बिलासपुर: वन विभाग बिलासपुर जिला में पामारोजा घास के माध्यम से तेल निकालने की कवायद आरंभ करने जा रहा है. यह खेती बिलासपुर जिला के अमरपुर क्षेत्र में एक जंगल में की जा रही है. जिसके लिए वन विभाग ने यहां पर इसके लिए कार्य करना भी शुरू कर दिया है.
जैसे ही इस खेतों में घास लगना शुरू हो जाएगी तो वन विभाग इस घास का तेल निकालकरमार्किट में सेल आउट करेगा. इससे वन विभाग की अमदन भी बढ़ेगी साथ ही लोगों को रोजगार के साधन भी खुलेंगे. यह कवायद जायका प्रोजेक्ट के तहत की जा रही है.
बिलासपुर डीएफओ अवानी भूषण राय ने बताया कि यह पामारोजा घास से तेल निकालने की योजना पहली बार हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला से की जा रही है. यह कार्य भी शुरू हो गया है, अगर बिलासपुर में यह कार्य सही और फायदेमंद रहता है तो इसे पूरे प्रदेशभर में शुरू किया जाएगा. अभी तक यह सिर्फ बिलासपुर जिला में ही शुरू की गई है.
कई मायनों में फायदेमंद है पामारोजा ऑयल
जानकारी के अनुसार पामारोजा घास से निकलने वाले तेल एसेंशियल ऑयल अपने एंटीवायरल, जीवाणुरोधी और एंटीसेप्टिक गुणों के आधार पर बुखार को कम करने में सक्षम है. यह कई बैक्टीरियल इन्फेक्शन्स को खत्म करने में भी असरदार है. यह उम्र बढ़ने पर शरीर को होने वाले डैमेज को कम करता है और बॉडी की ग्रोथ के लिए भी असरदार है. व्यक्ति को शारीरिक रूप से सुदुढ बनाने के लिए सबसे उपयोगी यह तेल माना जाता है.
![Palmarosa grass Oil extraction trial](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/hp-blp-01-forest-deptt-news-r2p-hp10012_06012021095245_0601f_00245_707.jpg)
डीएफओ अवानी भूषण राय ने कहा कि अगर बिलासपुर में इसकी अच्छी पैदावार और तेल निकलता है तो यह खेती बिलासपुर के लोगों के लिए भी लाभदायक सिद्व हो सकती है. हालांकि, अभी तक इस खेती का ट्रायल बेस बिलासपुर से शुरू किया गया है. भविष्य में यह खेती कितनी कारगार सिद्ध हो सकती है, यह तो बिलासपुर में होने वाली खेती पर निर्भर है.
हालांकि अभी तक यह हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला से ही शुरू की गई है. अगर सब सही रहा और यह इस घास से भरपूर मात्रा से तेल निकला तो यह खेती पूरे प्रदेशभर में शुरू की जाएगी.