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हिमाचल प्रदेश की 10 बड़ी खबरें @ 3 PM - big news of himachal pradesh

हिमाचल के छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह का 13 वर्ष की उम्र में बुशहर रियासत के 122वें राजा के रूप में राजतिलक हुआ था. रामपुर रियासत में यह प्रथा रही है कि राजा का अंतिम संस्कार तब तक नहीं होता, जब तक अगले उत्तराधिकारी का राजतिलक न हो, क्योंकि राज गद्दी को खाली नहीं छोड़ा जाता. यहां पढ़ें 3 बजे तक की हिमाचल की 10 बड़ी खबरें...

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Published : Jul 9, 2021, 2:58 PM IST

  • कल होगा विक्रमादित्य सिंह का राजतिलक, इसके बाद होगा 'राजा साहब' का अंतिम संस्कार

हिमाचल के छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह का 13 वर्ष की उम्र में बुशहर रियासत के 122वें राजा के रूप में राजतिलक हुआ था. रामपुर रियासत में यह प्रथा रही है कि राजा का अंतिम संस्कार तब तक नहीं होता, जब तक अगले उत्तराधिकारी का राजतिलक न हो, क्योंकि राज गद्दी को खाली नहीं छोड़ा जाता. वीरभद्र के अंतिम संस्कार से पहले शनिवार को पुरानी परंपराओं का निर्वहन करते हुए विक्रमादित्य सिंह का राज महल में राजगद्दी पर राजतिलक किया जाएगा.

  • जेपी नड्डा ने पीएम मोदी की तरफ से वीरभद्र को अर्पित किए श्रद्धा सुमन, कहा: उनका जाना बहुत बड़ी क्षति

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी रिज मैदान पर पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और पीएम मोदी की तरफ से भी श्रद्धासुमन अर्पित किए. नड्डा ने कहा कि हमारे विचार अलग अलग थे, लेकिन वो हमारे लिए सम्माननीय थे. जब वह सीएम थे तो मैं विधानसभा में नेता विपक्ष था और उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला. ये प्रदेश और व्यक्तिगत तौर पर मेरे लिए बड़ी क्षति है. आज हिमाचल ने बहुत कुछ खोया है.

  • पिता की मौत पर छलका बेटे विक्रमादित्य का दर्द, सोशल मीडिया पर किया भावुक कर देने वाला पोस्ट

वीरभद्र सिंह के निधन से प्रदेश में शोक की लहर है. समर्थक मायूस हैं, हर किसी की आंखें नम हैं. वहीं, विक्रमादित्य सिंह (vikramaditya singh) ने अपने पिता वीरभद्र सिंह को याद करते हए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा है कि आप हमारी यादों और कार्यशैली में हमेशा जीवित रहेंगे.

  • सबको मंजिल का शौक है, मुझे रास्ते का...स्मृतियों में शेष रहेंगे आखिरी बजट भाषण में ये शेर पढ़ने वाले वीरभद्र

देवभूमि में आम जन के बीच राजा साहब के नाम से पुकारे जाने वाले वीरभद्र सिंह अब अनंत सफर पर हैं. यहां ईटीवी वीरभद्र सिंह की स्मृतियों से जुड़े कुछ पल अपने पाठकों के साथ साझा कर रहा है. ये पल उस समय के हैं, जब वीरभद्र सिंह हिमाचल के सीएम थे और अपने कार्यकाल का आखिरी बजट पेश कर रहे थे.

  • स्मृति शेष: जब राजभवन में आयोजित हुआ यज्ञ तो वीरभद्र-धूमल ने डाली सौहार्द भरी आहूतियां

छह बार हिमाचल के मुख्यमंत्री का पद संभालने वाले दिग्गज नेता वीरभद्र सिंह अब स्मृतियों में शेष रहेंगे. यहां ईटीवी हिमाचल प्रदेश वीरभद्र सिंह की स्मृतियों से जुड़े कुछ पल अपने पाठकों के साथ सांझा कर रहा है.

  • अंतिम सफर पर वीरभद्र सिंह, पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए रिज पर उमड़ी भीड़

रिज मैदान पर वीरभद्र सिंह के पार्थिव शरीर को रखा गया है. पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए रिज मैदान पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है. दूर-दराज के गांव के वीरभद्र सिंह के समर्थक और चाहने वाले पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए शिमला पहुंच रहे हैं.

  • RSS और VHP के भी दिल में बसते थे वीरभद्र सिंह, प्रांत संघचालक ने बताया हिंदु धर्म का हितैषी

पहाड़ी प्रदेश हिमाचल के छह बार सीएम रहे वीरभद्र सिंह को आरएसएस के प्रांत संघचालक ने हिंदू धर्म का हितैषी बताया है. वहीं, विश्व हिंदू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) ने भी वीरभद्र सिंह को बहुत भावपूर्ण तरीके से याद किया. परिषद के प्रांत अध्यक्ष लेखराज राणा ने वीरभद्र सिंह को दूरदर्शी सोच वाला नेता बताया और कहा कि उन्हीं के प्रयासों से हिमाचल में धर्मांतरण के खिलाफ बिल लाया गया था.

  • वीरभद्र सिंह का विचार था धर्मांतरण कानून, देश में सबसे पहले हिमाचल में लाया गया था बिल

वीरभद्र सिंह ने अपने कार्यकाल में साल 2006 में जबरन धर्मांतरण के खिलाफ बिल लाया था. ये बिल लाने वाले वीरभद्र सिंह संभवत: देश के पहले मुख्यमंत्री थे. इसी बात को लेकर मौजूदा सरकार के कार्यकाल में सत्ताधारी दल भाजपा ने भी वीरभद्र सिंह की तारीफ में कसीदे पढ़े थे. अब देश के कई राज्यों में धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कानून बन गए हैं.

  • साइकिल पर 15 हजार KM सफर तय कर कुल्लू पहुंचा पोरिमल कांजी, पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश

पश्चिम बंगाल निवासी पोरिमल कांजी साइकिल पर 15 हजार किलोमीटर सफर तय कुल्लू पहुंचे हैं. कुल्लू पहुंचे पोरिमल का कहना है कि बचपन से ही उनके घूमने की चाहत थी और अब वह साइकिल पर करीब 15,000 किलोमीटर का सफर पूरा कर चुके हैं.

  • वीकेंड पर शिमला-मनाली में उमड़ रही पर्यटकों की भारी भीड़, कोविड प्रोटोकॉल का जमकर हो रहा उल्लंघन

डेल्टा वेरिएंट के खतरे के बीच वीकेंड पर शिमला-मनाली में पर्यटकों की भारी आमद देखने को मिल रही है. इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का भी पालन नहीं हो रहा है. कई जगहों पर पर्यटक बिना मास्क के घूमते हुए दिख रहे है. भीड़ बढ़ने से जहां स्वाभाविक तौर पर सोशल डिस्टेंसिंग के नियम की धज्जियां उड़ रही हैं. तो वहीं, दूसरी ओर पर्यटक सही तरह से मास्क भी नहीं लगा रहे. ऐसे में कोरोना का खतरा बढ़ता हुआ नजर आ रहा है.

ये भी पढ़ें: रामपुर बुशहर के शाही श्मशान घाट में होगा पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का अंतिम संस्कार

  • कल होगा विक्रमादित्य सिंह का राजतिलक, इसके बाद होगा 'राजा साहब' का अंतिम संस्कार

हिमाचल के छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह का 13 वर्ष की उम्र में बुशहर रियासत के 122वें राजा के रूप में राजतिलक हुआ था. रामपुर रियासत में यह प्रथा रही है कि राजा का अंतिम संस्कार तब तक नहीं होता, जब तक अगले उत्तराधिकारी का राजतिलक न हो, क्योंकि राज गद्दी को खाली नहीं छोड़ा जाता. वीरभद्र के अंतिम संस्कार से पहले शनिवार को पुरानी परंपराओं का निर्वहन करते हुए विक्रमादित्य सिंह का राज महल में राजगद्दी पर राजतिलक किया जाएगा.

  • जेपी नड्डा ने पीएम मोदी की तरफ से वीरभद्र को अर्पित किए श्रद्धा सुमन, कहा: उनका जाना बहुत बड़ी क्षति

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी रिज मैदान पर पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और पीएम मोदी की तरफ से भी श्रद्धासुमन अर्पित किए. नड्डा ने कहा कि हमारे विचार अलग अलग थे, लेकिन वो हमारे लिए सम्माननीय थे. जब वह सीएम थे तो मैं विधानसभा में नेता विपक्ष था और उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला. ये प्रदेश और व्यक्तिगत तौर पर मेरे लिए बड़ी क्षति है. आज हिमाचल ने बहुत कुछ खोया है.

  • पिता की मौत पर छलका बेटे विक्रमादित्य का दर्द, सोशल मीडिया पर किया भावुक कर देने वाला पोस्ट

वीरभद्र सिंह के निधन से प्रदेश में शोक की लहर है. समर्थक मायूस हैं, हर किसी की आंखें नम हैं. वहीं, विक्रमादित्य सिंह (vikramaditya singh) ने अपने पिता वीरभद्र सिंह को याद करते हए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा है कि आप हमारी यादों और कार्यशैली में हमेशा जीवित रहेंगे.

  • सबको मंजिल का शौक है, मुझे रास्ते का...स्मृतियों में शेष रहेंगे आखिरी बजट भाषण में ये शेर पढ़ने वाले वीरभद्र

देवभूमि में आम जन के बीच राजा साहब के नाम से पुकारे जाने वाले वीरभद्र सिंह अब अनंत सफर पर हैं. यहां ईटीवी वीरभद्र सिंह की स्मृतियों से जुड़े कुछ पल अपने पाठकों के साथ साझा कर रहा है. ये पल उस समय के हैं, जब वीरभद्र सिंह हिमाचल के सीएम थे और अपने कार्यकाल का आखिरी बजट पेश कर रहे थे.

  • स्मृति शेष: जब राजभवन में आयोजित हुआ यज्ञ तो वीरभद्र-धूमल ने डाली सौहार्द भरी आहूतियां

छह बार हिमाचल के मुख्यमंत्री का पद संभालने वाले दिग्गज नेता वीरभद्र सिंह अब स्मृतियों में शेष रहेंगे. यहां ईटीवी हिमाचल प्रदेश वीरभद्र सिंह की स्मृतियों से जुड़े कुछ पल अपने पाठकों के साथ सांझा कर रहा है.

  • अंतिम सफर पर वीरभद्र सिंह, पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए रिज पर उमड़ी भीड़

रिज मैदान पर वीरभद्र सिंह के पार्थिव शरीर को रखा गया है. पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए रिज मैदान पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है. दूर-दराज के गांव के वीरभद्र सिंह के समर्थक और चाहने वाले पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए शिमला पहुंच रहे हैं.

  • RSS और VHP के भी दिल में बसते थे वीरभद्र सिंह, प्रांत संघचालक ने बताया हिंदु धर्म का हितैषी

पहाड़ी प्रदेश हिमाचल के छह बार सीएम रहे वीरभद्र सिंह को आरएसएस के प्रांत संघचालक ने हिंदू धर्म का हितैषी बताया है. वहीं, विश्व हिंदू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) ने भी वीरभद्र सिंह को बहुत भावपूर्ण तरीके से याद किया. परिषद के प्रांत अध्यक्ष लेखराज राणा ने वीरभद्र सिंह को दूरदर्शी सोच वाला नेता बताया और कहा कि उन्हीं के प्रयासों से हिमाचल में धर्मांतरण के खिलाफ बिल लाया गया था.

  • वीरभद्र सिंह का विचार था धर्मांतरण कानून, देश में सबसे पहले हिमाचल में लाया गया था बिल

वीरभद्र सिंह ने अपने कार्यकाल में साल 2006 में जबरन धर्मांतरण के खिलाफ बिल लाया था. ये बिल लाने वाले वीरभद्र सिंह संभवत: देश के पहले मुख्यमंत्री थे. इसी बात को लेकर मौजूदा सरकार के कार्यकाल में सत्ताधारी दल भाजपा ने भी वीरभद्र सिंह की तारीफ में कसीदे पढ़े थे. अब देश के कई राज्यों में धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कानून बन गए हैं.

  • साइकिल पर 15 हजार KM सफर तय कर कुल्लू पहुंचा पोरिमल कांजी, पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश

पश्चिम बंगाल निवासी पोरिमल कांजी साइकिल पर 15 हजार किलोमीटर सफर तय कुल्लू पहुंचे हैं. कुल्लू पहुंचे पोरिमल का कहना है कि बचपन से ही उनके घूमने की चाहत थी और अब वह साइकिल पर करीब 15,000 किलोमीटर का सफर पूरा कर चुके हैं.

  • वीकेंड पर शिमला-मनाली में उमड़ रही पर्यटकों की भारी भीड़, कोविड प्रोटोकॉल का जमकर हो रहा उल्लंघन

डेल्टा वेरिएंट के खतरे के बीच वीकेंड पर शिमला-मनाली में पर्यटकों की भारी आमद देखने को मिल रही है. इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का भी पालन नहीं हो रहा है. कई जगहों पर पर्यटक बिना मास्क के घूमते हुए दिख रहे है. भीड़ बढ़ने से जहां स्वाभाविक तौर पर सोशल डिस्टेंसिंग के नियम की धज्जियां उड़ रही हैं. तो वहीं, दूसरी ओर पर्यटक सही तरह से मास्क भी नहीं लगा रहे. ऐसे में कोरोना का खतरा बढ़ता हुआ नजर आ रहा है.

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