चंबा: कोरोना वायरस ने भले ही इंसानों को मुसीबत में डाल रखा है, लेकिन जंगली जानवारों को कोविड-19 ने आजादी दिला दी है. दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन से लोग घरों में कैद हो गए हैं, लेकिन जानवार बिना किसी खौफ के सड़कों और शहर के पार्कों में आराम फर्मा रहे हैं.
विदेशों से लॉकडाउन के दौरान ऐसी कई तस्वीरे सामने आई, जिनमें जंगली जानवार सुबह के समय मॉरनिंग वॉक और दिन के वक्त सैर सपाटा करते हुए दिखाई दें रहे हैं. ऐसी ही एक दृश्य हिमाचल के जिला चंबा में भी देखने को मिला, जब एक हिरन का बच्चा रावी नदी के किनारे जा पहुंचा.
इस दौरान राजनगर गांव के एक व्यक्ति ने उसे देखा और रात में कहीं वह रावी के वेग में बह ना जाए, यह सोच कर वह शख्स हिरण के छोटे से बच्चों को अपने घर ले आया. छोटे से हिरण के बच्चे के बारे में उन्होंने बुधवार को वन विभाग की जकियानी बीट में सूचना दी. जिसके बाद विभाग की टीम हिरण के बच्चे को लेकर विभागीय कार्यालय पहुंचे.
रेंज ऑफिसर बकानी, जगजीत चावला ने कहा कि विभागीय कर्मचारियों की देखरेख में हिरण के बच्चे को रखा गया है. उसके पूरी तरह से स्वस्थ होने पर इसे गोपालपुर चिड़ियाघर या अन्य सुरक्षित जगह पर छोड़ दिया जाएगा.
गौर रहे कि देश भर में लगे लॉकडाउन के बाद हर जगह इंसान अपने ही घरों में कैद हो गए हैं तो वहीं, जंगली जानवर भी खुद को स्वतंत्र मानते हुए जंगलों से निकलकर रिहायशी इलाकों की तरफ रुख कर रहे हैं.
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