शिमलाः प्रदेश में बागवानों के अच्छे दिन आने वाले हैं. सेब सीजन शुरू होने से पहले केंद्र सरकार ने बागवानों को बड़ी राहत प्रदान की है. केंद्र की मोदी सरकार ने अमेरिका से भारत में लाए जाने वाले सेब पर आयात शुल्क बढ़ा दिया है. रविवार यानि आज से ये आयात शुल्क 25 फीसदी बढ़ा है.
अब भारत में आने वाले अमेरिकी सेब के लिए 75 फीसदी आयात शुल्क चुकाना होगा. विदेशी सेब पर आयात शुल्क बढ़ाने से सीधा फायदा हिमाचली किसानों को पहुंचने वाला है. आयात शुल्क बढ़ जाने से हिमाचल में पैदा होने वाले सेब को अच्छे दाम मिलेंगे.
केंद्र की मोदी सरकार ने सेब सहित 29 अमेरिकी वस्तुओं पर रविवार 16 जून से बढ़ा हुआ आयात शुल्क लगाने का फैसला लिया है. 29 वस्तुओं में सेब के अलावा नाशपाती, अखरोट, बादाम भी शामिल हैं. बता दें कि केंद्र सरकार ने अमेरिकी वस्तुओं पर आयात शुल्क बढ़ाने के लिए 21 जून 2018 को फैसला किया था, लेकिन इसे लागू करने की समय सीमा बढ़ती रही.
अमेरिका से आने वाले सेब पर वर्तमान समय 50 फीसदी आयात शुल्क है. अब केंद्र सरकार ने इसे 25 फीसदी और बढ़ाकर 75 प्रतिशत करने का निर्णय हुआ है. आपको बता दें कि अमेरिका भारत में सेब आयात करने वाला सबसे बड़ा देश है और अमेरिका पर आयात शुल्क बढ़ने से इसका लाभ प्रदेश के बागवानों को होगा.
आयात शुल्क बढ़ने से अमेरिकी सेब मंडियों में महंगा हो जाएगा और इस वजह से हिमाचली सेब की विदेशी सेब से स्पर्धा कम हो जाएगी जिससे सीधा फायदा हिमाचली सेब को मिलेगा और उसे अच्छे दाम मिलेंगे. आपको बता दें कि प्रदेश के किसान भी काफी लंबे समय से विदेशी सेब पर आयात शुल्क बढ़ाने की मांग करते आ रहे थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हिमाचल में रैली के दौरान विदेशी सेब पर आयात शुल्क बढ़ाने की बात कही थी. वहीं, बागवानों ने भी हिमाचल सेब को विशेष श्रेणी उत्पाद घोषित करने की मांग की थी. अब अमेरिकी सेब पर आयात शुल्क बढ़ने से प्रदेश के बागवानों को राहत मिली है. आपको बता दें कि हिमाचल में करीब एक लाख से ज्यादा बागवान परिवार सेब कारोबार से जुड़े हैं.