बिलासपुर: देश व हिमाचल की एवरेज में जिला बिलासपुर कोरोना टेस्टिंग मामले में इस समय सबसे आगे चल रहा है. एक मिलियन आबादी के हिसाब से बिलासपुर में 2569 से अधिक सैंपल लिए जा रहे हैं. वहीं, ये आंकड़ा 10 लाख आबादी के तहत आने वाले नेशनल व हिमाचल के हर जिले से ज्यादा है.
जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. परविंद्र सिंह ने बताया कि वर्तमान में उनके पास समूचे देश के आंकड़ों के अनुसार उन्होंने ये खुलासा किया है. डॉ. ने बताया कि बिलासपुर जिला के स्वारघाट क्षेत्र में सबसे अधिक सैंपल प्रक्रिया की जा रही है, क्योंकि बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों को यहां पर संस्थागत क्वारंटाइन किया गया है. अगर किसी व्यक्ति ने मंडी, कुल्लू, मनाली या बिलासपुर आना हो तो वो स्वारघाट क्षेत्र से होकर आएगा, जिसके चलते स्वारघाट नाके पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें पूरी मुश्तैदी से कार्य कर रही है.
डॉ. परविंद्र सिंह ने बताया कि संदिग्धता के आधार पर सैंपल प्रक्रिया की जा रही है. बिलासपुर व अन्य जिला के लोग सुरक्षित रहे, इसके लिए स्वारघाट में सैंपल प्रक्रिया ज्यादा की जा रही है. अगर स्वारघाट से संदिग्ध व्यक्ति अपने गंतव्य के लिए चला जाता है और बाद में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, तो उस क्षेत्र सहित संबंधित जिला को भी प्रभावित करेगा. इन सभी दिक्कतों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग बिलासपुर सबसे अधिक सैंपल प्रक्रिया कर रहा है, ताकि किसी भी तरह की कोई लापरवाही आम जनमानस पर भारी न पड़े.
बता दें कि यहां पर तैनात सीएमओ डॉ. प्रकाश दडोच व जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. परविंद्र सिंह के प्रयासों से यह कार्य हो रहा है. ये अधिकारी अपनी टीम के साथ प्रतिदिन नए प्लान तैयार कर लोगों को सुरक्षित रखने में लगे हुए हैं. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार पूरे देश में एक मिलियन की आबादी के क्षेत्र व जिला में अभी तक सिर्फ 1822 सैंपल लिए गए हैं. वहीं, हिमाचल में 2468 व बिलासपुर जिला में 2569 सैंपल लिए गए हैं. वहीं, जिला के माकर्डेंय, नयना देवी जी, घुमारवीं व अन्य ब्लॉक में भी सैंपल प्रक्रिया की जा रही है. यहां पर संदिग्धता के आधार पर सैंपल लिए जाते हैं.
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