चंबा: कोरोना महामारी के बीच जहां लोग अपनों को छोड़कर भाग रहे हैं, वहीं हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा की एक बहू ने मिसाल पेश की है. पेशे से शिक्षक बहू ने सकारात्मक सोच से और डॉक्टरों की सलाह से अपने संक्रमित सास-ससुर को घर पर ही स्वस्थ कर दिखाया. बहू के इस हौसले को अब हर कोई सलाम कर रहा है. नीतू अपनी सास ससुर का हौसला बढ़ाती रहीं और उन्हें अकेला नहीं छोड़ा.
टीचर बहु ने की मिसाल पेश
नीतू ने डॉक्टरों के परामर्श के अनुरूप अपने सास ससुर को उचित उपचार देती रहीं और हाई प्रोटीन डाइट भी देती रहीं. वहीं नितू के ससुर डायबिटीज के भी मरीज हैं. चिकित्सकों के परामर्श के अनुसार उन्हें जरूरी उपचार दिया गया. नीतू ने घर में ही तमाम सुविधाएं जुटाईं. ऑक्सीमीटर से लेकर तापमान जांचने की भी व्यवस्था घर में ही की.
नीतू की मेहनत रंग लाई
नकारात्मक सोच को दूर करने के लिए घर में गीत-संगीत चलाती रहीं. आखिरकार नीतू की मेहनत रंग लाई और निर्धारित अवधि के बाद उनके सास-ससुर दोनों कोरोना को मात देने में कामयाब हो गए. नीतू परछोड़ स्कूल में शिक्षिका हैं. करीब तीन साल पहले परछोड़ स्कूल के छात्र साहिल ने एक मॉडल तैयार किया था, नेशनल स्तर की प्रतियोगिता तक यह मॉडल पहुंचा था. साहिल की गाइड टीचर भी नीतू ही थीं.
गंभीर बीमारी के बावजूद कोरोना को हराया
शिक्षिका नीतू कटोच ने बताया कि वह खुद अस्थमा की मरीज हैं. दिन में इनहेलर की आवश्यकता रहती है. पिछले तीन माह से उनका परिवार हाई प्रोटीन डाइट ले रहा है और परिवार ने पॉजिटिव सोच बनाए रखी. इसका यह परिणाम है कि उम्रदराज सास-ससुर ने गंभीर बीमारी के बावजूद कोरोना को हराया. उन्होंने कहा कि कोरोना से डरने नहीं है बल्कि सकारात्मक सोच के साथ लड़ने की जरूरत है.
ये भी पढ़ें: नगर परिषद ऊना के पूर्व अध्यक्ष बाबा अमरजोत ने जिला प्रशासन को सौंपी एंबुलेंस, डीसी ने जताया आभार