बिलासपुर: जिला बिलासपुर के एक निजी स्कूल प्रबंधक ने जांच के दौरान डिप्टी डायरेक्टर को कमरे में बंद दिया था. अब यह मामला जांच पर पहुंच गया है. प्रांरभिक शिक्षा उपनिदेशक सुदर्शन सिंह ने उक्त निजी स्कूल की मान्यता सहित परीक्षा केंद्र रद्द करने को लेकर स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला को एक पत्र भी लिखने जा रहे हैं.
जिसमें वह मांग करेंगे कि स्कूल प्रबंधक द्वारा किए गए ऐसे व्यवहार के चलते इस स्कूल की मान्यता रद्द की जाए. इसी के साथ वह एक पत्र उपायुक्त बिलासपुर राजेश्वर गोयल को भी लिख रहे है. उन्होंने बताया कि इस तरह का एक निजी स्कूल द्वारा बरता गया व्यवहार किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा.
गौरतलब है कि बिलासपुर जिला के कुठेड़ा क्षेत्र के तहत आने वाले एक निजी स्कूल ने अपनी दंबगई दिखाते हुए नकल छुपाने के चक्कर में करीब 15 से 20 मिनट तक प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक को टीम के साथ ही कमरे में कैद कर दिया था. वहीं, हैरान करने की बात यह भी सामने आई है कि निजी स्कूल प्रबंधक ने मौके पर पहुंची टीम सहित उपनिदेशक तक के आईडी तक मांग ली.
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेशभर में एसओएस सहित कंपार्टमेंट की परीक्षाएं शुरू हुई है. इस दौरान प्रांरभिक शिक्षा उपनिदेशक ने अपनी टीम के साथ सुबह ही कुठेड़ा क्षेत्र के एक निजी स्कूल में टीम के साथ परीक्षा के दौरान दबिश दी.
उसके बाद कैसे न कैसे टीम परीक्षा केंद्र तक पहुंची ते वहां पाया कि सरेआम परीक्षा दे रहे अभ्यर्थी नकल कर रहे थे. ऐसे में उन्होंने मौके पर ही 18 अभ्यर्थियों से 11 के मौके पर ही केस बना दिए.
जिसके बाद अब प्रांरभिक शिक्षा उपनिदेशक सुदर्शन सिंह ने उक्त निजी स्कूल की मान्यता सहित परीक्षा केंद्र रद्द करने को लेकर स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला को एक पत्र भी लिखने जा रहे हैं.
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