बिलासपुर: झंडूता के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों के लिए सुविधाओं की भारी कमी है. स्वास्थ्य के प्रति जो बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, वह सभी फेल साबित होते नजर आ रहे हैं. झंडूता विधानसभा क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं की इतनी कमी है कि झंडूता के चिकित्सिकों को एक ही बेड पर तीन-तीन मरीजों का इलाज करना पड़ रहा है.
इस स्वास्थ्य केंद्र के नए भवन में 11 बेडों पर 18 मरीज दाखिल किए गए हैं, जिसमें एक एक बेड पर दो से तीन मरीज दाखिल किए गए हैं. एक तरफ स्वास्थ्य विभाग गांव-गांव जाकर स्वास्थ्य की सुविधाएं मुहैया करवा रहा है और एक-दूसरे से बीमारी फैलने से रोकथाम के उपाय बताए जा रहे हैं. वहीं, स्वास्थ्य केंद्र में एक बेड पर दो या तीन मरीज सोने के लिए मजबूर हैं. जिससे एक से दूसरे रोगियों में संक्रमण होने का खतरा है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग और सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.
सामुदायिक केंद्र के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने 30 बेड लगाने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक यह व्यवस्था नहीं हो पाई है. जिसके चलते क्षेत्रवासियों को भारी समस्यों से जूझना पड़ रहा है. वहीं, मरीजों का कहना है कि एक बेड पर तीन-तीन मरीजों को दाखिल किया जा रहा है जिससे उन्हें काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है, उन्होंने बताया कि इससे मरीजों को एक दूसरे से इंफेक्शन का खतरा बन रहता है. मरीजों ने स्वास्थ्य प्रशासन से व्यवस्था में सुधार की मांग की है.