बिलासपुरः पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा का गृह क्षेत्र एक बार फिर से स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित हो गया है. करीब साढे़ चार लाख की आबादी वाले बिलासपुर क्षेत्र का स्वास्थ्य राम भरोसे चल रहा है. क्षेत्रीय अस्पताल में डॉक्टरों की कमी होने की वजह से लोगों को इलाज के लिए निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है.
हालात ऐसे हैं कि 25 चिकित्सकों के पदों वाले अस्पताल में अब मात्र 17 चिकित्सक ही सेवाएं दे रहे हैं. एमडी, स्किन स्पेशलिस्ट के अलावा एमबीबीएस के चिकित्सकों के अभी भी चार पद रिक्त पड़े हुए हैं.
गौरतलब है कि यहां पर तैनात डॉ. परविंद्र ने एसआरशिप के लिए क्वालिफाई किया था, अब अपनी एसआरशिप करने के लिए अस्पताल से रिलीव हुए हैं. बहरहाल एक और विशेषज्ञ के चले जाने से बिलासपुर को बड़ा झटका लगा है.
इससे पहले सोमवार को बिलासपुर अस्पताल से रेडियोलॉजी में सेवाएं दे रहे डॉ. मनवीर, ऑर्थो विशेषज्ञ डॉ. कुलदीप और आई डिपार्टमेंट से डॉ. शाहिद रिलीव हो चुके हैं. वहीं, मंगलवार को चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. परविंद्र के चले जाने से मरीजों की दिक्कतें जरूर बढ़ने वाली हैं.
हालांकि अभी अस्पताल के चाइल्ड डिपार्टमेंट में डॉ. सतीश शर्मा और डॉ. अंकुर सेवाएं दे रहे हैं. इन दों डॉक्टरों की तैनाती से जरूर मरीजों को कुछ राहत मिलेगी. वहीं, जानकारी के अनुसार जल्द ही बिलासपुर अस्पताल से कुछ और चिकित्सक हायर स्टडी के लिए जाने वाले हैं.
मौजूदा समय में लगातार कम हो रहे चिकित्सकों के कारण अस्पताल के विभिन्न विभागों में तैनात विशेषज्ञों को डे-नाइट अस्पताल में अपनी सेवाएं देनी पड़ रही हैं व अस्पताल के विभिन्न विभागों की ओपीडी भी प्रभावित हो रहे हैं.