शिमला: लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए शिमला चुनाव आयोग ने जागरूकता अभियान शुरू किया है. इस बार दिव्यांजनों का वोट बनाने के कड़े निर्देश दिए गए हैं. शिमला जिला में 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के दिव्यांजनों को चिन्हित कर उनके वोट बनवाने के लिए 6 और 7 अप्रैल को विशेष अभियान चलाया जाएगा.
विशेष अभियान में बूथ स्तर के अधिकारी शारीरिक रूप से दिव्यांगजनों के घर जाकर उनके वोट बनाएंगे. अभियान में शेष बचे सभी पात्र दिव्यांगजनों के वोट बनाने का कार्य किया जाएगा. अभी तक जिला में 40 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले 8,270 दिव्यांगजनों को चिन्हित किया गया है.
जिला निर्वाचन अधिकारी राजेशवर गोयल ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने चुनाव तक सबकी पहुंच सुनिश्चित बनाने, सभी को मतदान के लिए प्रेरित करने तथा सभी पात्र नागरिकों को मतदान केंद्र तक पहुंचाने के लिए विशेष निर्देश जारी किए हैं. इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए जिला निर्वाचन विभाग द्वारा योजनाबद्ध अभियान चलाया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि पात्र दिव्यांगजनों को चिन्हित कर उनके वोट बनाने के लिए 17 मार्च 2019 को कार्यान्वित किए गए अभियान के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं. राजेशवर गोयल ने कहा कि जिला के सभी मतदाताओं के साथ-साथ दिव्यांगजन भी निःशुल्क हेल्प लाइन संख्या 1950 से निर्वाचन संबंधी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं. 1950 नंबर पर दिव्यांगजन 19 मई 2019 को मतदान दिवस पर मतदान केंद्र में व्हीलचेयर इत्यादि की मांग के संबंध में सूचित कर सकते हैं.
जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि शिमला जिला के सभी मतदान केंद्रों में निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार दिव्यांगजनों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी. उनकी सुविधा के लिए सभी मतदान केंद्रों में एनसीसी, एनएसएस तथा नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवक दिव्यांगजनों की सहायता के लिए उपस्थित रहेंगे.
उन्होंने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर दिव्यांगजनों को रैंप, व्हील चेयर, उचित स्थान पर पेयजल, डमी ब्रेल बैलेट पेपर के साथ-साथ उचित दिशा सूचक की सुविधा प्रदान की जाएगी. मतदान केंद्रों में शौचालय सुविधा तथा दिव्यांगजनों के लिए समर्पित पार्किंग व्यवस्था भी होगी. उन्होंने कहा कि दृष्टिबाधित दिव्यांगजनों के लिए भी विशेष सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी.