ऊना: कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान में हिमाचल स्वास्थ्य विभाग का कारनामा सामने आ रहा है, जो हर किसी को हैरान कर देगा. ऊना जिले में बिना वैक्सीनेशन के ही कई लोगों को डबल डोज के सर्टिफिकेट (double dose certificate without vaccination) जारी हो रहे हैं. हालत यह है कि पहली डोज लगवाने के बाद हिमाचल के बाहर जा चुके लोगों को वहीं पर वैक्सीनेशन की दूसरी खुराक लिए बिना कंप्लीट वैक्सीनेशन के प्रमाण पत्र मिल रहे हैं. अब सवाल यह उठता है कि क्या यह कोई तकनीकी खामी है या टारगेट को पूरा करने के चक्कर में तो ऐसा नहीं किया जा रहा. यदि ऐसा किया भी जा रहा है तो फिर वह वैक्सीन कहां जा रही है, जिसे बिना लगाए लोगों को कंप्लीट वैक्सीनेशन के सर्टिफिकेट जारी किए जा रहे हैं. वहीं, मामले की सूचना मिलते ही विभाग के आला अधिकारियों ने फौरन मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं.
नित नए कारनामों के चलते हर वक्त सुर्खियों में बने रहने वाले हिमाचल स्वास्थ्य विभाग का अब एक नया कारनामा सामने आ गया है. हालत यह है कि लोगों को बिना वैक्सीनेशन की दूसरी खुराक लगवाए ही कंप्लीट वैक्सीनेशन के सर्टिफिकेट जारी हो रहे हैं. मामला सामने आने के बाद जहां स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए हैं, वहीं बिना कोविड टीकाकरण प्रमाण पत्र हासिल करने वाले लोगों में भी विभाग का यह कारनामा चर्चा का विषय बन चुका है, लेकिन सवाल यह उठता है कि बिना वैक्सीनेशन दिए लोगों को कैसे डबल डोज के सर्टिफिकेट जारी किए जा सकते हैं.
अब लोगों में भी असमंजस की स्थिति है कि जब बिना खुराक लिए उन्हें सर्टिफिकेट मिल चुका है तो फिर उन्हें दूसरी खुराक लगेगी या फिर नहीं. दूसरा बड़ा सवाल यह है कि जब बिना खुराक दिए लोगों को सर्टिफिकेट जारी किए हैं तो फिर जिन खुराकों के सर्टिफिकेट जारी किए हैं वह वैक्सीन जा कहां रही है. बिना वैक्सीनेशन के ही जिन लोगों को सर्टिफिकेट जारी हुए हैं. ऊना स्वास्थ्य विभाग का वैक्सीन घोटाला (una health department Vaccination scam) सामने आने के बाद लोगों में नाराजगी देखने को मिल रही है.
वहीं, यह पूरा मामला जब सीएमओ डॉ. रमन शर्मा के ध्यान में लाया गया तो उनका कहना है कि इस मामले की जांच की जाएगी कि क्या कहीं पोर्टल में तकनीकी खामी की वजह से ऐसा तो नहीं हो रहा है. हालांकि सीएमओ ने टारगेट पूरा करने के चक्कर में ऐसे कारनामे को अंजाम देने की बातों को सिरे से नकार दिया है.