बिलासपुर: क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में उस समय हड़कंप मच गया जब अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एनके भारद्वाज अपना सारा कार्य छोड़कर ओपीडी सहित अन्य सारे कार्यों का औचक निरीक्षण करने पहुंच गए. ईटीवी भारत की टीम को अपने साथ लेकर चिकित्सा अधीक्षक ने सबसे पहले अस्पताल का ट्रामा सेंटर का निरीक्षण किया.
वहां पर चिकित्सकों सहित कर्मचारियों स्वास्थ्य संबंधी विशेष दिशा-निर्देश दिए गए. इसके साथ डॉ. भारद्वाज ने अस्पताल परिसर में स्थित ओपीडी कक्ष में मरीजों को देखने बैठे चिकित्सकों के कार्य का निरीक्षण किया. निरीक्षण में पाया गया कि चिकित्सक सारे एहतियात और बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने में जुटे हैं.
निरीक्षण में चिकित्सा अधीक्षक ने डॉक्टरों को कई निर्देश भी जारी किए. साथ ही मरीजों से मिलकर उन्होंने मरीजों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें परेशानी के बारे में भी पूछा. अगर किसी भी मरीज या तीमारदारों को कोई दिक्कत थी तो वह मौके पर उनको सुविधा भी प्रदान की गई.
निरीक्षण करते हुए डॉ. भारद्वाज ने अस्पताल के मैस का भी निरीक्षण किया. जिसमें उन्होंने यहां परसब्जी, दालें सहित चावल व आटे की जांच की. वहीं, आदेश जारी किए गए कि यहां पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि यहां पर जो खाना बनाया जाता है वह सीधे मरीजों तक पहुंचता है. यह खाना मरीजों को निःशुल्क दिया जाता है.
![NK Bhardwaj inspected OPD in Hospital](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/9843861_377_9843861_1607686823393.png)
मौके पर कई कर्मचारियों की लगी क्लास
एमएस के निरीक्षण के दौरान कई स्थानों व कुछ खामियां पाई गई. वहां पर अधिकारी ने मौके पर कई कर्मचारियों की क्लास भी लगाई. वहीं, निर्देश दिए गए कि कुछ खामियां जो पाई जा रही है उसको तुरंत प्रभाव से दूर किया जाए. ताकि मरीजों को किसी भी तरह से कोई दिक्कत का सामना न करना पड़े.
दवाइयों का स्टॉक भी जांचा
बिलासपुर अस्पताल परिसर में स्थित डिस्पेंसरी का भी एमएस ने निरीक्षण किया. यहां पर उन्होंने मरीजों को मिलने वाली निःशुल्क दवाइयों की जांच की. साथ ही यहां पर तैनात कर्मचारियों को आदेश जारी किए गए कि उन दवाईयों का विवरण दें जो अस्पताल डिस्पेंसरी में उपलब्ध न हो. मरीजों के हर बीमारी से संबंधित निःशुल्क दवा अस्पताल में ही मिलनी चाहिए.
मरीजों से मिलकर की बात
निरीक्षण के दौरान अधिकारी ने अस्पताल में एडमिट मरीजों से बातचीत भी की. उन्होंने मरीजों को मिलने वाली यहां पर सभी स्वास्थ्य सुविधों की जांच की. साथ ही मरीजों को किसी भी तरह से कोई दिक्कत या परेशानी के बारे भी पूछा.