बिलासपुर: सरकार किसी की भी हो बिलासपुर की गोविंद सागर झील हमेशा अनदेखी का शिकार रहीं है. यहां पर वाटर स्पोर्ट्स शुरू करके पर्यटकों को लुभाया जा सकता है. सरकारों के जिम्मेदार इस मामले पर समय-समय पर आश्वासन तो देते हैं, लेकिन फिर कुछ नहीं करते.
बिलासपुर की गोविंदसागर झील अनदेखी का शिकार है. यहीं कारण है कि यहां जिम्मेदार सरकार पर्यटकों की संख्या में इजाफा करने में नाकामयाब रहे हैं. अगर वाटर स्पोर्ट्स शुरू किया जाए तो इससे राजस्व में जहां इजाफा होगा वहीं पर्यटन बढ़ने के कारण व्यापारियों को भी फायदा मिलेगा.
ऐसा नहीं कि जनप्रतिनिधी इसको नहीं जानते लेकिन चुनाव जब करीब आता है तब केवल आश्वसन दिया जाता है उसके बाद इस दिशा में कुछ नहीं किया जाता. युवा आशीष ठाकुर ने बताया गोविंदसागर झील हमेशा अनदेखी का शिकार हुई है. किसी भी सरकार ने इस झील के विकास के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए है.
वाटर रेस्तरां बनाने पर विचार
वर्तमान सरकार में वन मंत्री की बैठक में गोविंद सागर झील में वाटर स्पोर्ट्स को लेकर विचार-विमर्श तो किया गया, लेकिन जमीन पर कुछ नहीं दिखाई दे रहा. बता दें कि हाल ही में टूरिज्म विभाग ने जिला प्रशासन के साथ बैठक कर अहम फैसले लिए. यहां पर वाटर रेस्तरां बनाने पर विचार हुआ. बैठक में सवाल यह भी उठे कि झील सिर्फ 4-5 महीने के लिए ही लबालब रहती है. इस कारण गर्मियों में परेशानी रहेगी.
गोविंदसागर झील में शुरू होंगी जल क्रीड़ाएं
भाजपा सदर विधायक सुभाष ठाकुर का कहना है कि टूरिज्म विभाग के साथ संयुक्त रूप से बैठक की गई थी. इसमें गोविंदसागर झील में क्रूज, होम स्टे, जेटी, पैडल वोट, स्टीमर चलाने की कार्य योजना बनाई जा रही है, जिसमें गोविंदसागर झील में जल क्रीड़ाएं शुरू होगी और यहां के लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे. अगर गोविंद सागर झील में वाटर स्पोर्ट्स शुरू किया जाए तो मनाली की ओर जाने वाले पर्यटक भी कुछ समय यहां ठहर कर भी इस झील खूबसूरती को निहारेंगे.