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CCL तकनीक से यहां बनेगा एशिया का सबसे बड़ा पुल, 2020 में बनकर होगा तैयार

CCl तकनीक से बन रहा झंडुता का बबखाल ब्रिज. दिसंबर 2020 में बनकर होगा तैयार.

बबखाल ब्रिज
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Published : Mar 9, 2019, 11:18 PM IST

बिलासपुर: जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर गोविंद सागर झील पर करीब 43 करोड़ की लागत से निर्मित हो रहे बबखाल पुल के निर्माण कार्य का झंडूता के विधायक जे आर कटवाल ने शनिवार को निरीक्षण किया.

विधायक जे आर कटवाल ने बताया कि करीब दस सालों से तकनीकी कारणों से महत्वकांक्षी बबखाल पुल का कार्य अधर में लटका था. उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में लगी निजी कंपनी ने दावा किया है कि दिसंबर 2020 तक पुल का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा. बबखाल पुल आधुनिक सीसीएल तकनीक से भूकम्प रोधी बनेगा.

babkhal bridge

विधायक ने बताया कि पुल के निर्माण से जिला बिलासपुर के लाखों लोग लाभान्वित होंगे. इसके अलावा इस पुल कि निर्माण से ऊना व हमीरपुर के जनता भी लाभान्वित होंगे. उन्होंने कहा कि पुल के निर्माण के लिए सीएम जयराम ठाकुर ने हाल ही में 21 करोड़ रुपये की धनराशि का प्रावधान किया है. उन्होंने कहा कि ये पुल सीसीएल तकनीक के आधार पर आरसीसी स्पेन से बनने वाला एशिया का सबसे बड़ा पुल है.

इस पुल का स्पेन करीब 185 मीटर लम्बा होगा. गौरतलब है कि इस पुल का निर्माण कार्य भाजपा व कांग्रेस के नेताओं के बीच में लम्बे अर्से तक आपसी वर्चस्व की लड़ाई का भी मुख्य केंद्र रहा है. पुल का निर्माण कार्य चलने के बाद इसे तकनीकी तौर पर असुरक्षित घोषित कर दिया था, जिसके बाद पुल का निर्माण फिर से साल 2018 से शुरू किया गया.
वहीं, स्थानीय जनता ने भी पुल के निर्माण के लिए जनहित दायर की थी, जिस कारण पुल का दोबारा से निर्माण कार्य शुरू किया गया.

बिलासपुर: जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर गोविंद सागर झील पर करीब 43 करोड़ की लागत से निर्मित हो रहे बबखाल पुल के निर्माण कार्य का झंडूता के विधायक जे आर कटवाल ने शनिवार को निरीक्षण किया.

विधायक जे आर कटवाल ने बताया कि करीब दस सालों से तकनीकी कारणों से महत्वकांक्षी बबखाल पुल का कार्य अधर में लटका था. उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में लगी निजी कंपनी ने दावा किया है कि दिसंबर 2020 तक पुल का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा. बबखाल पुल आधुनिक सीसीएल तकनीक से भूकम्प रोधी बनेगा.

babkhal bridge

विधायक ने बताया कि पुल के निर्माण से जिला बिलासपुर के लाखों लोग लाभान्वित होंगे. इसके अलावा इस पुल कि निर्माण से ऊना व हमीरपुर के जनता भी लाभान्वित होंगे. उन्होंने कहा कि पुल के निर्माण के लिए सीएम जयराम ठाकुर ने हाल ही में 21 करोड़ रुपये की धनराशि का प्रावधान किया है. उन्होंने कहा कि ये पुल सीसीएल तकनीक के आधार पर आरसीसी स्पेन से बनने वाला एशिया का सबसे बड़ा पुल है.

इस पुल का स्पेन करीब 185 मीटर लम्बा होगा. गौरतलब है कि इस पुल का निर्माण कार्य भाजपा व कांग्रेस के नेताओं के बीच में लम्बे अर्से तक आपसी वर्चस्व की लड़ाई का भी मुख्य केंद्र रहा है. पुल का निर्माण कार्य चलने के बाद इसे तकनीकी तौर पर असुरक्षित घोषित कर दिया था, जिसके बाद पुल का निर्माण फिर से साल 2018 से शुरू किया गया.
वहीं, स्थानीय जनता ने भी पुल के निर्माण के लिए जनहित दायर की थी, जिस कारण पुल का दोबारा से निर्माण कार्य शुरू किया गया.


---------- Forwarded message ---------
From: bilaspur news <subhashh2@gmail.com>
Date: Sat, Mar 9, 2019, 6:37 PM
Subject: करीब दस वर्षों से तकनीकि कारणों से अधर में लटका था महत्वकांशी बबखाल पुल का कार्य
To: <hpdesk@etvbharat.com>, <rajneeshkumar@etvbharat.com>


बिलासपुर से करीब 70   किलोमीटर दूर गोविंद सागर झील पर करीब 43 करोड़ की लागत से  निर्मित हो रहे बबखाल पुल के निर्माण कार्य का झंडूता के चुनाव क्षेत्र के विधायक जे आर कटवाल ने मीडिया सहित किया निरीक्षण        विधायक जे आर कटवाल ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया करीब दस वर्षों से तकनीकि कारणों से अधर में लटका था महत्वकांशी बबखाल पुल का कार्य  पुल के कार्य के लिए अधिकृत गैमन कम्पनी के प्रबंधन ने मीडिया को दी जानकारी दिसम्बर 2020 माह तक बनकर तैयार होगा बबखाल पुल आधुनिक सीसीएल तकनीक से बनेगा भूकम्प रोधी  मीडिया सहित गोविंद सागर झील के रास्ते मोटर बोट के माध्यम से बबखाल पुल कार्य का नितीक्षण करने पहुंचे बबखाल।

ऐ /आई -बिलासपुर से करीब 70 किलोमीटर दूरी पर स्थित निर्माणाधीन  बबखाल पुल के अलावा विधायक जे आर कटवाल व मीडिया के द्वारा  के निरीक्षण करने के मीडिया व पुलके निर्माण के लिए अधिकृत गैमन कम्पनी प्रबंधन के मीडिया से बातचीत करने के दृश्य।

वी /ओ -बिलासपुर से करीब 70   किलोमीटर दूर गोविंद सागर झील पर करीब 43 करोड़ की लागत से  निर्मित हो रहे बबखाल पुल के निर्माण कार्य का झंडूता के चुनाव क्षेत्र के विधायक जे आर कटवाल ने मीडिया सहित  निरीक्षण  किया।      विधायक जे आर कटवाल ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया करीब दस वर्षों से तकनीकि कारणों से महत्वकांशी बबखाल पुल का कार्य  अधर में  लटका था।  इस   पुल के कार्य के लिए अधिकृत गैमन कम्पनी के प्रबंधन ने मीडिया को दी जानकारी कि  दिसम्बर 2020 माह तक बनकर   यह पुल तैयार  होगा। विशेष बात यह है कि  बबखाल पुल आधुनिक सीसीएल तकनीक से भूकम्प रोधी   बनेगा। झंडूत्ता विधान सभा चुनाव क्षेत्र के विधायक  मीडिया सहित गोविंद सागर झील के रास्ते मोटर बोट के माध्यम से बबखाल पुल कार्य का निरीक्षण  बबखाल पहुंचे थे ।उन्होंने बताया कि इस महत्वाकांक्षी पुल के निर्माण से जिला बिलासपुर की आधे आबादी की जनता के लाभान्वित होने अलावा  ऊना व हमीरपुर के जनता भी लाभान्वित होगी। इस पुल  हाल ही में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली  प्रदेश सरकार ने इस पुल के लिए 21 करोड़ रूपए की धनराशि का प्रावधान किया है जोकि जनहित में सराहनीय कदम है। यह पुल  सीसीएल तकनीक के आधार पर आरसीसी स्पेन से  बनने वाला एशिया का सबसे बड़ा पुल है। इस पुल का स्पेन करीब 185 मीटर लम्बा होगा।गौरतलब है कि  इस पुल का निर्माण कार्य भाजपा व कांग्रेस के नेताओं के बीच में लम्बे अर्से  तक आपसी वर्चस्व की लड़ाई का भी मुख्य केंद्र रहा है। पुल का कार्य चलने के उपरान्त इसे तकनीकि तौर पर निषेद यानि कि असुरक्षित घोषित कर दिया था मगर इसमें कुछ बदलाव कर पुनः कार्य गत वर्ष  आरम्भ हुआ जोकि दिसंबर  2020 तक पूर्ण होने की उम्मीद है। स्थानीय जनता ने इस पुल के निर्माण के लिए जनहित दायर की थी जिस कारण पुनः इस का निर्माण आरम्भ हुआ था। विशेष बात यह है कि  विधायक जे आर कटवाल ने इस पुल के लिए धन  प्रावधान करवाया हालांकि बबखाल पुल श्री नैना देवी व झंडूता विधानसभा चुनाव क्षेत्रों के मध्य में होने से इन विधान सभा चुनाव क्षेत्रों को आपस में जोड़ता है जबकि जिला ऊना -हमीरपुर की जनता भी लाभान्वित होगी।

फीडबैक -
(1)- जे आर कटवाल ,विधायक झंडूता विधान  क्षेत्र। 
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