बिलासपुरः जिला बिलासपुर में मंगलवार को जिला स्तरीय बाल संरक्षण समिति की बैठक का आयोजन हुआ. एडीएम विनय धीमान ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि अनाथ और बेसहारा बच्चों के कल्याण के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ पात्र बच्चों तक पंहुचाने के लिए पूरी कोशिश की जाए.
एडीएम विनय धीमान ने कहा कि जिला बिलासपुर में कोई भी पात्र बच्चा इन सरकार की योजनाओं का लाभ लेने से वंचित नहीं रहना चाहिए. पात्र बच्चों के लिए ही सरकार की ओर से योजनाएं चलाईं जा रहीं हैं.
उन्होंने बताया कि बाल-बालिका संरक्षण योजना के तहत बिलासपुर में 165 अनाथ बच्चों को चिन्ह्ति किया गया है जिसमें से 32 बच्चों को इस योजना से लाभ मिला है. उन्होने बताया कि अनाथ बच्चों को गोद लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा करवाए जाते हैं.
बिलासपुर एडीएम ने बताया कि अब तक जिला में 19 दम्पतियों को पंजीकृत किया गया है. अनाथ बच्चों की भूमि संपति उनके नाम करवाने के लिए वर्तमान में जिला के 18 वर्ष से कम आयु के 165 अनाथ बच्चे पहचान में लाए गए हैं. 42 अनाथ बच्चों के नाम भूमि संपति दर्ज करवाई जा चुकी है
शिक्षा का समान अधिकार के तहत बाल मजदूरी व भीख मांगने वाले या किसी भी अपराधिकता से पीड़ित बच्चों को शिक्षित करने के लिए बाल आश्रम में भेजकर उनके शिक्षा के अधिकार को पूरा किया जा रहा है.
बिलासपुर एडीएम ने बताया कि जिला में चाईल्ड हेल्प लाईन बिलासपुर में एक्टिव है. अव्यस्क बच्चों के बारे में किसी भी आपातकालीन स्थिति के दौरान चाईल्ड हेल्प लाईन टोल फ्री नम्बर 1098 पर संपर्क कर सकते हैं.
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