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भाखड़ा विस्थापितों पर मंडरा रहा संकट, HC के आदेश के बाद लोगों के हटाए जा रहे कब्जे - bhakhra news

2 जनवरी 2020 तक हाईकोर्ट ने बिलासपुर में अवैध कब्जों को हटाने के आदेश जारी कर दिए हैं. प्रशासन इन कब्जों को हटाने में पूरी तरह तैयार हो गया है. पुलिस बल सहित सारे विभागीय अधिकारी इस कार्य के लिए जुट गए हैं

bhakra displaced
भाखड़ा विस्थापितों पर मंडरा रहा संकट
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Published : Dec 24, 2019, 11:13 AM IST

बिलासपुर: भाखड़ा विस्थापितों के शहर में अभी तक न तो स्थायी रूप से लोग बस पाए हैं और ना ही भगवान. एक तरफ जहां प्रदेश सरकार यहां के लोगों के अतिक्रमण को हटाने में जुट गई है, तो वहीं दूसरी ओर यहां पर जलमग्न हुए मंदिरों की बात की जाए तो 100 सालों से बने पौराणिक मंदिर बद से बदतर हो गए हैं.

भाखड़ा बांध बनने पर देश के पहले पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल ने बिलासपुर के लोगों को बहुत सी सुविधाएं देने के वायदे किए थे, लेकिन जब बांध बना तो वह सारी सुविधाएं धराशाई हो गई. भाखड़ा बांध बनने के बाद ही पंजाब, हरियाणा व राजस्थान राज्यों में पानी व बिजली की सुविधा मिली है.

bhakra displaced in bad condition
भाखड़ा विस्थापितों पर मंडरा रहा संकट

बता दें कि 2 जनवरी 2020 तक हाईकोर्ट ने बिलासपुर में अवैध कब्जों को हटाने के आदेश जारी कर दिए हैं. प्रशासन इन कब्जों को हटाने में पूरी तरह तैयार हो गया है. पुलिस बल सहित सारे विभागीय अधिकारी इस कार्य के लिए जुट गए हैं, लेकिन एक बार भी प्रदेश सरकार सहित केंद्र सरकार को इस जिले की कुर्बानी याद नहीं आ रही है, जिसकी बदौलत आज पंजाब, हरियाणा व राजस्थान हरे भरे हुए हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

वहीं, 60 वर्षों से यहां पर मंदिर अनदेखी का शिकार हो रहे हैं. पुरातत्व समय की बात करें तो राजाओं के समय से ये मंदिर बनाए गए थे,लेकिन जब यहां पर भाखड़ा बांध बनाया गया तो पानी के अस्तित्व में समाएं इन मंदिरों को शिफ्ट करने के लिए केंद्र सरकार ने कार्य योजना बनाई, लेकिन हर साल यहां पर मंदिरों के सर्वेक्षण के लिए टीम आती है और उसके बाद फिर से यह कार्य कागजों तक ही सीमित रह जाते है.

ये भी पढे़ं: नशे के खिलाफ शिमला में 18 संस्थाओं ने साझा किया मंच, विधायक राकेश सिंघा सहित कई लोगों ने रखे अपने विचार

बिलासपुर: भाखड़ा विस्थापितों के शहर में अभी तक न तो स्थायी रूप से लोग बस पाए हैं और ना ही भगवान. एक तरफ जहां प्रदेश सरकार यहां के लोगों के अतिक्रमण को हटाने में जुट गई है, तो वहीं दूसरी ओर यहां पर जलमग्न हुए मंदिरों की बात की जाए तो 100 सालों से बने पौराणिक मंदिर बद से बदतर हो गए हैं.

भाखड़ा बांध बनने पर देश के पहले पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल ने बिलासपुर के लोगों को बहुत सी सुविधाएं देने के वायदे किए थे, लेकिन जब बांध बना तो वह सारी सुविधाएं धराशाई हो गई. भाखड़ा बांध बनने के बाद ही पंजाब, हरियाणा व राजस्थान राज्यों में पानी व बिजली की सुविधा मिली है.

bhakra displaced in bad condition
भाखड़ा विस्थापितों पर मंडरा रहा संकट

बता दें कि 2 जनवरी 2020 तक हाईकोर्ट ने बिलासपुर में अवैध कब्जों को हटाने के आदेश जारी कर दिए हैं. प्रशासन इन कब्जों को हटाने में पूरी तरह तैयार हो गया है. पुलिस बल सहित सारे विभागीय अधिकारी इस कार्य के लिए जुट गए हैं, लेकिन एक बार भी प्रदेश सरकार सहित केंद्र सरकार को इस जिले की कुर्बानी याद नहीं आ रही है, जिसकी बदौलत आज पंजाब, हरियाणा व राजस्थान हरे भरे हुए हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

वहीं, 60 वर्षों से यहां पर मंदिर अनदेखी का शिकार हो रहे हैं. पुरातत्व समय की बात करें तो राजाओं के समय से ये मंदिर बनाए गए थे,लेकिन जब यहां पर भाखड़ा बांध बनाया गया तो पानी के अस्तित्व में समाएं इन मंदिरों को शिफ्ट करने के लिए केंद्र सरकार ने कार्य योजना बनाई, लेकिन हर साल यहां पर मंदिरों के सर्वेक्षण के लिए टीम आती है और उसके बाद फिर से यह कार्य कागजों तक ही सीमित रह जाते है.

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Intro:-भाखड़ा विस्थापितों के शहर में न भगवान बस पाए और न ही लोग
-मंदिरों के बसाव व लोगों के बसाव पर हर समय मंडरा रहा संकट
-हाईकोर्ट के आदेशानुसार लोगों के हटाए जा रहे कब्जे
-वही, जलमग्न हुए मंदिरों का भी नहीं हो पाया सर्वेक्षण

स्पेशल स्टोरी...
बिलासपुर।
भाखड़ा विस्थापितों के शहर में न भगवान बस पाए और न ही लोग... जी हां ऐसा वाक्य बिलासपुर शहर में देखने को मिलता है. सबसे पहले यहां के लोगों के बसाव की बात की जाए तो प्रदेश सरकार यहां के लोगों के अतिक्रमण को हटाने में जुट गई है, तो वहीं दूसरी और यहां पर जलमग्न हुए मंदिरों की बात की जाए तो 60 सालों से यह मंदिर भी अपने बस आपकी बाट ताक रहे हैं. भाखड़ा बांध बनने पर देश के पहले प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु समय यहां पर आकर बिलासपुर के लोगों को बहुत सी सुविधाएं देने के वायदे कर गए थे। लेकिन जब बांध बना तो वह सारी सुविधाएं धराशाई हो गई। बिलासपुर शहर पूरे देश में एकमात्र ऐसा शहर है जिसकी बदौलत आज पंजाब, हरियाणा व राजस्थान गुलजार हुआ है। भाखड़ा बांध बनने के बाद ही इन राज्यों में पानी व बिजली की सुविधा मिली है। इन सभी राज्यों को गुलजार करने वाला हिमाचल का एक छोटा सा जिला बिलासपुर आज अनदेखी सहित प्रदेश सरकार के आदेशों के आगे दबा चला आ रहा है।


Body:वर्तमान के हालातों की बात बताएं तो 2 जनवरी 2020 तक हाईकोर्ट ने बिलासपुर में अवैध कब्जों को हटाने के आदेश जारी कर दिए हैं। प्रशासनिक अमला इन कब्जों को हटाने में पूरी तरह तैयार हो गया है। पुलिस बल सहित सारे विभागीय अधिकारी इस कार्य के लिए जुट गए हैं। लेकिन एक बार भी प्रदेश सरकार सहित केंद्र सरकार को इस जिले की कुर्बानी याद नहीं आ रही है। जिसकी बदौलत आज पंजाब, हरियाणा व राजस्थान हरे भरे हुए हैं।


Conclusion:वही बात अब यहां के जलमग्न मंदिरों की की जाए तो 60 वर्षों से यहां पर मंदिर अनदेखी का शिकार हो रहे हैं। पुरातत्व समय की बात करें तो राजाओं के समय या मंदिर बनाए गए थे। परंतु जब यहां पर भाखड़ा बांध बनाया गया तो पानी के अस्तित्व में समाए इन मंदिरों को शिफ्ट करने के लिए केंद्र सरकार ने कार्य योजना बनाई। लेकिन हर साल यहां पर मंदिरों के सर्वेक्षण के लिए टीम आती है और उसके बाद फिर से यह कार्य कागजों में दफन हो जाते हैं।
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