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सरस हस्त शिल्प मेले का समापन, लोक कला संस्कृति व महिला उद्यमियों का दिखा अनूठा संगम - डीसी विवेक भाटिया

लुहुनु मैदान में आयोजित 10 दिवसीय आजीविका सरस मेले का समापन हो गया है.

बिलासपुर में सरस मेले हुआ सम्पन्न
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Published : Mar 27, 2019, 11:06 PM IST

बिलासपुर: लुहुनु मैदान में आयोजित 10 दिवसीय आजीविका सरस मेले का समापन हो गया. सरस मेले में स्वयं सहायता समूह और अन्य लघु उद्यमियों को उनके द्वारा तैयार किए गए उत्पादों को सीधे तौर पर लोगों तक पहुंचाने का ना केवल मौका मिला बल्कि कम भाव होने के बावजूद उनकी आर्थिक स्थिति में भी इजाफा हुआहै.

डीसी विवेक भाटिया ने बताया कि एक ही छत के नीचे देश के विभिन्न राज्यों के हुनर ने भाग लिया और मेले में उद्यमियों द्वारा 71 लाख रुपये का व्यवसाय किया गया है. उन्होंने बताया कि इससे महिलाएं जहां आत्मनिर्भर बन रही है, वहींपरिवार के बेहतर जीवन यापन के लिए भी सहयोग प्रदान कर रही है. महिला स्वावलम्बन, आत्मनिर्भरता और महिला सशक्तिकरण का अनूठा मिश्रण रहा.

Saras Mela ending in Bilaspur
बिलासपुर में सरस मेले हुआ सम्पन्न

डीसी ने बताया कि 3 जिलों को छोड़कर अन्य सभी जिलों ने सरस मेले में अपने-अपने जिला के उत्पादों को बिक्री व प्रदर्शनी के लिए रखा. उन्होंने बताया कि देश भर से हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, मेघालय, हिमाचल इत्यादि राज्यों के लघु उद्यमी अपने उत्पादों को बिक्री के लिए सरस मेले में आए.


बिलासपुर: लुहुनु मैदान में आयोजित 10 दिवसीय आजीविका सरस मेले का समापन हो गया. सरस मेले में स्वयं सहायता समूह और अन्य लघु उद्यमियों को उनके द्वारा तैयार किए गए उत्पादों को सीधे तौर पर लोगों तक पहुंचाने का ना केवल मौका मिला बल्कि कम भाव होने के बावजूद उनकी आर्थिक स्थिति में भी इजाफा हुआहै.

डीसी विवेक भाटिया ने बताया कि एक ही छत के नीचे देश के विभिन्न राज्यों के हुनर ने भाग लिया और मेले में उद्यमियों द्वारा 71 लाख रुपये का व्यवसाय किया गया है. उन्होंने बताया कि इससे महिलाएं जहां आत्मनिर्भर बन रही है, वहींपरिवार के बेहतर जीवन यापन के लिए भी सहयोग प्रदान कर रही है. महिला स्वावलम्बन, आत्मनिर्भरता और महिला सशक्तिकरण का अनूठा मिश्रण रहा.

Saras Mela ending in Bilaspur
बिलासपुर में सरस मेले हुआ सम्पन्न

डीसी ने बताया कि 3 जिलों को छोड़कर अन्य सभी जिलों ने सरस मेले में अपने-अपने जिला के उत्पादों को बिक्री व प्रदर्शनी के लिए रखा. उन्होंने बताया कि देश भर से हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, मेघालय, हिमाचल इत्यादि राज्यों के लघु उद्यमी अपने उत्पादों को बिक्री के लिए सरस मेले में आए.



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From: bilaspur news <subhashh2@gmail.com>
Date: Wed, Mar 27, 2019, 6:08 PM
Subject: सरस मेला हस्त शिल्प, लोक कला संस्कृति एवं महिला उद्यमियों का अनूठा संगम
To: <hpdesk@etvbharat.com>, <rajneeshkumar@etvbharat.com>


सरस मेला हस्त शिल्प, लोक कला संस्कृति एवं महिला उद्यमियों का अनूठा संगम

बिलासपुर 


लुहुनु मैदान में आयोजित 10 दिवसीय आजीविका सरस मेले का विधिवत रूप से समापन हो गया  समापन समारोह की अध्यक्षता बिलासपुर उपायुक्त विवेक भाटिया ने की। इस अवसर पर उन्होंने सरस मेले को हस्त शिल्प, लोक कला संस्कृति एवं महिला उद्यमियों का अनूठा संगम बताते हुए विभिन्न राज्यों से आए स्वयं सहायता समूहों प्रगतिशाील महिला उद्यमियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि  विगत् 10 दिनों में लोगों को पुरातत्व व आधुनिकता का मनोहरी संगम देखने को मिला है। उन्होंने बताया कि एक ही छत के नीचे देश के विभिन्न राज्यों के परम्परागत हुनर को यहां गुलदस्ते की भान्ति सजाकर प्रदर्शित व बिक्री के लिए रखा गया था तथा सरस मेले के दौरान उद्यमियों द्वारा लगभग 71 लाख रूपए का व्यवसाय किया गया जो कि 10 दिन की अल्पावधि में बिलासपुर की महिला उद्यमियों व स्वयं सहायता समूहों के लिए आगे बढ़ने हेतु पे्ररित करने के लिए एक सशक्त संदेश है। उन्होंने बताया  कि यह सुखद आश्चर्य की बात है कि मीलों दूर से थकावट भरा लम्बा सफर तय करने के पश्चात भी महिला उद्यमी यहां हमेशा आनंदित, प्रफुल्लित व हर्षित भाव से नजर आई जो इनके हौंसले , आत्मविश्वास और एकता को दर्शाता हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था से जुड़ी आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में सरस मेले का आयोजन अत्यंत कारगर भूमिका का निर्वहन करने में सफल हुआ है
 सरस मेले में स्वयं सहायता समूह और अन्य लघु उद्यमियों को उनके द्वारा तैयार किए गए उत्पादों को सीधे तौर पर लोगों तक पहुचाने का ना केवल अवसर ही मिला अपितु कम भाव होने के बावजूद उनकी आर्थिकी में भी इजाफा हुआ  स्वयं सहायता समूहों के गठन के पश्चात महिलाएं जहां आत्मनिर्भर बन रही है, वहीं  परिवार के बेहतर जीवन यापन के लिए भी सहयोग प्रदान कर रही है तथा महिला स्वाबलम्बन, आत्मनिर्भरता और महिला सशक्तिकरण का अनूठा मिश्रण रहा सरस मेला इस अवसर पर जिला के स्वयं सहायता समूहों की महिला सदस्यों से कहा कि अन्य राज्यों से आई महिला उद्यमियों से बिक्री, मांग, प्रदर्शन, उत्पान गुणवत्ता, परम्परागत महत्व व नवीनतम सोच के मानकों पर श्रेष्ठता कैसे हासिल की जा सकती है उसका अनुभव और ज्ञान भी इस सरस मेले में आवश्य सीखा होगा। 
उपनिदेशक डीआरडीए संजीत सिेह ने बताया की  कि सरस में 85 स्टाॅल व 9 फूड स्टाॅल लगाने की व्यवस्था की गई थी ओर इसके दोरान विभिन्न राज्यों के 151 प्रतिभागियों ने शिरकत की तथा हिमाचल के
3 जिलों को छोड़कर अन्य सभी जिलों ने सरस मेले में अपने -अपने जिला के उत्पादों को बिक्री व प्रदर्शनी के लिए रखा। उन्होंने बताया कि देश भर से हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, मेघालय, हिमाचल इत्यादि राज्यों के लघु उद्यमी अपने उत्पादों को बिक्री के लिए सरस मेले में लाए।  


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