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आश्विन नवरात्रि मेले की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक, DC ने दिए ये निर्देश

आश्विन नवरात्रि मेले के आयोजन को लेकर बिलासपुर उपायुक्त की अध्यक्षता में बैठक हुई. इस दौरान संबंधित विभागों के अधिकारियों को उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने जरूरी दिशा-निर्देश दिए.

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आश्विन नवरात्रि मेले की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक
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Published : Oct 8, 2020, 7:27 PM IST

Updated : Oct 8, 2020, 7:46 PM IST

बिलासपुर: उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्ति पीठ श्री नैनादेवी में 17 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक आश्विन नवरात्रि मेले का आयोजन किया जाएगा. मेले से जुड़े विभिन्न प्रबंधों को लेकर उपायुक्त एवं आयुक्त मंदिर न्यास नैना देवी राजेश्वर गोयल की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में संबंधित विभागों के सभी अधिकारियों ने भाग लिया.

बैठक में उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने कहा कि आश्विन नवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं को सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी और कोविड-19 के दिशा निर्देशों (एसओपी) के तहत श्रद्धालुओं को दर्शन करवाए जाएंगे. इससे आसानी से माता नैना देवी जी के दर्शन हो सकेंगे. उन्होंने अधिकारियों को कहा कि इस दौरान सभी कर्तव्य निष्ठा और तालमेल के साथ अपनी डयूटी का निर्वहन कर आश्विन नवरात्रि को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान करें.

उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने कहा कि एसडीएम स्वारघाट मेला अधिकारी और डीएसपी नैना देवी पुलिस मेला अधिकारी होंगे. उन्होंने कहा कि आश्विन नवरात्रि के दौरान श्री नैना देवी जी क्षेत्र को नौ सेक्टरों में विभाजित किया जाएगा. जिसमें 5 सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त किए जाएंगे. उन्होंने डीएसपी नैनादेवी को आश्विन नवरात्रि के दौरान कानून व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए मेला क्षेत्र में पर्याप्त पुलिस बल, होमगार्ड की सेवाएं लेने के निर्देश दिए, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पडे़. इस दौरान यातायात को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त स्टाफ नियुक्त किया जाएगा. ट्रक, ट्रैक्टर, टेम्पो आदि में सवारियां लेकर नैना देवी क्षेत्र में नहीं आने दिए जाएंगे.

उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने कहा कि यात्रियों की सुविधा के लिए सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार बस सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी. बस, टैक्सियों को पूरी तरह ले सेनिटाइज करवाया जाएगा. इस दौरान प्रयोग में लाई जाने वाली टैक्सियों के रेट भी निर्धारित करें. उन्होंने कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद को मेले के दौरान निजी पार्किंगों में रेट लिस्ट लगाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे 14 अक्टूबर तक आश्विन नवरात्रि में डयूटी के लिए कर्मचारियों की लिस्ट जल्द मंदिर अधिकारी के कार्यालय में उपलब्ध करवाएं ताकि ऐसे कर्मचारियों के ठहरने की व्यवस्था की जा सके.

इसी प्रकार नगर परिषद सफाई व्यवस्था को सुनिश्चित बनाएं और पूरे क्षेत्र की सफाई करना सुनिश्चित करेगी. इस दौरान प्लास्टिक प्रयोग पर प्रतिबन्ध रहेगा. डीसी राजेश्वर गोयल ने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को खाद्य वस्तुओं का पूर्ण भंडारण और उनकी गुणवत्ता का निरीक्षण सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए. डीसी ने स्वास्थ्य विभाग से कहा कि श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए वे स्थापित किए जाने वाले स्वास्थ्य सहायता कक्षों में पर्याप्त मात्रा में दवाईयों का भंडारण, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करें. इसके अतिरिक्त चिकित्सक, फार्मासिस्ट की तैनाती को सुनिश्चित बनाएं. उन्होंने मेले के दौरान पेयजल व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को जल भंडारण को स्वच्छ और क्लोरिनेशन करने के निर्देश दिए.

डीसी ने मंदिर अधिकारी को कोरोना काल में सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों पर सेनिटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि इस दौरान शादी और मुंडन संस्कार की अनुमति नहीं होगी. मंदिर के अंदर केवल सूखा प्रसाद ही चढ़ाया जाएगा. नारियल और हलवा चढ़ाने व बेचने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. उन्होंने आग से बचाव के लिए होम गार्ड विभाग के अधिकारियों को समस्त अग्निशमन यंत्रों का निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए.

डीसी ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए की वे प्रतिदिन मरीजों को काढ़ा पिलाएं. बदलते मौसम के दृष्टिगत कोविड केयर केन्द्रों में इलेक्ट्रिक कैटल, गीजर और हीटर की सुविधा प्रदान की जाएगी. वेटिलेटर का प्रयोग करने बारे प्रशिक्षण प्रदान कर दिया गया. उन्होंने जिला पंचायत अधिकारी को भी निर्देश देते हुए कहा कि पंचायत में जब भी किसी की मृत्यु तो उसकी सूचना तुंरत सम्बन्धित आशा वर्कर को देना सुनिश्चित करें.

ये भी पढ़ें - घुमारवीं की सीर खड्ड में मिले पाषण युग के दुर्लभ औजार, 1 लाख साल पुराने होने का अनुमान

बिलासपुर: उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्ति पीठ श्री नैनादेवी में 17 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक आश्विन नवरात्रि मेले का आयोजन किया जाएगा. मेले से जुड़े विभिन्न प्रबंधों को लेकर उपायुक्त एवं आयुक्त मंदिर न्यास नैना देवी राजेश्वर गोयल की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में संबंधित विभागों के सभी अधिकारियों ने भाग लिया.

बैठक में उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने कहा कि आश्विन नवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं को सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी और कोविड-19 के दिशा निर्देशों (एसओपी) के तहत श्रद्धालुओं को दर्शन करवाए जाएंगे. इससे आसानी से माता नैना देवी जी के दर्शन हो सकेंगे. उन्होंने अधिकारियों को कहा कि इस दौरान सभी कर्तव्य निष्ठा और तालमेल के साथ अपनी डयूटी का निर्वहन कर आश्विन नवरात्रि को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान करें.

उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने कहा कि एसडीएम स्वारघाट मेला अधिकारी और डीएसपी नैना देवी पुलिस मेला अधिकारी होंगे. उन्होंने कहा कि आश्विन नवरात्रि के दौरान श्री नैना देवी जी क्षेत्र को नौ सेक्टरों में विभाजित किया जाएगा. जिसमें 5 सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त किए जाएंगे. उन्होंने डीएसपी नैनादेवी को आश्विन नवरात्रि के दौरान कानून व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए मेला क्षेत्र में पर्याप्त पुलिस बल, होमगार्ड की सेवाएं लेने के निर्देश दिए, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पडे़. इस दौरान यातायात को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त स्टाफ नियुक्त किया जाएगा. ट्रक, ट्रैक्टर, टेम्पो आदि में सवारियां लेकर नैना देवी क्षेत्र में नहीं आने दिए जाएंगे.

उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने कहा कि यात्रियों की सुविधा के लिए सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार बस सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी. बस, टैक्सियों को पूरी तरह ले सेनिटाइज करवाया जाएगा. इस दौरान प्रयोग में लाई जाने वाली टैक्सियों के रेट भी निर्धारित करें. उन्होंने कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद को मेले के दौरान निजी पार्किंगों में रेट लिस्ट लगाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे 14 अक्टूबर तक आश्विन नवरात्रि में डयूटी के लिए कर्मचारियों की लिस्ट जल्द मंदिर अधिकारी के कार्यालय में उपलब्ध करवाएं ताकि ऐसे कर्मचारियों के ठहरने की व्यवस्था की जा सके.

इसी प्रकार नगर परिषद सफाई व्यवस्था को सुनिश्चित बनाएं और पूरे क्षेत्र की सफाई करना सुनिश्चित करेगी. इस दौरान प्लास्टिक प्रयोग पर प्रतिबन्ध रहेगा. डीसी राजेश्वर गोयल ने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को खाद्य वस्तुओं का पूर्ण भंडारण और उनकी गुणवत्ता का निरीक्षण सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए. डीसी ने स्वास्थ्य विभाग से कहा कि श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए वे स्थापित किए जाने वाले स्वास्थ्य सहायता कक्षों में पर्याप्त मात्रा में दवाईयों का भंडारण, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करें. इसके अतिरिक्त चिकित्सक, फार्मासिस्ट की तैनाती को सुनिश्चित बनाएं. उन्होंने मेले के दौरान पेयजल व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को जल भंडारण को स्वच्छ और क्लोरिनेशन करने के निर्देश दिए.

डीसी ने मंदिर अधिकारी को कोरोना काल में सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों पर सेनिटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि इस दौरान शादी और मुंडन संस्कार की अनुमति नहीं होगी. मंदिर के अंदर केवल सूखा प्रसाद ही चढ़ाया जाएगा. नारियल और हलवा चढ़ाने व बेचने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. उन्होंने आग से बचाव के लिए होम गार्ड विभाग के अधिकारियों को समस्त अग्निशमन यंत्रों का निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए.

डीसी ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए की वे प्रतिदिन मरीजों को काढ़ा पिलाएं. बदलते मौसम के दृष्टिगत कोविड केयर केन्द्रों में इलेक्ट्रिक कैटल, गीजर और हीटर की सुविधा प्रदान की जाएगी. वेटिलेटर का प्रयोग करने बारे प्रशिक्षण प्रदान कर दिया गया. उन्होंने जिला पंचायत अधिकारी को भी निर्देश देते हुए कहा कि पंचायत में जब भी किसी की मृत्यु तो उसकी सूचना तुंरत सम्बन्धित आशा वर्कर को देना सुनिश्चित करें.

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Last Updated : Oct 8, 2020, 7:46 PM IST
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