बिलासपुर: खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने अपना व चुनिंदा लोगों का ही घुमारवीं में विकास किया है. राजेंद्र गर्ग घुमारवीं में सिर्फ चुनिंदा लोगों के बीच में ही घिर कर रह गए हैं और रही बात विकास की, तो राजेंद्र गर्ग घुमारवीं में कोई एक बड़ा प्रोजेक्ट बता दें जो जनता को समर्पित किया हो. यह बात ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में आप पार्टी के घुमारवीं प्रत्याशी राकेश चोपड़ा ने कही है. (himachal assembly election 2022) (Ghumarwin assembly seat)
राकेश चोपड़ा ने कहा कि उन्होंने भाजपा में लंबे समय से एक कार्यकर्ता के रूप में काम किया है. राजेंद्र गर्ग को विधायक बनाने में उनकी अहम भूमिका रही है लेकिन जब बात विकास कार्यों और जनहित की समस्याओं की आई तो राजेंद्र गर्ग ने मुंह फेरना शुरू दिया, जिसके चलते उन्होंने राजेंद्र गर्ग से दूरियां बनाना शुरू कर दीं. (AAP candidate Rakesh Chopra) आम आदमी पार्टी प्रत्याशी राकेश चोपड़ा ने कहा कि भाजपा सरकार ने उन्हें कई विभाग व बोर्ड का चेयरमैन बनाने का भी ऑफर किया लेकिन उन्होंने न सिर्फ सभी पदों को ठुकराया बल्कि भाजपा के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा कि कई बार भाजपा ने मनाने की कोशिश की लेकिन जहां पर अपने स्वार्थ के लिए कार्य किया जाएगा, वहां पर वह कार्य नहीं करेंगे.
घुमारवीं का विकास नहीं कर पाए राजेंद्र गर्ग: राकेश चोपड़ा ने कहा कि खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग घुमारवीं के विकास में पूरी तरह विफल रहे हैं. घुमारवीं की जनता इस चुनावों में राजेंद्र गर्ग को करारा जवाब देने जा रही है.
पढ़ें- कसौली में योगी आदित्यनाथ की रैली, बोले- कांग्रेस 80 की उम्र में देती थी पेंशन, हमने 60 कर दी
दरअसल, बीजेपी छोड़ कर आम आदमी पार्टी का दामन थामने वरिष्ठ नेता राकेश चोपड़ा ने मंत्री गर्ग के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं. मंत्री राजेंद्र गर्ग घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र से भाजपा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. तो वहीं, कभी मंत्री राजेंद्र गर्ग के करीबी रहे वरिष्ठ नेता राकेश चोपड़ा आमने सामने हैं. साल 2017 के चुनावों में मंत्री राजेंद्र गर्ग को जीत दिलाने में राकेश चोपड़ा की अहम भूमिका रही थी, लेकिन राजेंद्र गर्ग के मंत्री बनने के कुछ समय के बाद राजेंद्र गर्ग और राकेश चोपड़ा के बीच दरार आने लगी.
राकेश चोपड़ा ने जनसभा में ललकारा: राकेश चोपड़ा ने तो एक जनसभा में सरेआम मंत्री गर्ग को विधानसभा चुनावों की चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा था कि विधानसभा चुनाव दूर नहीं है, तो चुनाव में इसका जवाब दिया जाएगा. हालांकि, हिमाचल सरकार राकेश चोपड़ा को किसी विभाग के चेयरमैन की जिम्मेदारी दे रही थी राकेश चोपड़ा ने इस पद को ठुकरा दिया था. उन्होंने सभी पदों से इस्तीफा दिया था.