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बिलासपुर में स्क्रब टायफस के 95 मामले आए सामने, लोगों से सावधानी बरतने की अपील - स्क्रब टायफस के 95 मामले

बिलासपुर जिले के विभिन्न भागों मेें जनवरी माह से लेकर अब तक 95 मामले सामने आएं हैं। जिसमें से जुलाई अगस्त इन दोनों माह में करीब 15 से बीस मामले ही सामने आएं हैं

बिलासपुर में स्क्रब टायफस के 95 मामले आए साम
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Published : Aug 27, 2019, 3:52 PM IST

बिलासपुर: बिलासपुर जिले के कई क्षेत्रों में जनवरी माह से लेकर अब तक स्क्रब टायफस के 95 मामले सामने आएं हैं. जुलाई और अगस्त माह में करीब 15 से बीस मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य विभाग स्क्रब टायफस बचने के लिए लोगों को जागरुक कर रहा है.

इस संबंध में विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि स्क्रब टायफस को लेकर अब तक करीब 900 टेस्ट हो चुके हैं. जिनमें से 95 मामले ही पॉजिटिव पाए गए हैं. वहीं, विभाग जिले के विभिन्न भागों में स्क्रब टायफस को लेकर स्वास्थ्य कर्मचारियों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है.

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डॉक्टरों के मुताबिक स्क्रब टायफस एक पिस्सू के काटने से फैलता है. ये पिस्सू खेतों, झाडियों और घास में रहने वाले चूहों से पनपता है. यह जीवाणु चमड़ी के माध्यम से व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करते हैं. जिस कारण स्क्रब टायफस बुखार पैदा होता है.

उधर मुख्या चिकित्साधिकारी डॉ. पीसी दडोच का कहना है कि बिलासपुर जिले में जनवरी से लेकर अब तक स्क्रब टायफस के 95 मामले सामने आएं हैं. जिसमें 900 से अधिक टेस्ट हुए हैं. विभाग द्वारा लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न स्थानों पर जागरूकता अभियान चलाया गया है. लोगों से घर के आस-पास सफाई रखे और पूरे कपड़े पहनने के लिए कहा गया है. लोगों को हिदायत दी गई है कि जब भी घास काटने के लिए खेतों में जाएं तो पूरे शरीर को ढकरकर जाएं, क्योंक स्क्रब टायफस पिस्सूओं के काटने से होता है.

बिलासपुर: बिलासपुर जिले के कई क्षेत्रों में जनवरी माह से लेकर अब तक स्क्रब टायफस के 95 मामले सामने आएं हैं. जुलाई और अगस्त माह में करीब 15 से बीस मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य विभाग स्क्रब टायफस बचने के लिए लोगों को जागरुक कर रहा है.

इस संबंध में विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि स्क्रब टायफस को लेकर अब तक करीब 900 टेस्ट हो चुके हैं. जिनमें से 95 मामले ही पॉजिटिव पाए गए हैं. वहीं, विभाग जिले के विभिन्न भागों में स्क्रब टायफस को लेकर स्वास्थ्य कर्मचारियों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है.

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डॉक्टरों के मुताबिक स्क्रब टायफस एक पिस्सू के काटने से फैलता है. ये पिस्सू खेतों, झाडियों और घास में रहने वाले चूहों से पनपता है. यह जीवाणु चमड़ी के माध्यम से व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करते हैं. जिस कारण स्क्रब टायफस बुखार पैदा होता है.

उधर मुख्या चिकित्साधिकारी डॉ. पीसी दडोच का कहना है कि बिलासपुर जिले में जनवरी से लेकर अब तक स्क्रब टायफस के 95 मामले सामने आएं हैं. जिसमें 900 से अधिक टेस्ट हुए हैं. विभाग द्वारा लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न स्थानों पर जागरूकता अभियान चलाया गया है. लोगों से घर के आस-पास सफाई रखे और पूरे कपड़े पहनने के लिए कहा गया है. लोगों को हिदायत दी गई है कि जब भी घास काटने के लिए खेतों में जाएं तो पूरे शरीर को ढकरकर जाएं, क्योंक स्क्रब टायफस पिस्सूओं के काटने से होता है.

Intro:बिलासपुर जिले के विभिन्न भागों मेें जनवरी माह से लेकर अब तक 95 मामले सामने आएं हैं। जिसमें से जुलाई अगस्त इन दोनों माह में करीब 15 से बीस मामले ही सामने आएं हैं। इस संबंध में अगर विभाग के अधिकारियों की मानें तो स्क्रब टायफस को लेकर अब तक करीब 900 टेस्ट हो चुके है। जिनमें से 95 मामले ही पाजिटिव पाए गए हैं। वहीं विभाग द्वारा जिले के विभिन्न भागों में स्क्रब टायफस को लेकर स्वास्थ्य कर्मचारियों के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। तथा मेडिकल प्रेटिक्सनर को ाी इस संबंध में सचेत किया है। गौरतलब है कि मौसम में आमतौर पर तेज बुखार से पीडित रोगियों की सं या बढ जाती है। यह बुखार स्क्रब टाईफ स भी हो सकता है। यह रोग एक जीवाणु विशेष,रिकेटशिया से संक्रमित माईट के काटने से फैलता है जो खेतोंए झाडियों व घास में रहने वाले चूहों में पनपता है। यह जीवाणु चमडी के माध्यम से व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करता है जिस कारण स्क्रब टाईफस बुखार पैदा होता है। उधर ,मु यचिकित्साधिकारी डा. पीसी दडोच का कहना है कि बिलासपुर जिले में जनवरी से लेकर अब तक स्क्रब टायफस के लगभग 95 मामले सामने आएं हैं। तथा 900 से अधिक टेस्ट हुए हैं। विभाग द्वारा लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न स्थानों पर जागरूकता अभियान चलाया गया है। उन्होंने लोगों से घर के आस पास सफाई रखे व पूरे कपड़े पहने। जब भी घास काटने के लिए खेतों में जाएं तो ाी शरीर को ढकरकर जाएं। क्योंक स्क्रब टायफस पिस्सूओं के काटने से होता है। उन्होंने बताया कि सभी चिकित्सा संस्थानों में पर्याप्त दवा उपलब्ध है।
Body:Byte vishulConclusion:बिलासपुर जिले के विभिन्न भागों मेें जनवरी माह से लेकर अब तक 95 मामले सामने आएं हैं। जिसमें से जुलाई अगस्त इन दोनों माह में करीब 15 से बीस मामले ही सामने आएं हैं। इस संबंध में अगर विभाग के अधिकारियों की मानें तो स्क्रब टायफस को लेकर अब तक करीब 900 टेस्ट हो चुके है। जिनमें से 95 मामले ही पाजिटिव पाए गए हैं। वहीं विभाग द्वारा जिले के विभिन्न भागों में स्क्रब टायफस को लेकर स्वास्थ्य कर्मचारियों के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। तथा मेडिकल प्रेटिक्सनर को ाी इस संबंध में सचेत किया है। गौरतलब है कि मौसम में आमतौर पर तेज बुखार से पीडित रोगियों की सं या बढ जाती है। यह बुखार स्क्रब टाईफ स भी हो सकता है। यह रोग एक जीवाणु विशेष,रिकेटशिया से संक्रमित माईट के काटने से फैलता है जो खेतोंए झाडियों व घास में रहने वाले चूहों में पनपता है। यह जीवाणु चमडी के माध्यम से व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करता है जिस कारण स्क्रब टाईफस बुखार पैदा होता है। उधर ,मु यचिकित्साधिकारी डा. पीसी दडोच का कहना है कि बिलासपुर जिले में जनवरी से लेकर अब तक स्क्रब टायफस के लगभग 95 मामले सामने आएं हैं। तथा 900 से अधिक टेस्ट हुए हैं। विभाग द्वारा लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न स्थानों पर जागरूकता अभियान चलाया गया है। उन्होंने लोगों से घर के आस पास सफाई रखे व पूरे कपड़े पहने। जब भी घास काटने के लिए खेतों में जाएं तो ाी शरीर को ढकरकर जाएं। क्योंक स्क्रब टायफस पिस्सूओं के काटने से होता है। उन्होंने बताया कि सभी चिकित्सा संस्थानों में पर्याप्त दवा उपलब्ध है।
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