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गोबिंद सागर झील बन सकता है वाटर स्पोर्ट्स का हब, रोजगार के भी खुलेंगे द्वार

बिलासपुर की गोविंदसागर झील अनदेखी का शिकार है. यहीं कारण है कि यहां जिम्मेदार सरकार पर्यटकों की संख्या में इजाफा करने में नाकामयाब रहे हैं. अगर वाटर स्पोर्ट्स शुरू किया जाए तो इससे राजस्व में जहां इजाफा होगा वहीं पर्यटन बढ़ने के कारण व्यापारियों को भी फायदा मिलेगा.

Govind Sagar Lake facing government's neglection
सरकार की अनदेखी का दंश झेल रही गोविंद सागर झील
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Published : Dec 9, 2019, 2:03 PM IST

Updated : Dec 9, 2019, 4:37 PM IST

बिलासपुर: सरकार किसी की भी हो बिलासपुर की गोविंद सागर झील हमेशा अनदेखी का शिकार रहीं है. यहां पर वाटर स्पोर्ट्स शुरू करके पर्यटकों को लुभाया जा सकता है. सरकारों के जिम्मेदार इस मामले पर समय-समय पर आश्वासन तो देते हैं, लेकिन फिर कुछ नहीं करते.

बिलासपुर की गोविंदसागर झील अनदेखी का शिकार है. यहीं कारण है कि यहां जिम्मेदार सरकार पर्यटकों की संख्या में इजाफा करने में नाकामयाब रहे हैं. अगर वाटर स्पोर्ट्स शुरू किया जाए तो इससे राजस्व में जहां इजाफा होगा वहीं पर्यटन बढ़ने के कारण व्यापारियों को भी फायदा मिलेगा.

वीडियो रिपोर्ट

ऐसा नहीं कि जनप्रतिनिधी इसको नहीं जानते लेकिन चुनाव जब करीब आता है तब केवल आश्वसन दिया जाता है उसके बाद इस दिशा में कुछ नहीं किया जाता. युवा आशीष ठाकुर ने बताया गोविंदसागर झील हमेशा अनदेखी का शिकार हुई है. किसी भी सरकार ने इस झील के विकास के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए है.

वाटर रेस्तरां बनाने पर विचार

वर्तमान सरकार में वन मंत्री की बैठक में गोविंद सागर झील में वाटर स्पोर्ट्स को लेकर विचार-विमर्श तो किया गया, लेकिन जमीन पर कुछ नहीं दिखाई दे रहा. बता दें कि हाल ही में टूरिज्म विभाग ने जिला प्रशासन के साथ बैठक कर अहम फैसले लिए. यहां पर वाटर रेस्तरां बनाने पर विचार हुआ. बैठक में सवाल यह भी उठे कि झील सिर्फ 4-5 महीने के लिए ही लबालब रहती है. इस कारण गर्मियों में परेशानी रहेगी.

गोविंदसागर झील में शुरू होंगी जल क्रीड़ाएं

भाजपा सदर विधायक सुभाष ठाकुर का कहना है कि टूरिज्म विभाग के साथ संयुक्त रूप से बैठक की गई थी. इसमें गोविंदसागर झील में क्रूज, होम स्टे, जेटी, पैडल वोट, स्टीमर चलाने की कार्य योजना बनाई जा रही है, जिसमें गोविंदसागर झील में जल क्रीड़ाएं शुरू होगी और यहां के लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे. अगर गोविंद सागर झील में वाटर स्पोर्ट्स शुरू किया जाए तो मनाली की ओर जाने वाले पर्यटक भी कुछ समय यहां ठहर कर भी इस झील खूबसूरती को निहारेंगे.

ये भी पढ़ें: कृषि मंत्री ने अधिकारियों के साथ की बैठक, कहा- किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए किया जाए प्रेरित

बिलासपुर: सरकार किसी की भी हो बिलासपुर की गोविंद सागर झील हमेशा अनदेखी का शिकार रहीं है. यहां पर वाटर स्पोर्ट्स शुरू करके पर्यटकों को लुभाया जा सकता है. सरकारों के जिम्मेदार इस मामले पर समय-समय पर आश्वासन तो देते हैं, लेकिन फिर कुछ नहीं करते.

बिलासपुर की गोविंदसागर झील अनदेखी का शिकार है. यहीं कारण है कि यहां जिम्मेदार सरकार पर्यटकों की संख्या में इजाफा करने में नाकामयाब रहे हैं. अगर वाटर स्पोर्ट्स शुरू किया जाए तो इससे राजस्व में जहां इजाफा होगा वहीं पर्यटन बढ़ने के कारण व्यापारियों को भी फायदा मिलेगा.

वीडियो रिपोर्ट

ऐसा नहीं कि जनप्रतिनिधी इसको नहीं जानते लेकिन चुनाव जब करीब आता है तब केवल आश्वसन दिया जाता है उसके बाद इस दिशा में कुछ नहीं किया जाता. युवा आशीष ठाकुर ने बताया गोविंदसागर झील हमेशा अनदेखी का शिकार हुई है. किसी भी सरकार ने इस झील के विकास के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए है.

वाटर रेस्तरां बनाने पर विचार

वर्तमान सरकार में वन मंत्री की बैठक में गोविंद सागर झील में वाटर स्पोर्ट्स को लेकर विचार-विमर्श तो किया गया, लेकिन जमीन पर कुछ नहीं दिखाई दे रहा. बता दें कि हाल ही में टूरिज्म विभाग ने जिला प्रशासन के साथ बैठक कर अहम फैसले लिए. यहां पर वाटर रेस्तरां बनाने पर विचार हुआ. बैठक में सवाल यह भी उठे कि झील सिर्फ 4-5 महीने के लिए ही लबालब रहती है. इस कारण गर्मियों में परेशानी रहेगी.

गोविंदसागर झील में शुरू होंगी जल क्रीड़ाएं

भाजपा सदर विधायक सुभाष ठाकुर का कहना है कि टूरिज्म विभाग के साथ संयुक्त रूप से बैठक की गई थी. इसमें गोविंदसागर झील में क्रूज, होम स्टे, जेटी, पैडल वोट, स्टीमर चलाने की कार्य योजना बनाई जा रही है, जिसमें गोविंदसागर झील में जल क्रीड़ाएं शुरू होगी और यहां के लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे. अगर गोविंद सागर झील में वाटर स्पोर्ट्स शुरू किया जाए तो मनाली की ओर जाने वाले पर्यटक भी कुछ समय यहां ठहर कर भी इस झील खूबसूरती को निहारेंगे.

ये भी पढ़ें: कृषि मंत्री ने अधिकारियों के साथ की बैठक, कहा- किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए किया जाए प्रेरित

Intro:सरकार की अनदेखी का शिकार बन रही गोविंदसागर झील
वॉटर स्पोर्ट्स गतिविधियों से बिलासपुर में आएंगे पर्यटक
कार्ययोजना तक सिमट कर रह जाती है यह मानव निर्मित झील

बिलासपुर।
सरकार चाहे जिस मर्जी की हो लेकिन बिलासपुर के गोविंद सागर झील हमेशा अनदेखी का शिकार हुई है। वाटर स्पोर्ट्स की बात की जाए तो यहां की झील इस तरह की गतिविधियों के लिए संपूर्ण है। लेकिन प्रशासनिक अमला यहां पर वाटर स्पोर्ट की गतिविधियों को शुरू करने से क्यों परहेज कर रहा है? इस बारे में कहना मुश्किल है। हालांकि हर सरकार शुरुआती चरण में बिलासपुर की गोविंद सागर झील में रोजगार व वाटर स्पोर्ट्स की अपार संभावनाएं तलाशने की बात करती है। लेकिन सरकार का कार्यकाल समाप्त हो जाता है और फिर से गोविंद सागर झील इन गतिविधियों से पिछड़ जाती है। वर्तमान सरकार की बात की जाए तो बिलासपुर में वन मंत्री की बैठक में गोविंद सागर झील में वाटर स्पोर्ट्स को लेकर विचार-विमर्श तो किया गया। लेकिन अभी तक यहां पर कोई भी गतिविधि शुरू नहीं हुई है।


Body:उलेखनीय है कि अगर बिलासपुर की गोविंदसागर झील में वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियां शुरू हो जाती है तो इसका सबसे ज्यादा फायदा यहां की स्थानीय जनता को मिलेगा। क्योंकि मनाली की ओर रुख करने वाले पर्यटक एक बार बिलासपुर में जरूर आएंगे। क्योंकि मनाली जाने के लिए बिलासपुर से ही क्रॉस किया जाता है। अगर पर्यटन के मानचित्र पर बिलासपुर का नाम आ जाए तो मनाली जाने वाले पर्यटक बिलासपुर में संभवत रुकेंगे। बता दे कि अभी हाल ही में टूरिज्म विभाग की जिला प्रशासन के साथ हुई संयुक्त बैठक में गोविंद सागर झील को लेकर कई अहम फैसले लिए गए। यहां की गोविंद सागर झील में जेटली सहित वाटर रेस्तरां बनाने के बारे में विचार विमर्श किया गया। जिसको लेकर टूरिज्म विभाग ने भी इस कार्य को लेकर हरी झंडी दे दी है। लेकिन दिक्कत की बात यह है कि यहां की गोविंद सागर झील मात्र 4 से 5 माह के लिए ही लबालब रहती है। गर्मियों के मौसम में यह झील सूख जाती है। जिसके कारण यहां पर कोई भी गतिविधि हो पाना असंभव है। अब देखना यह बाकी है कि इस संदर्भ में प्रदेश सरकार के फैसले लेती है और क्या हम निर्णय सामने आता है।


Conclusion:क्या कहते है सदर विधायक
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भाजपा सदर विधायक सुभाष ठाकुर का कहना है कि टूरिजम विभाग के साथ संयुक्त रूप से बैठक की गई थी। जिसमे गोविंदसागर झील में क्रूज, होम स्टे, जेटी, पैडल वोट, स्टीमर चलाने की कार्ययोजना बनाई जा रही है। जिसमे गोविंदसागर झील में जलक्रीड़ाए शुरू होगी और यहां के लोगो को रोजगार के अवसर भी प्रदान होंगे।

क्या कहते है बिलासपुर के युवा
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बिलासपुर के शहर के युवा आशीष ठाकुर का कहना है कि गोविंदसागर झील हमेशा अनदेखी का शिकार हुई है। किसी भी सरकार ने इस झील को डेवेलप करने के लिए कोई ठोस कदम नही उठाए है।
Last Updated : Dec 9, 2019, 4:37 PM IST
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