पानी की किल्लत रहती है. इसके चलते वन विभाग द्वारा तैयार किये गए चेकडैम से पानी स्टोर किया जा रहा है जिसकी लम्बाई बारह मीटर और चोड़ाई 30 मीटर है. वन विभाग की यह पहल काबिले तारीफ है. इस तरह के चेकडैम वन विभाग और क्षेत्रों में भी बनाने की तैयारी में है.

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चेकडैम से कांदल गांव सहित चार अन्य गांव को भी लाभ पहुंचा है. वहीं, दूसरी ओर स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां पानी इकट्ठा किया गया है जो बहुत ही उचित कदम है. हमें खुशी है कि इस पानी का हम सही इस्तेमाल कर रहे हैं. वहीं, इस चेकडैम को बनाने वाले फॉरेस्ट गार्ड केवल किशन का कहना है कि हमने काफी मेहनत से इन चेकडैम को बनाया है ताकि पास के गांवों को पानी की सुविधा मिल सके. चेकडैम में पांच लाख से अधिक लिटर पानी इकट्ठा होता है. हम इस तरह के और भी चेकडैम बनाएंगे ताकि लोगों को सुविधा मिल सके.

ब्लॉक अधिकारी जगजीत चावला का कहना है कि चेकडैम से काफी लोग लाभ ले रहे हैं. कई गावों में पानी की समस्या थी लेकिन अब लोग इस चेकडैम से पानी की भरपाई कर सकते हैं. इस तरह और चेकडैम बनाने के लिए सोच रहे हैं.

Intro:वन विभाग की पहल पानी की कमी को दूर करने के लिए बना दिए चेक वाल , आधा दर्जन से अधिक गाँव के लोग उठा रहे लाभ

कहते बुलंद होंसलों के आगे आंधियां भी अपना रास्ता बदल लेती हैं ,जी हाँ यही होंसला आजकल चुराह विधान क्षेत्र के मसरूंड रेंज के अंतर्गत आने वाली बीट कदला में फारेस्ट गार्ड और ब्लोक अधिकारी के प्रयासों से देखने को मिल रहा हैं , मसरूंड रेंज के अंतर्गत आने वाले कंदला बीट में इन दिनों वन विभाग के दो ऐसे होनहार कर्मचारियो ने यहाँ चेक डेम का निर्माण करवाकर प्राकृतिक रूप से पानी को बचाने की पहल शुरू की है इस चेक वाल में करीब पांच लाख से अधिक लीटर पानी स्टोर होता हैं जिससे कई गाँव को लाभ होने वाला हैं ये चेक बाल बनके तैयार हैं इसके चलते कई लोग यहाँ से पानी अपने माल मवेशियों को अपने लिए लेते हैं ,आपको बताते चले की कंदला बीट के कई गाँव में पानी की किल्लत होती है जहाँ वन विभाग द्वारा तैयार किये गए वाटर हरबेस्टिंग सिस्टम के जरिये ये पानी स्टोर किया जा रहा हैं जिसकी लम्बाई बारह मीटर और चोदाई 30 मीटर हैं साथ ही इसकी उंचाई भी पाने तीन मीटर तक हैं ,ऐसे में वन विभाग की पहल अपने आप में काबिले तारीफ है खेर इस तरह के चेक डेम अन्य क्षेत्रों में भी वन विभाग बनवाने की तैयारी में हैं ताकि इस पानी का सदुपयोग हो सके और लोग अपने पीने सहित अपनी फसलों के लिए भी पपानी का इस्तेमाल कर सकते हैं ,इस चेक डेम से कांदल गाँव सहित चार अन्य गाँव को लाभ होगा जिनकी अवादी सेकड़ों मेंBody:वहीँ दूसरी और स्थानीय व्यक्ति का कहना है की यहाँ पानी इक्कठा किया गया हैं जो कबीले तारीफ है और हमें ख़ुशी है की इस पानी का हम सही इस्तेमाल कर रहे है Conclusion:वहीँ दूसरी और यहाँ इस चेक डेम को बनवाने वाले फारेस्ट गार्ड केवल किशन का कहना हैं की हमने काफी मेहनत से इस चेक डेम को बनबाया है ताकि पास के गाँव को पानी की सुविधा भी मिल सके और लोग इसका लाभ भी उठा रहे है इस चेक डेम में पांच लाख से अधिकम लटर पानी इकठा होता है हम चाहते हैं की हम इस तरह के और चेक डेम स्थापित करें ताकि लोगों को सुविधा मिल सके

वहीँ दूसरी और ब्लोक अधिकारी जगजीत चावला का कहना हैं की हमने एक पहल की थी और यहाँ पानी को स्टोर करने की सोची फिर यहाँ हमने चेक डेम का निर्माण करवाया जहाँ से काफी लोग लाभ ले रहे हैं यहाँ कई गाँव में पानी की समस्या थी लेकिन अब यहाँ लोग इस चेक डेम से पानी की भरपाई कर सकते है इस तरह के और चेक डेम बनाने की सोचा हैं ताकि बेहतर पानी भी लोगों को मिल सके
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