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बिलासपुरी धाम के कायल हुए CM जयराम, 20 हजार मेहमानों ने चखा स्वाद - CM jairam thakur at bilaspur

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बेटे गिरीश की शादी के उपलक्ष्य में उनके पैतृक गांव विजयपुरा में रिसेप्शन पार्टी रखी गई. रिसेप्शन पार्टी में सीएम जयराम ठाकुर, राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय समेत पंजाब, हरियाणा और हिमाचल के कई राजनीतिक हस्तियां शामिल हुए.

Bilaspuri dham served in JP Nadda's son's wedding
नड्डा के घर में परोसी गई बिलासपुरी धाम
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Published : Feb 29, 2020, 6:37 PM IST

बिलासपुरः बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बेटे गिरीश की शादी के उपलक्ष्य में उनके पैतृक गांव विजयपुरा में रिसेप्शन पार्टी रखी गई. रिसेप्शन पार्टी में सीएम जयराम ठाकुर, राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय समेत पंजाब, हरियाणा और हिमाचल के कई राजनीतिक हस्तियां शामिल हुए. इस मौके पर पर बिलासपुरी धाम का हर कोई कायल हो गया है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय सहित कैबिनेट मंत्री ने बिलासपुर धाम का स्वाद चखा.

नड्डा के घर में आयोजित इस कार्यक्रम में करीब 15 से 20 हजार लोगों के लिए लगभग 130 बलटोहियों (खाना बनाने का बरतन) में खाना बनाया गया. जिसे बनाने के लिए बिलासपुर के बोटियों यानी रसोइया शुक्रवार शाम से खाना बनाने में जुट गए थे.

बता दें कि उत्तर भारत से बिलासपुर पहुंचे नड्डा के घर मेहमानों ने बिलासपुर धाम की जमकर तारीफ भी की. मेहमानों ने बताया कि इस तरह के व्यंजन पहली बार खाया है. ऐसी व्यंजन की डिमांड बाहरी राज्यों में भी होनी चाहिए.

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बिलासपुरी धाम बनाने वाले बोटी (रसोइया) अमरनाथ ने बताया कि वह 35 सालों से यही काम करते आ रहे हैं. हिमाचल सहित अन्य राज्यों में भी वह बिलासपुरी धाम लोगों के लिए बना चुके हैं लेकिन पहली बार 15 से 20 हजार लोगों का खाना बनाया है.

क्या है बिलासपुरी धाम

बिलासपुरी धाम में 5-7 दालें और सब्जियां बनाई जाती है. बिलासपुरी धाम में बनाई जाने वाली धुली उड़द की दाल जिसे धोई दाल कहते हैं, इसे काफी मात्रा में घी और मसालों के साथ पकाया जाता है. इसके अलावा ग्रेवी वाले फ्राइड आलू या पालक वाले कचालू या घंडयाली का मद्रा भी बनाया जाता है.

साबुत उड़द, मूंग दाल, चने की दाल, हरी वाली राजमाह, रौंगी, सफेद चने जैसे व्यंजन बनाए जाते हैं. इसके साथ ही काले चने में कद्दू या छुहारे डालकर आमचूर या इमली से एक मद्रा बनाया जाता है और इसके अलावा पकौड़े वाली कढ़ी भी धाम में शामिल होती है.

जिले कुछ हिस्सों में कचालू (अरबी) का पल्दा भी बनाया जाता है. वहीं, मीठे की बात करें तो बदाना या कद्दू का मीठा बनाया जाता है. कुछ संपन्न परिवार के लोग इन सबके अलावा मटर पनीर, गरी और ब्रेड का मीठा भी बनाते हैं. गरम-गरम चावलों के साथ इन व्यंजनों को परोसा जाता है.

वीडियो.

बिलासपुरः बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बेटे गिरीश की शादी के उपलक्ष्य में उनके पैतृक गांव विजयपुरा में रिसेप्शन पार्टी रखी गई. रिसेप्शन पार्टी में सीएम जयराम ठाकुर, राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय समेत पंजाब, हरियाणा और हिमाचल के कई राजनीतिक हस्तियां शामिल हुए. इस मौके पर पर बिलासपुरी धाम का हर कोई कायल हो गया है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय सहित कैबिनेट मंत्री ने बिलासपुर धाम का स्वाद चखा.

नड्डा के घर में आयोजित इस कार्यक्रम में करीब 15 से 20 हजार लोगों के लिए लगभग 130 बलटोहियों (खाना बनाने का बरतन) में खाना बनाया गया. जिसे बनाने के लिए बिलासपुर के बोटियों यानी रसोइया शुक्रवार शाम से खाना बनाने में जुट गए थे.

बता दें कि उत्तर भारत से बिलासपुर पहुंचे नड्डा के घर मेहमानों ने बिलासपुर धाम की जमकर तारीफ भी की. मेहमानों ने बताया कि इस तरह के व्यंजन पहली बार खाया है. ऐसी व्यंजन की डिमांड बाहरी राज्यों में भी होनी चाहिए.

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बिलासपुरी धाम बनाने वाले बोटी (रसोइया) अमरनाथ ने बताया कि वह 35 सालों से यही काम करते आ रहे हैं. हिमाचल सहित अन्य राज्यों में भी वह बिलासपुरी धाम लोगों के लिए बना चुके हैं लेकिन पहली बार 15 से 20 हजार लोगों का खाना बनाया है.

क्या है बिलासपुरी धाम

बिलासपुरी धाम में 5-7 दालें और सब्जियां बनाई जाती है. बिलासपुरी धाम में बनाई जाने वाली धुली उड़द की दाल जिसे धोई दाल कहते हैं, इसे काफी मात्रा में घी और मसालों के साथ पकाया जाता है. इसके अलावा ग्रेवी वाले फ्राइड आलू या पालक वाले कचालू या घंडयाली का मद्रा भी बनाया जाता है.

साबुत उड़द, मूंग दाल, चने की दाल, हरी वाली राजमाह, रौंगी, सफेद चने जैसे व्यंजन बनाए जाते हैं. इसके साथ ही काले चने में कद्दू या छुहारे डालकर आमचूर या इमली से एक मद्रा बनाया जाता है और इसके अलावा पकौड़े वाली कढ़ी भी धाम में शामिल होती है.

जिले कुछ हिस्सों में कचालू (अरबी) का पल्दा भी बनाया जाता है. वहीं, मीठे की बात करें तो बदाना या कद्दू का मीठा बनाया जाता है. कुछ संपन्न परिवार के लोग इन सबके अलावा मटर पनीर, गरी और ब्रेड का मीठा भी बनाते हैं. गरम-गरम चावलों के साथ इन व्यंजनों को परोसा जाता है.

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