बिलासपुर: देश के नौ राज्यों के साथ हिमाचल प्रदेश में भी लगातार मृत पक्षियों के मामले सामने आ रहे हैं. एहतियात के तौर पर जिला पशुपालन विभाग ने पोल्ट्री फार्मों से मुर्गों के 200 सैंपल एकत्रित किए हैं. जिन्हें विभाग अब रीजनल डिजीज डायग्रोस्टिक लैबोरेटरी जालंधर में भेजेगा.
जानकारी के अनुसार जिला के जमथल में कौवों के मृत पाए जाने और पौंग डैम में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद जिला प्रशासन ने एहतियातन यह कदम उठाया है. हालांकि मृत कौवों के जालंधर नार्थ जोन की स्थित रीजनल डिजीज डायग्रोस्टिक लैबोरेटरी से अभी तक कोई रिपोर्ट नहीं आई है. विभाग इस रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है. उसके बाद ही विभाग आगामी कार्रवाई करेगा.
बाहरी राज्यों से मुर्गे लाने वाली गाड़ियों की जांच शुरू
वहीं, पशु पालन विभाग ने जिला के पोल्ट्री फार्मों में मौजूद मुर्गों के निरीक्षण करने के लिए छह रैपिड रिस्पांस टीमें गठित की हैं. वहीं, जिला प्रशासन के निर्देश पर पशु पालन विभाग व पुलिस की टीम ने स्वारघाट में बाहरी राज्यों से मुर्गे लेकर आने वाली गाड़ियों का निरीक्षण करना शुरू कर दिया है.
हालांकि बर्ड फ्लू की आशंका के चलते जिला के प्रवेश द्वार स्वारघाट से कोई भी गाड़ी बाहरी राज्य से मुर्गे लेकर नहीं आई है. इतना ही नहीं बर्ड फ्लू की आशंका के चलते लोगों ने चिकन व अंडों से दूरी बनाना शुरू कर दी है, जिस कारण इस व्यवसाय से जुड़े लोगों की आजीविका पर असर पड़ना शुरू हो गया है.
बिलासपुर में हैं 132 पोल्ट्री फार्म
बता दें कि जिला में 132 पोल्ट्री फार्म हैं, जिनसे पशु पालन विभाग द्वारा गठित रैपिड रिस्पांस टीमों ने 200 सैंपल एकत्रित किए हैं. पशु पालन विभाग बिलासपुर के उपनिदेशक डॉ. लाल गोपाल ने बताया कि संबंधित सैंपलों को विभाग मंगलवार को जांच के लिए जालंधर स्थित रीजनल डिजीज डायग्रोस्टिक लैबोरेटरी भेजेगा.
जालंधर भेजे गए पांच सैंपलों की रिपोर्ट आना बाकी
डॉ. लाल गोपाल ने बताया कि जालंधर स्थित लैब में भेजे गए पांच सैंपलों की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है. उन्होंने बताया कि जालंधर से रिपोर्ट आने के बाद ही विभाग आगामी कार्रवाई करेगा कि संबंधित कौवे किस बीमारी से मरे हैं. आगामी कार्रवाई के लिए विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है और आवश्यक दवाईयों व उपकरणों का प्रबंध कर लिया है. जमथल क्षेत्र के लोगों को एहतियात बरतने को कहा गया है.