चंबा: जिला में चुराह की बेटी ने राष्ट्र स्तर पर गोल्ड मेडल जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया है. सब-जूनियर कबड्डी प्रतियोगिता में विजेता साई हॉस्टल टीम की सदस्य रही चंपा ने ये मेडल जीतकर प्रदेश का गौरव बढ़ाया है.
साई हॉस्टल की टीम ने बिहार के पटना में आयोजित 30वीं सब-जूनियर राष्ट्रीय कबड्डी प्रतियोगिता का खिताब अपने नाम किया. फाइनल में साई हॉस्टल की टीम ने दिल्ली को 60-25 के एकतरफा मुकाबले में हरा दिया.
चुराह के बघेईगढ़ की चंपा इसी टीम की हिस्सा थी. चंपा ने टीम की जीत में अहम योगदान दिया. साई हॉस्टल की टीम में पूरे देश की चुनिंदा खिलाड़ी सदस्य रही जिसमें हिमाचल प्रदेश की तीन खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया. टीम में साई हॉस्टल की अंशुल व अकर्षित शिमला से हैं, वहीं चंपा चंबा जिला के चुराह से है.
चंपा के पिता रमेश कुमार चुराह घाटी के प्रसिद्घ पहलवान हैं. छोटी उम्र से ही चंपा प्रतिभाशाली थी. प्राथमिक स्तर की खेलकूद प्रतियोगिता में चौथी व पांचवीं कक्षा में राजकीय केंद्रीय प्राथमिक बघेईगढ़ से पढ़ते हुए चंपा का दो बार चयन कबड्डी में राज्य स्तर की प्रतियोगिता के लिए हुआ था.
चंपा के कोच रहे कुलदीप राजपूत, ठाकुर दास वर्मा व ओम प्रकाश शर्मा ने बताया कि छोटी उम्र में ही चंपा ने राज्य स्तर तक चंपा ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था. चंपा इतनी प्रतिभाशाली है कि भविष्य में अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनकर भारत का नाम रोशन करेगी. चंपा के स्वर्ण पदक जीतने पर चुराह घाटी में खुशी का माहौल है.
क्या कहती हैं चंपा
अपनी जीत की खुशी पर चंपा ने कहा कि उनकी जीत में उनके कोच और माता-पिता का सबसे ज्यादा सहयोग है. भविष्य में भी वे अपना प्रदर्शन बरकरार रखेंगी. उनका सपना अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनकर भारत के लिए खेलना है.
क्या कहते हैं विस उपाध्यक्ष हंसराज
विधानसभा उपाध्यक्ष एवं विधायक चुराह हंसराज का कहना है कि चंपा ने राष्ट्र स्तर पर चुराह घाटी व चंबा जिला का नाम रोशन किया है. चंपा के पिता रमेश कुमार ने बेटी को इस मुकाम तक पहुंचाने में बहुत मेहनत की है. चंपा भविष्य में भी चुराह घाटी का नाम फिर से रोशन करेगी.