बिलासपुर: बुधवार को बिलासपुर जिला की बंदलाधार के हाइड्रो इंजीनियरिंग काॅलेज के निर्माण कार्य में लगे सात मजदूर एक साथ पाॅजिटिव आए हैं.
वहीं, बीते मंगलवार को भी इसी जगह से दो मामले सामने आए थे. यह सारे कोरोना पॉजिटिव बाहरी राज्यों के बताए जा रहे हैं. साथ ही कुछ दिन पहले ही यूपी, बिहार से वापिस बिलासपुर पहुंचे हुए थे. जिसके चलते प्रशासन ने इनको होम क्वारंटाइन किया गया था.
बुधवार शाम के समय कोरोना पाॅजिटिव पाए गए मरीजों में सभी बिहार के रहने वाले हैं. एक साथ एक ही क्षेत्र के सात लोग कोरोना पाॅजिटिव आने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बंदलाधार क्षेत्र में एक्टिव केस फाइडिंग अभियान भी शुरू कर दिया है. संदिग्धता के आधार पर प्रतिदिन यहां पर सैंपल लिए जा रहे हैं.
अधिकारियों का कहना है कि इन सात मरीजों को तुरंत प्रभाव से कोविड अस्पताल चांदपुर में भर्ती किया जा रहा है. साथ ही क्षेत्र को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. किसी भी तरह से कोई भी लापरवाही नहीं बरती जाएगी. वहीं, अभी तक इस क्षेत्र में जितने भी मरीज कोरोना पाॅजिटिव आए हैं, वह बाहरी राज्यों से हैं.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. प्रकाश दडोच ने बताया कि अभी तक जिला में कुल 62 कोरोना पाॅजिटिव के मामले सामने आ चुके हैं. जिनमें से 23 कोरोना केस एक्टिव हैं और 39 मरीज ठीक होकर वापिस घर चले गए है.
बता दें कि अभी तक बिलासपुर जिला में एक साथ इतने मामले सामने नहीं आए थे, लेकिन अब हाइड्रो इंजीनियरिंग काॅलेज के निर्माणकार्य में लगे मजदूर आए दिन पाॅजिटिव आ रहे हैं. जिसके चलते यहां पर स्थानीय लोग भी भयभीत हो गए है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की टीम भी पूरी मुस्तैदी से यहां पर डटी हुई है.
बिलासपुर से अब तक 4390 लोगों के सैंपल लैब जांच के लिए आईजीएमसी शिमला भेजे गए हैं. उनमें से 4297 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं और 55 की रिपार्ट अभी तक पाॅजिटिव आई है. इसके अलावा 38 सैंपलों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है.
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