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दयनीय हालत में झंडूता का कम्यूनिटी हेल्थ सेंटर, एक बेड पर होता है तीन मरीजों का इलाज

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झंडूता में स्वास्थ्य सुविधाओं की खस्ता हालात,स्वास्थ्य केंद्र में एक बेड पर तीन-तीन मरीजों का इलाज चल रहा है, स्वास्थ्य प्रशासन से व्यवस्था में सुधार की मांग की है.

दयनीय हालत में झंडूता का कम्यूनिटी हेल्थ सेंटर
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Published : Aug 31, 2019, 1:53 PM IST

बिलासपुर: झंडूता के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों के लिए सुविधाओं की भारी कमी है. स्वास्थ्य के प्रति जो बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, वह सभी फेल साबित होते नजर आ रहे हैं. झंडूता विधानसभा क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं की इतनी कमी है कि झंडूता के चिकित्सिकों को एक ही बेड पर तीन-तीन मरीजों का इलाज करना पड़ रहा है.

इस स्वास्थ्य केंद्र के नए भवन में 11 बेडों पर 18 मरीज दाखिल किए गए हैं, जिसमें एक एक बेड पर दो से तीन मरीज दाखिल किए गए हैं. एक तरफ स्वास्थ्य विभाग गांव-गांव जाकर स्वास्थ्य की सुविधाएं मुहैया करवा रहा है और एक-दूसरे से बीमारी फैलने से रोकथाम के उपाय बताए जा रहे हैं. वहीं, स्वास्थ्य केंद्र में एक बेड पर दो या तीन मरीज सोने के लिए मजबूर हैं. जिससे एक से दूसरे रोगियों में संक्रमण होने का खतरा है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग और सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.

वीडियो.

सामुदायिक केंद्र के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने 30 बेड लगाने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक यह व्यवस्था नहीं हो पाई है. जिसके चलते क्षेत्रवासियों को भारी समस्यों से जूझना पड़ रहा है. वहीं, मरीजों का कहना है कि एक बेड पर तीन-तीन मरीजों को दाखिल किया जा रहा है जिससे उन्हें काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है, उन्होंने बताया कि इससे मरीजों को एक दूसरे से इंफेक्शन का खतरा बन रहता है. मरीजों ने स्वास्थ्य प्रशासन से व्यवस्था में सुधार की मांग की है.

बिलासपुर: झंडूता के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों के लिए सुविधाओं की भारी कमी है. स्वास्थ्य के प्रति जो बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, वह सभी फेल साबित होते नजर आ रहे हैं. झंडूता विधानसभा क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं की इतनी कमी है कि झंडूता के चिकित्सिकों को एक ही बेड पर तीन-तीन मरीजों का इलाज करना पड़ रहा है.

इस स्वास्थ्य केंद्र के नए भवन में 11 बेडों पर 18 मरीज दाखिल किए गए हैं, जिसमें एक एक बेड पर दो से तीन मरीज दाखिल किए गए हैं. एक तरफ स्वास्थ्य विभाग गांव-गांव जाकर स्वास्थ्य की सुविधाएं मुहैया करवा रहा है और एक-दूसरे से बीमारी फैलने से रोकथाम के उपाय बताए जा रहे हैं. वहीं, स्वास्थ्य केंद्र में एक बेड पर दो या तीन मरीज सोने के लिए मजबूर हैं. जिससे एक से दूसरे रोगियों में संक्रमण होने का खतरा है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग और सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.

वीडियो.

सामुदायिक केंद्र के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने 30 बेड लगाने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक यह व्यवस्था नहीं हो पाई है. जिसके चलते क्षेत्रवासियों को भारी समस्यों से जूझना पड़ रहा है. वहीं, मरीजों का कहना है कि एक बेड पर तीन-तीन मरीजों को दाखिल किया जा रहा है जिससे उन्हें काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है, उन्होंने बताया कि इससे मरीजों को एक दूसरे से इंफेक्शन का खतरा बन रहता है. मरीजों ने स्वास्थ्य प्रशासन से व्यवस्था में सुधार की मांग की है.

Intro:स्लग - सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झंडूता में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर हालात खस्ता है स्वास्थ्य के प्रति जंहा बड़े बड़े दावे किए जा रहे वो सभी फैल साबित भो रहे है यही हाल झंडूता विधानसभा क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं की इतनी कमी है कि झंडूता के चिकित्सिकों को एक ही बेड पर तीन तीन मरीजों का इलाज करना पड़ रहा है। इस स्वास्थ्य केंद्र के नए भवन में 11 बेडों पर 18 मरीज दाखिल किए गए हैं, जिसमें एक एक बेड पर दो या तीन-तीन मरीज दाखिल किए गए हैं, वहीं स्वास्थ्य विभाग गांव-गांव जाकर स्वास्थ्य की सुविधाएं मुहैया करवा रहा है तथा एक-दूसरे से बीमारी फैलने के रोकथाम के उपाय बताए जा रहे हैं, वहीं खुद का स्वास्थ्य केंद्र में एक बेड पर दो या तीन मरीज सोने के लिए विवर्श हैं, जिससे इन रोगियों में किसी का संक्रमण होने का खतरा है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग व सरकार आंखें मूंदे बैठी है।
इस सामुदायिक केंद्र के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने 30 बेड लगाने की घोषणा की थी, परंतु अभी तक यह व्यवस्था नहीं हो पाई है। इसके चलते क्षेत्रवासियों को भारी समस्या से जूझना पड़ रहा है। वंही मरीजों का कहना है कि एक बेड पर तीन-तीन मरीजों को दाखिल किया जा रहा है जिससे उन्हें काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है उन्होंने बताया कि इससे तो मरीजों को एक दूसरे से इंफैक्शन का खतरा बन गया है। मरीजों ने स्वास्थ्य प्रशासन से व्यवस्था में सुधार की मांग की है

बाइट। मरीज Body:Byte vishulConclusion:स्लग - सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झंडूता में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर हालात खस्ता है स्वास्थ्य के प्रति जंहा बड़े बड़े दावे किए जा रहे वो सभी फैल साबित भो रहे है यही हाल झंडूता विधानसभा क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं की इतनी कमी है कि झंडूता के चिकित्सिकों को एक ही बेड पर तीन तीन मरीजों का इलाज करना पड़ रहा है। इस स्वास्थ्य केंद्र के नए भवन में 11 बेडों पर 18 मरीज दाखिल किए गए हैं, जिसमें एक एक बेड पर दो या तीन-तीन मरीज दाखिल किए गए हैं, वहीं स्वास्थ्य विभाग गांव-गांव जाकर स्वास्थ्य की सुविधाएं मुहैया करवा रहा है तथा एक-दूसरे से बीमारी फैलने के रोकथाम के उपाय बताए जा रहे हैं, वहीं खुद का स्वास्थ्य केंद्र में एक बेड पर दो या तीन मरीज सोने के लिए विवर्श हैं, जिससे इन रोगियों में किसी का संक्रमण होने का खतरा है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग व सरकार आंखें मूंदे बैठी है।
इस सामुदायिक केंद्र के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने 30 बेड लगाने की घोषणा की थी, परंतु अभी तक यह व्यवस्था नहीं हो पाई है। इसके चलते क्षेत्रवासियों को भारी समस्या से जूझना पड़ रहा है। वंही मरीजों का कहना है कि एक बेड पर तीन-तीन मरीजों को दाखिल किया जा रहा है जिससे उन्हें काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है उन्होंने बताया कि इससे तो मरीजों को एक दूसरे से इंफैक्शन का खतरा बन गया है। मरीजों ने स्वास्थ्य प्रशासन से व्यवस्था में सुधार की मांग की है

बाइट। मरीज
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