बिलासपुर: जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर गोविंद सागर झील पर करीब 43 करोड़ की लागत से निर्मित हो रहे बबखाल पुल के निर्माण कार्य का झंडूता के विधायक जे आर कटवाल ने शनिवार को निरीक्षण किया.
विधायक जे आर कटवाल ने बताया कि करीब दस सालों से तकनीकी कारणों से महत्वकांक्षी बबखाल पुल का कार्य अधर में लटका था. उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में लगी निजी कंपनी ने दावा किया है कि दिसंबर 2020 तक पुल का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा. बबखाल पुल आधुनिक सीसीएल तकनीक से भूकम्प रोधी बनेगा.
विधायक ने बताया कि पुल के निर्माण से जिला बिलासपुर के लाखों लोग लाभान्वित होंगे. इसके अलावा इस पुल कि निर्माण से ऊना व हमीरपुर के जनता भी लाभान्वित होंगे. उन्होंने कहा कि पुल के निर्माण के लिए सीएम जयराम ठाकुर ने हाल ही में 21 करोड़ रुपये की धनराशि का प्रावधान किया है. उन्होंने कहा कि ये पुल सीसीएल तकनीक के आधार पर आरसीसी स्पेन से बनने वाला एशिया का सबसे बड़ा पुल है.
इस पुल का स्पेन करीब 185 मीटर लम्बा होगा. गौरतलब है कि इस पुल का निर्माण कार्य भाजपा व कांग्रेस के नेताओं के बीच में लम्बे अर्से तक आपसी वर्चस्व की लड़ाई का भी मुख्य केंद्र रहा है. पुल का निर्माण कार्य चलने के बाद इसे तकनीकी तौर पर असुरक्षित घोषित कर दिया था, जिसके बाद पुल का निर्माण फिर से साल 2018 से शुरू किया गया.
वहीं, स्थानीय जनता ने भी पुल के निर्माण के लिए जनहित दायर की थी, जिस कारण पुल का दोबारा से निर्माण कार्य शुरू किया गया.