चंबा: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला में कोरोना वायरस के मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ने लगी हैं. जिला में अब तक 38 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें 28 लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं और 10 लोग उपचाराधीन हैं. इन 10 लोगों को जिला आयुर्वेदिक अस्पताल एवं कोविड-19 सेंटर बालू में रखा गया है, जहां इनका इलाज चल रहा है.
बता दें कि चंबा जिला का सबसे दूरदराज इलाका प्युहुरा पंचायत में 5 मामले सामने आने के बाद पूरे गांव को सील कर दिया गया है, जिसके चलते अब इसके आसपास के गांव के लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी. एक्टिव फाइंडिंग केस अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग आसपास की पंचायतों में भी लोगों की सैंपलिंग करने जा रहा है. सोमवार को भी सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं. चंबा जिला में कोविड-19 के मरीजों का रिकवरी रेट 71% रहा है. ऐसे में जिला स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक 5600 से अधिक लोगों की सैंपलिंग पूरी कर ली है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजेश गुलेरी का कहना है कि हमने जिला में अभी तक 5006 से अधिक सैंपलिंग कर ली है. प्युहुरा पंचायत में मामले सामने आने के बाद आसपास के गांव की एक्टिव फाइंडिंग केस के अंतर्गत स्क्रीनिंग होगी. स्वास्थ्य विभाग सभी लोगों के सैंपल लेने का प्रयास करेगा, जिससे कोरोना से मृत युवक के संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जाएगा.
एक समय में जिला में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे थे, लेकिन उसी तेजी के साथ मामले सामान्य भी हो रहे हैं. जिला में अभी तक 28 लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं. 10 एक्टिव लोगों में फिलहाल कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में यह लोग भी जल्दी ठीक होकर अपने घर चले जाएंगे.
स्वास्थ्य विभाग ने जिला में सैंपल लेने के लिए हर चिकित्सा खंड में टीम गठित की गई है, जो लगातार सैंपलिंग कर ही हैं. ऐसे में अधिक से अधिक लोगों के सैंपल लेने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे अधिक से अधिक लोगों कि जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद कोरोना के असल मरीजों की संख्या का पता चल पाएगा.