बिलासपुर: जिला के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल नाहर सिंह मंदिर धौलरा, डियारा सेक्टर का हनुमान मंदिर, ब्यास गुफा और श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर स्पिरिचुअल आध्यात्मिक सर्किट के तहत टैंपल ट्रेल मंदिर का रास्ता बनाया जाएगा.
इस योजना पर काम शुरू हो गया है. इन धार्मिक स्थलों के आपस में ट्रैक रूट से जुड़ने पर श्रद्धालुओं व आमजन को मंदिर दर्शन की सहूलियत उपलब्ध होगी और सुबह की सैर व शाम के समय टहलने के लिए भी एक व्यवस्था बन जाएगी.
पिछले दिनों न्यासियों के साथ आयोजित मीटिंग में जिलाधीश राजेश्वर गोयल ने यह अहम सुझाव दिया है. जिलाधीश राजेश्वर गोयल ने बताया कि इस अहम प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाने के लिए प्रशासन ने नगर परिषद से बाकायदा एनओसी भी ले ली है. तीर्थाटन को प्रोत्साहित करने के लिए प्रशासन जिला भर के धार्मिक स्थलों को विकसित करने की दिशा में प्रयासरत है.
इसके तहत बिलासपुर शहर के धार्मिक स्थलों, धौलरा मंदिर, ब्यास गुफा, हनुमान मंदिर और श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर के लिए एक विशेष ट्रैक रूट बनाने के लिए योजना बन रही है. न्यासियों के साथ उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने जायजा भी लिया है.
इन धार्मिक स्थलों के लिए बनाए गए पुराने रास्तों की मरम्मत करवाई जाएगी. जहां जहां बरसाती मौसम में नुक्सान हुआ है उन रास्तों की हालत को सुधारा जाएगा. रास्तों की रिपेयर करने के साथ ही मंदिरों को जाने वाले रूट को पगडंडी के रूप में विकसित किया जाएगा.
इस बाबत एक विस्तृत योजना तैयार होगी और अप्रूवल के बाद इसे क्रियाविंत किया जाएगा. यहां बता दें कि श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर ट्रस्ट का गठन हो चुका है और न्यासियों के साथ पिछले दिनों उपायुक्त ने बैठक कर विकासात्मक कार्यों के लिए अहम सुझाव दिए हैं जिन्हें योजना तैयार कर आगामी समय में क्रियाविंत किया जाएगा.
श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर के पीछे बन रही सरायं को भी मंदिर शैली में ही बनाए जाने का निर्णय लिया गया है और सरायं में कार्यालय, प्रवचन हॉल व लंगर इत्यादि की सुविधा उपलब्ध होगी. इसके साथ ही मंदिर न्यास के अधीन हनुमान मंदिर भी आता है जिसे पगडंडी से जोड़कर श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनाया जा रहा है.
इसी प्रकार झील किनारे पौराणिक ब्यास गुफा के लिए पगडंडी का निर्माण किया जाएगा. प्रशासन इन सभी धार्मिक स्थलों को आपस में कनेक्ट करने के लिए प्रयासत है. जल्द ही आगामी कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जाएगा.
उधर, बिलासपुर के उपायुक्त एवं मंदिर न्यास के आयुक्त राजेश्वर गोयल ने बताया कि पिछले दिनों मंदिर न्यास की मीटिंग की गई जिसमें कई अहम सुझाव दिए गए हैं. इसके तहत धौलरा मंदिर, हनुमान मंदिर, व्यास गुफा और श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर को टैंपल ट्रेल के जरिए आपस में कनेक्ट किया जाएगा.
इसके लिए नगर परिषद की ओर से एनओसी मिल चुकी है और अब आगामी प्रक्रिया चल रही है. उन्होंने बताया कि इन मंदिरों में श्रद्धालुओं का काफी तादाद में आवागमन रहता है. लिहाजा श्रद्धालुओं के लिए पैदल रास्ते का निर्माण करने के लिए योजना पर काम किया जा रहा है.
इस ट्रैक रूट की ब्यूटिफिकेशन भी की जाएगी. इसके अलावा लक्ष्मीनारायण मंदिर की सरायं मंदिर शैली में तैयार की जाएगी जिसके लिए जल्द ही प्रोसेस शुरू होगा.
धौलरा मंदिर के विकास के लिए 3.50 करोड़ का प्रोजेक्ट मंजूरी को भेजा
उपायुक्त राजेश्वर गोयल के अनुसार बाबा नाहर सिंह मंदिर धौलरा के समीप क्षेत्र का 3.50 करोड़ रूपए की लागत से सुनियोजित विकास किया जाएगा. जिसके लिए पर्यटन विभाग को एक प्रस्ताव भेजा गया है.
इस प्रस्ताव को पर्यटन विभाग की हरी झंडी मिलने के बाद अगली कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि योजना के तहत सुंदर पार्क और पार्किंग निर्माण इत्यादि के साथ ही पूरे परिसर की ब्यूटिफिकेशन की जाएगी. पूरे एरिया को सोलर लाईटों से जगमग किया जाएगा.
हालांकि यह मंदिर सरकार के अधीन नहीं है, लेकिन इसके परिसर व आसपास क्षेत्र के विकास के लिए जिला प्रशासन कृतसंकल्प है.