घुमारवीं/बिलासपुर: घुमारवीं में सीर खड्ड किनारे मनाया जाने वाला जिला स्तरीय ग्रीष्मोत्सव मेले में पहली बार कहलूर नाइट आयोजित की गई, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक उपस्थित रहे. पहली सांस्कृतिक संध्या राखी गौतम व गौरव कौंडल के नाम रही. यह पहली बार था जब ग्रीष्मोत्सव में पहली सांस्कृतिक संध्या को कहलूर संध्या के रूप में आयोजित किया गया, जिसमें कहलूर के कलाकारों को मौका दिया गया.
स्थानीय कलाकारों ने दी प्रस्तुतियां: कार्यक्रम की शुरुआत प्रकाश चंद शर्मा ने गणेश वंदना से की.उसके बाद स्थानीय कलाकारों युवराज, साहिल, मुस्कान, अभिषेक, दिनेश, अजय ,हिमानी,रीमा, भगवान दास , रविन्द्र ने गीत प्रस्तुत किया. श्याम लाल पार्टी ने गुगा गाथा,रूप लाल पार्टी ने चन्द्रोली, रमेश चंद पार्टी ने दाजा, प्रस्तुत किया. लेहरु राम संख्यान ने एक छैल छबीली ,काली -काली बदली की प्रस्तुति दी. हिमाचली मुंडा ने भी दर्शकों को खूब हंसाया.
पहाड़ी-हिंदी गीतों का संगम: उसके बाद मंच पर बिलसपुरी गायक जीतू राम संख्यान ने उच्या केलाश और ड्राइवर अमर सिंह , आईजा नोकरा आदि गीतों की प्रस्तुति दी. उसके बाद हिमाचली गायक वॉइस ऑफ हिमाचल श्रुति शर्मा ने तेनो धूप लगया वे,एक तू मेरा रांझा, रात बाकी , खाना पीना नद लेनी,गानों पर प्रस्तुति दी. राखी गौतम ने तेरा मेरा प्यार ,बड़ियां जो तुड़का, इस ग्रा देया लंबड़ा, कजरा मुहब्बत वाला हरि ओम हरि, सिटी बजाए, दिल दिया है जान भी देंगे गानों की प्रस्तुति दी.
हिमाचली-पंजाबी गीतों पर झूमा शहर: अंत मे गौरव कौंडल ने लंबी जुदाई, असा हुन टूर जाना, हाथ विच होए हाथ, तेरी मेरी कहानी, के अलावा हिमाचली नाटी, पंजाबी गानों पर लोगों का खूब मनोरंजन किया. मंच संचालन डॉ. राजेश चौहान व जावेद इकबाल ने किया. इस अवसर प्रधान जिला सत्र न्यायधीश बिलासपुर प्रीति ठाकुर, एसडीएम घुमारवीं राजीव ठाकुर, डीएसपी घुमारवीं चंद्रपाल सिंह ,नगर परिषद अध्यक्षा रीता सहगल, श्याम शर्मा, कपिल शर्मा,निशा चोपड़ा आदि उपस्थित रहे.बता दें कि मेला 5 अप्रैल को शुरू हुआ था और 9 अप्रैल को मेले का समापन होगा.
ये भी पढ़ें : करसोग नलवाड़ मेला: आज सीएम सुखविंदर सिंह करेंगे समापन, एक अप्रैल को शुरू हुआ था मेला